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नेशनल

राष्ट्रपति ने 55 जवानों को वीरता पुरस्कार प्रदान किए

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नई दिल्ली | राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शनिवार को रक्षा अलंकरण समारोह में वीरता और विशिष्ट सेवा पुरस्कार प्रदान किया। यह पुरस्कार 55 सैनिकों को दिए गए। पुरस्कारों में एक कीर्ति चक्र और 11 शौर्य चक्र भी शामिल हैं। राष्ट्रीय राइफल्स के कैप्टन जयदेव को कीर्ति चक्र प्रदान किया गया। उन्हें यह पुरस्कार जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा जिले में घायल होने के बावजूद आतंकवादियों का बहादुरी से सामना करने के लिए दिया गया।

इस दौरान 11 शौर्य चक्र भी प्रदान किए गए हैं। इनमें से एक लेफ्टिनेंट कमांडर मनोरंजन कुमार को मरणोपरांत दिया गया। वह मुंबई में हुए आईएनएस सिंधुरत्न दुर्घटना में शहीद हो गए थे। मरणोपरांत शौर्य चक्र जिन्हें दिया गया, उनमें सुबेदार प्रकाश चांद और मेजर अभिजई का नाम भी शामिल है। प्रकाश चांद बारामुला में घुसपैठ विरोधी अभियान के दौरान शहीद हो गए थे, जबकि कार्प्स ऑफ इंजीनियरिंग के मेजर अभिजई रिहायशी इलाके से दूर विमान के साथ कर रहे युद्धाभ्यास के दौरान शहीद हो गए थे। र्य चक्र तीसरा सबसे बड़ा रक्षा अलंकरण है। राष्ट्रपति ने इसके साथ ही 14 परम विशिष्ट सेवा मेडल और 13 अति विशिष्ट सेवा मेडल और तीन उत्तम युद्ध सेवा मेडल प्रदान किया।

नेशनल

कैंसर से जूझ रहे सीपीआई नेता अतुल कुमार अंजान का निधन, लखनऊ के अस्पताल में ली अंतिम सांस

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लखनऊ। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान का शुक्रवार को निधन हो गया। वो लखनऊ के मेयो अस्पताल में भर्ती थे जहां उनका काफी समय से कैंसर का इलाज चल रहा था। उनकी हालत दिन ब दिन खराब होती जा रही थी। शुक्रवार को उन्होंने अंतिम सांस ली।

बता दें कि अतुल अंजान ने अपना राजनीतिक सफर 1977 में शुरू किया था। वह सबसे पहले लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए थे। वह सबसे प्रतिभाशील और सक्रिय कम्युनिस्ट नेताओं में से एक थे।

वह टीवी डिबेट में और कई दूसरे राजनीतिक कार्यक्रमों में लगातार पार्टी का प्रतिनिधित्व करते थे। अपनी राजनीति का लोहा इन्होंने कॉलेज के दिनों से ही मनवा लिया था। छात्र राजनीति में इनके कद का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि अतुल कुमार अंजान 20 साल की उम्र में नेशनल कॉलेज स्टूडेंट्स यूनियन के अध्यक्ष बन गए थे। अतुल कुमार लगातार चार बार लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए. यूनिवर्सिटी के समय से ही वह लेफ्ट की विचारधारा पर चलते थे।

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