Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

झारखण्ड

रांची के मशहूर बिल्डर ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्या, वजह का पता नहीं

Published

on

Loading

रांची। रांची के जाने माने बिल्डर नीरज सहाय ने गुरुवार सुबह खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घटना डोरंडा थाना क्षेत्र स्थित हिनू में घटी है। गुरुवार सुबह गोली की आवाज सुनकर परिजन तुरंत पहुंचे।

पुलिस के आने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती काराया गया लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। नीरज सहाय रांची के मशहूर बिल्डर थे उन्होंने आत्महत्या क्यों कर ली इसकी जानकारी अब तक नहीं मिल सकी है। घटना के संबंध में डोरंडा थाना प्रभारी आनंद किशोर ने बताया नीरज सहाय ने हिनू स्थित अपने आवास में खुद को गोली मारी। गुरुवार सुबह करीब आठ बजे यह हादसा हुआ है।

आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चला है। परिजनों से शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि कारोबार में नुकसान की वजह से वह तनाव में थे। डोरंडा थाना प्रभारी ने कहा कि फिलहाल इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है।

Continue Reading

झारखण्ड

हेमंत सोरेने की भाभी सीता सोरेन ने पार्टी के सभी पदों से दिया इस्तीफा, कहा- मेरे खिलाफ साजिश हो रही

Published

on

Loading

रांची। झारखंड के जामा से झारखंड मुक्ति मोर्चा की विधायक और पूर्व सीएम हेमंत सोरेने की भाभी सीता सोरेन ने मंगलवार को पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष अध्‍यक्ष शिबू सोरेन को अपना इस्‍तीफा सौंप दिया। इस्तीफा देते हुए उन्होंने अपने साथ उपेक्षा और गहरी साजिश रचने का आरोप लगाया। सीता सोरेन ने कहा कि मेरे और मेरे परिवार के खिलाफ गहरी साजिश रची जा रही है।

सीता सोरेन ने इस्तीफा देने के बाद कहा कि मैं जेएमएम की केंद्रीय महासचिव और सक्रिय सदस्य हूं। साथ ही वर्तमान में पार्टी की विधायक भी हूं और अत्यंत दुखी हृदय के साथ अपना इस्तीफा दे रही हूं। सीता सोरने ने आगे कहा कि मेरे स्वर्गीय पति दुर्गा सोरेन झारखंड आंदोलन के अग्रणी योद्धा और महान क्रांतिकारी रहे। उनके निधन के बाद से मैं और मेरा परिवार लगातार उपेक्षा का शिकार हो रहा है। पार्टी और परिवार के सदस्य हमें अलग-थलग कर रहे हैं. जो मेरे लिए अत्यंत पीड़ादायक रहा है।

उन्होंने कहा कि मैंने उम्मीद की थी कि समय के साथ हालात सुधर जाएंगे, लेकिन दुर्भा से ऐसा नहीं हुआ। झारखंड मुक्ति मोर्चा को मेरे स्वर्गीय पति ने अपने त्याग और समर्पण, नेतृत्व क्षमता के बल पर एक महान पार्टी बनाया था। उन्होंने कहा कि आज वह पार्टी नहीं रही ये देखकर मुझे दुख होता है। पार्टी अब उन लोगों के हाथों में चली गई है, जिनके दृष्टिकोण और उद्देश्य हमारे मूल्यों और आदर्शों से मेल नहीं खाते.सीता सोरेन पार्टी अध्यक्ष और अपने ससुर को लिखे पत्र में कहा कि बाबा ने सभी को एकजुट रखने की कोशिश की लेकिन इसके बाद भी सब विफल रहा। उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा लग रहा है कि उनके और उनके परिवार के खिलाफ कोई गहरी साजिश रची जा रही है। इसलिए उन्‍होंने पार्टी और इस परिवार का साथ छोड़ने का निर्णय लिया है।

Continue Reading

Trending