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नेशनल

कर्नाटक चुनाव खत्म होते ही पेट्रोलियम कंपनियों ने दिया तगड़ा ‘रिटर्न गिफ्ट’

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कर्नाटक विधानसभा चुनाव में वोटिंग समाप्त होने के 48 घंटों के भीतर ही पेट्रोलियम कंपनियों ने लोगों को ‘रिटर्न गिफ्ट’ दे दिया है। गिफ्ट में सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी है। सोमवार को पेट्रोल के दाम 17 पैसे और डीजल के भाव 21 पैसे प्रति लीटर बढ़ गए हैं।

सोमवार को दिल्ली में पेट्रोल 74.80 रुपये प्रति लीटर तो डीजल 66.14 प्रति लीटर, चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 77.61 रुपये जबकि डीजल 69.79 रुपये प्रति लीटर, कोलकाता में पेट्रोल के दाम 77.50 रुपये जबकि डीजल 68.68 रुपये प्रति लीटर हो गया। मुंबई में भी पेट्रोल डीजल की दरों में बढ़ोतरी हुई और ये क्रमश: 82.65 रुपये प्रति लीटर और 70.43 रुपये प्रति लीटर हो गए।

तेल कंपनियों ने कर्नाटक चुनाव के लिए 12 मई को मतदान होने से करीब तीन हफ्ते पहले से पेट्रोल-डीजल की कीमतों को स्थिर रखा था। तेल कंपनियों की जारी से जारी डेली प्राइस नोटिफिकेशन बताता है कि 24 अप्रैल से पेट्रोल-डीजल की कीमतें स्थिर रखी थीं।

बता दें कि 16 जून 2017 से ही पेट्रोल और डीजल की कीमतों में रोजाना संशोधन हो रहा है। इससे पहले सरकारी तेल विपणन कंपनियां ईंधन की कीमतों की महीने में दो बार समीक्षा किया करती थीं।

पेट्रोल-डीजल में ताजा वृद्धि को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मतदान सम्पन्न हो जाने से जोडक़र देखा जा रहा है। कर्नाटक चुनाव में वोटिंग के बाद 14 मई को तेल कंपनियों ने फिर से कीमतों की रोज समीक्षा शुरू कर दी। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 19 दिन तक बदलाव नहीं करने से तेल कंपनियों को करीब 500 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है।

नेशनल

भाजपा का परिवार आरक्षण ख़त्म करना चाहता है: अखिलेश यादव

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एटा। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एटा में सपा प्रत्याशी देवेश शाक्य के समर्थन में संविधान बचाओ रैली को संबोधित किया। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान बचेगा तो लोकतंत्र बचेगा और लोकतंत्र बचेगा तो वोट देने का अधिकार बचेगा। अखिलेश यादव ने दावा किया कि ये अग्निवीर व्यवस्था जो लेकर आए हैं इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी तो अग्निवीर व्यवस्था समाप्त कर पहले वाली व्यवस्था लागू करेंगे।

उन्होंने आरक्षण मामले पर आरएसएस पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के साथ एक सबसे खतरनाक परिवार है, जो आरक्षण खत्म करना चाहता है। अब उन्हें वोट चाहिए तो वह कह रहे हैं कि आरक्षण खत्म नहीं होगा।

उन्होंने आगे कहा कि मैं पूछना चाहता हूं अगर सरकार की बड़ी कंपनियां बिक जाएंगी तो क्या उनमें आरक्षण होगा? उनके पास जवाब नहीं है कि नौकरी क्यों नहीं दे रहे हैं? लोकसभा चुनाव संविधान मंथन का चुनाव है। एक तरफ वो लोग हैं जो संविधान को हटाना चाहते हैं। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन और समाजवादी लोग हैं जो संविधान को बचाना चाहते हैं। यह चुनाव आने वाली पीढ़ी के भविष्य का फैसला करेगा। वो लोग संविधान के भक्षक हैं और हम लोग रक्षक हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि एटा के लोगों को भाजपा ने बहुत धोखा दिया है। इनका हर वादा झूठा निकला। दस साल में एक लाख किसानों ने आत्महत्या की है। उनकी आय दोगुनी नहीं हुई। नौजवानों का भविष्य खत्म कर दिया गया है। हर परीक्षा का पेपर लीक हो रहा है।

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