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क्रिकेट

IND vs ENG:यशस्वी जायसवाल ने तोड़ा गौतम गंभीर का सबसे बड़ा रिकॉर्ड, पर ‘दादा’ से रह गए पीछे

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Yashasvi Jaiswal

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विशाखापत्तनम। यशस्वी जायसवाल भारत के उन चुनिंदा बल्लेबाजों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं, जो बाएं हाथ से बैटिंग करते हैं और दोहरा शतक लगाया है। इस खब्बू बल्लेबाज ने वनमैन आर्मी की तरह इंग्लैंड के खिलाफ मोर्चा संभाला और विशाखापत्तनम टेस्ट में भारत की पहली पारी के 396 रनों में से 209 रन बनाते हुए कई रिकॉर्ड अपने नाम किए।

दोहरा शतक जड़ने वाले बाएं हाथ के चौथे भारतीय बल्लेबाज

यशस्वी जायसवाल टेस्ट में दोहरा शतक लगाने वाले भारत के चौथे बल्लेबाज हैं। उनसे पहले सौरव गांगुली, विनोद कांबली और गौतम गंभीर ही इस लिस्ट में अपना नाम दर्ज करा सके हैं। विनोद कांबली ने सबसे अधिक दो दोहरा शतक जड़ने का कारनामा किया है।

रनों के मामले में गौतम गंभीर को छोड़ा पीछे

दरअसल, यशस्वी जायसवाल ने 290 गेंदों में 19 चौके और 7 छक्के के दम पर 209 रन बनाए। यह भारत के लिए किसी भी बाएं हाथ के बल्लेबाज का चौथा सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। गौतम गंभीर के नाम 206 रन थे, जो पूर्व कप्तान ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2006 में दिल्ली टेस्ट में 206 रनों की पारी खेली थी।

सौरव गांगुली के नाम अभी भी सर्वश्रेष्ठ स्कोर

बाएं हाथ के बल्लेबाजों में भारत के लिए सर्वश्रेष्ठ स्कोर का रिकॉर्ड पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के नाम है। उन्होंने 2007 में बेंगलुरु में पाकिस्तान के खिलाफ 239 रनों की पारी खेली थी। ऑफ साइड के भगवान कहे जाने वाले गांगुली का रिकॉर्ड आज भी नहीं टूटा है।

विनोद कांबली के नाम है दो दोहरा शतक

गांगुली के बाद नंबर आता है सचिन तेंदुलकर के दोस्त विनोद कांबली का। कांबली ने 1993 में जिम्बाब्वे के खिलाफ दिल्ली में 227 और मुंबई में इंग्लैंड के खिलाफ 224 रनों की पारी खेली थी।

 

क्रिकेट

ईशान-श्रेयस को लेकर BCCI सख्त, रणजी खेलना किया अनिवार्य; फॉर्म में वापसी के बाद ही होगी एंट्री

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BCCI is strict regarding Ishan-Shreyas made it mandatory to play Ranji

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मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और राष्ट्रीय चयनकर्ता ने इंग्लैंड सीरीज के लिए टीम इंडिया से बाहर चल रहे खिलाड़ियों को लेकर सख्त फैसला लिया है। बोर्ड ने भारतीय टीम से बाहर चल रहे खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी का अगला राउंड खेलने की सख्त हिदायत दी है।

बीसीसीआई ने खिलाड़ियों को 16 फरवरी से शुरू हो रहे अगले राउंड से पहले अपनी-अपनी रणजी टीम में शामिल होने को कहा है। यह फैसला तब लिया गया है जब ईशान किशन जैसे खिलाड़ी रणजी छोड़कर आईपीएल की तैयारियों में जुट गए हैं। वहीं, श्रेयस को भी टेस्ट टीम में वापसी के लिए रणजी में अच्छा प्रदर्शन करना होगा।

ईशान ने मानसिक स्वास्थ्य का हवाला दिया

ईशान ने मानसिक स्वास्थ्य का हवाला देकर पिछले साल दिसंबर में दक्षिण अफ्रीका दौरे से नाम वापस ले लिया था। इसके बाद वह अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 सीरीज भी नहीं खेले थे। उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भी टीम में शामिल नहीं किया गया।

भारत के कोच राहुल द्रविड़ ने कहा था कि ईशान को वापसी के लिए घरेलू स्तर पर कोई क्रिकेट खेलना होगा। हालांकि, इसके बावजूद उन्होंने रणजी ट्रॉफी नहीं खेली और अपनी टीम झारखंड से नहीं जुड़े और न ही उन्हें कोई जानकारी दी। कोच की सलाह को दरकिनार करते हुए ईशान बड़ौदा पहुंच गए और वहां हार्दिक पांड्या और क्रुणाल पांड्या के साथ प्रैक्टिस करते दिखे।

क्रुणाल और दीपक के लिए भी लागू नियम

बीसीसीआई की रणजी खेलने की सलाह सिर्फ ईशान और श्रेयस नहीं, बल्कि क्रुणाल और दीपक चाहर जैसे खिलाड़ियों पर भी लागू होगा, जो कि फिलहाल टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम मैनेजमेंट के प्लान में नहीं हैं। श्रेयस को खराब फॉर्म की वजह से उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी तीन मैचों से टीम से निकाल दिया गया। उन्हें भी अब यह फैसला मानना होगा।

BCCI के एक सूत्र ने क्रिकबज से कहा कि खिलाड़ी आईपीएल या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अपने मुताबिक नहीं चुन सकते। उन्होंने कहा, ‘सिर्फ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट या आईपीएल ही खेलना नहीं होता है। खिलाड़ियों को घरेलू सत्र और क्रिकेट का भी हिस्सा बनना पड़ेगा और अपने राज्य की टीमों को भी तरजीह देनी होगी।

हार्दिक पांड्या को अब तक नेशनल क्रिकेट एकेडमी की ओर से खेलने के लिए क्लीयरेंस नहीं मिली है। वहीं, विराट कोहली जो कि निजी कारणों से टीम से बाहर हैं, उन पर यह फैसला लागू नहीं होगा। वहीं, ईशान आईपीएल के इंतजार में बैठकर अपना समय बर्बाद कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने बोर्ड तक को यह नहीं बताया है कि वह कहां हैं और क्या कर रहे हैं।

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