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अन्तर्राष्ट्रीय

रूस से फीफा विश्व कप-2018 छीनने की साजिश हो रही : पुतिन

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मास्को,रूस,राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन,फीफा अधिकारियों की वर्तमान गिरफ्तारी सेप,फीफा विश्व कप-2018

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मास्को | रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने गुरुवार को कहा कि फीफा अधिकारियों की वर्तमान गिरफ्तारी सेप ब्लाटर को फीफा का अगला अध्यक्ष बनने से रोकने और रूस से फीफा विश्व कप-2018 की मेजबानी छीनने की साजिश का हिस्सा है। गौरतलब है कि अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों में आरोपित 14 लोगों में शामिल सात फीफा अधिकारियों को बुधवार को स्विट्जरलैंड में गिरफ्तार कर लिया गया।

समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, पुतिन ने कहा, “मेरे विचार से शुक्रवार को होने वाला फीफा अध्यक्ष पद का चुनाव निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही होना चाहिए, जिसमें ब्लाटर के फिर से चुने जाने की पूरी संभावना है।” पुतिन ने फीफा अधिकारियों की गिरफ्तारी को अमेरिकी एजेंडा करार दिया और कहा, “यह अमेरिका की दूसरे देशों में अपनी दखल बढ़ाने की एक और खुली साजिश है।” अमेरिकी अनुरोध पर बुधवार को स्विस पुलिस ने सात फीफा अधिकारियों को गिरफ्तार किया, हालांकि उन्हें अमेरिका प्रत्यर्पित किए जाने पर कोई निर्णय होने तक उन्हें स्विट्जरलैंड में ही हिरासत में रखा गया है।

ब्लाटर 1988 से लगातार फीफा के अध्यक्ष हैं और इस बार भी वह लगातार पांचवें कार्यकाल के लिए फिर से चुनावी मैदान में हैं। पिछले सप्ताह डच फुटबाल संघ के अध्यक्ष माइकल वान प्राग और पुर्तगाल के पूर्व खिलाड़ी लुइस फिगो के नाम वापस लेने के बाद सिर्फ जॉर्डन के प्रिंस अली बिन अल-हुसेन ही उनके खिलाफ मैदान में हैं।

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

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नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

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