Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

ग्रीस संसद में दूसरा बेलआउट विधेयक पारित

Published

on

Loading

एथेंस| ग्रीस की संसद ने गुरुवार सुबह अंतर्राष्ट्रीय बेलआउट पैकेज हासिल करने के लिए दूसरे दौर की सुधारों से संबंधित विधेयक पारित कर दिया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, इस विधेयक में नागरिक न्याय सुधार, बैंक में जमा धनराशि की सुरक्षा योजना और बैंकों में जमा नकदी को बढ़ाने संबंधी सुधार शामिल हैं। इस विधेयक के पक्ष में 298 में से 230 मत पड़े।

दूसरी तरफ ग्रीस की 300 सदस्यीय संसद में से 63 सांसदों ने विधेयक के विरोध में मत दिया, जबकि पांच सांसदों ने मतदान नहीं किया।
अंतर्राष्ट्रीय कर्जदाताओं द्वारा तीसरा बेलआउट पैकेज को अंतिम रूप देने, डिफॉल्ट को टालने और यूरोजोन से ग्रीस को बाहर होने से बचाने के लिए इस विधेयक को पारित करने का अनुरोध किया गया था।

इस विधेयक से यूरोपीय संघ (ईयू) के उस दिशानिर्देशों को मंजूरी दी गई है, जिसमें दिवालिया होने की स्थिति में बैंकों में 1,00,000 यूरो जमा रहने और कानूनी प्रक्रियाओं में समय और लागत बचाने के लिए नागरिक न्याय सुधारों की गारंटी दी गई है।

 

 

अन्तर्राष्ट्रीय

कुवैत में संसद भंग, सभी कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद निलंबित

Published

on

Loading

नई दिल्ली। कुवैत के अमीर शेख मिशाल ने संसद को भंग कर दिया है। अमीर ने शुक्रवार को सरकारी टीवी पर एक संबोधन में इसकी घोषणा की। इसके अलावा अमीर ने देश के सभी कानूनों के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेदों को चार साल तक के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा। सरकारी टीवी के मुताबिक, इस दौरान नेशनल असेंबली की सभी शक्तियां अमीर और देश की कैबिनेट के पास होंगी।

एमीर ने सरकारी टीवी पर दिए अपने संबोधन में संसद भंग करने की घोषणा करते हुए कहा, “कुवैत हाल ही में बुरे वक्त से गुजर रहा है, जिसकी वजह से किंगडम को बचाने और देश के हितों को सुरक्षित करने के लिए कड़े फैसले लेने में झिझक या देरी करने के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के कई डिपार्टमेंट्स में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। भ्रष्टाचार की वजह से देश का महौल खराब हो रहा है। अफसोस की बात ये है कि भ्रष्टाचार सुरक्षा और आर्थिक संस्थानों तक फैल गया है। साथ ही अमीर ने न्याय प्रणाली में भ्रष्टाचार होने की बात कही है।

कुवैत पिछले कुछ सालों से घरेलू राजनीतिक विवादों से घिरा रहा है। देश का वेल्फेयर सिस्टम इस संकट का एक प्रमुख मुद्दा रहा है और इसने सरकार को कर्ज लेने से रोका है। इसकी वजह से अपने तेल भंडार से भारी मुनाफे के बावजूद सरकारी खजाने में पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए बहुत कम पैसे बचे हैं। कुवैत में भी दूसरे अरब देशों की तरह शेख वाली राजशाही सिस्टम है लेकिन यहां की विधायिका पड़ोसी देशों से ज्यादा पावरफुल मानी जाती है।

Continue Reading

Trending