Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

बीजेपी का पलटवार, कहा- ये कदम उठाते तो येदियुरप्पा को नहीं देना पड़ता इस्तीफा

Published

on

Loading

नई दिल्ली/बेंगलुरू। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को स्वीकार किया कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस.येदियुरप्पा ने इसलिए इस्तीफा दिया, क्योंकि उनके पास त्रिशंकु विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए पर्याप्त संख्या नहीं थी। हालांकि बीजेपी ने बहुमत साबित करने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त की बात को सिरे से नकार दिया।

केंद्रीय मंत्री व भाजपा के कर्नाटक चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने खरीद-फरोख्त की कोशिश के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यदि ऐसा होता तो येद्दयुरप्पा इस्तीफा नहीं देते। राहुल गांधी के आरोपों को उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की कहावत को चरितार्थ करने वाला बताते हुए जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस शुरू से ही कर्नाटक में फर्जीवाड़े की राजनीति करती रही है। पहले फर्जी वोटर आइकार्ड बनाया, फिर फर्जी सीडी लाकर भाजपा पर खरीद-फरोख्त का फर्जी इल्जाम लगाया।

भाजपा प्रवक्ता वमनाचार्य ने भी कहा, “शक्ति परीक्षण में जीत हासिल करने के लिए हमारे पास पर्याप्त संख्या (112) नहीं थी, जिसके बाद बेंगलुरू और दिल्ली में हमारी पार्टी के नेताओं ने फैसला किया कि येदियुरप्पा को इस्तीफा दे देना चाहिए।”

उन्होंने कहा कि विधानसभा की कार्यवाही के दौरान भाजपा नेता एवं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, धर्मेद्र प्रधान और अनंत कुमार नियमित रूप से दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ संपर्क में थे। वमनाचार्य ने कहा, “अपराह्न् तीन बजे हमने अपने नेताओं से कहा कि हम शक्ति परीक्षण हार गए हैं और येदियुरप्पा ने इस्तीफा देने का फैसला किया है। उनके इस्तीफे के भाषण को तैयार कर लिया गया था।”

वमनाचार्य ने कहा, “यह आरोप चुनाव के नतीजे आने के बाद मंगलवार से हमारे खिलाफ लगाए जा रहे हैं। अगर हम खरीद-फरोख्त करते तो सात विधायक तोडऩा कोई बड़ा काम नहीं है। लेकिन हमने कोशिश नहीं की और हमेशा की तरह ईमानदार राजनीति के साथ बने रहे।”

75 वर्षीय येदियुरप्पा ने सदन के पटल पर शक्ति परीक्षण से पहले अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी थी और राजभवन जाकर उन्होंने राज्यपाल वजुभाई आर. वाला को अपना इस्तीफा सौंप दिया।

नेशनल

भाजपा का परिवार आरक्षण ख़त्म करना चाहता है: अखिलेश यादव

Published

on

Loading

एटा। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एटा में सपा प्रत्याशी देवेश शाक्य के समर्थन में संविधान बचाओ रैली को संबोधित किया। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान बचेगा तो लोकतंत्र बचेगा और लोकतंत्र बचेगा तो वोट देने का अधिकार बचेगा। अखिलेश यादव ने दावा किया कि ये अग्निवीर व्यवस्था जो लेकर आए हैं इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी तो अग्निवीर व्यवस्था समाप्त कर पहले वाली व्यवस्था लागू करेंगे।

उन्होंने आरक्षण मामले पर आरएसएस पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के साथ एक सबसे खतरनाक परिवार है, जो आरक्षण खत्म करना चाहता है। अब उन्हें वोट चाहिए तो वह कह रहे हैं कि आरक्षण खत्म नहीं होगा।

उन्होंने आगे कहा कि मैं पूछना चाहता हूं अगर सरकार की बड़ी कंपनियां बिक जाएंगी तो क्या उनमें आरक्षण होगा? उनके पास जवाब नहीं है कि नौकरी क्यों नहीं दे रहे हैं? लोकसभा चुनाव संविधान मंथन का चुनाव है। एक तरफ वो लोग हैं जो संविधान को हटाना चाहते हैं। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन और समाजवादी लोग हैं जो संविधान को बचाना चाहते हैं। यह चुनाव आने वाली पीढ़ी के भविष्य का फैसला करेगा। वो लोग संविधान के भक्षक हैं और हम लोग रक्षक हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि एटा के लोगों को भाजपा ने बहुत धोखा दिया है। इनका हर वादा झूठा निकला। दस साल में एक लाख किसानों ने आत्महत्या की है। उनकी आय दोगुनी नहीं हुई। नौजवानों का भविष्य खत्म कर दिया गया है। हर परीक्षा का पेपर लीक हो रहा है।

Continue Reading

Trending