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एचडीएफसी बैंक की डिजिटल परिवर्तन यात्रा में माइक्रोसॉफ्ट की साझेदारी

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मुंबई। भारत का निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक, एचडीएफसी बैंक अपनी डिजिटल परिवर्तन यात्रा के अगले चरण में माइक्रोसॉफ्ट के साथ साझेदारी कर रहा है और एप्लिकेशन पोर्टफोलियो को बदलकर व्यावसायिक मूल्य अनलॉक कर रहा है, डेटा परिदृश्य का आधुनिकीकरण कर रहा है और माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड के साथ उद्यम को सुरक्षित कर रहा है।

एचडीएफसी बैंक अपनी फ्यूचर रेडी स्ट्रैटेजी के एक हिस्से के रूप में घरेलू आईपी विकसित कर रहा है और साथ ही फिनटेक सहित कई कंपनियों के साथ साझेदारी कर रहा है ताकि प्रौद्योगिकी आईपी का सह-निर्माण किया जा सके।

बैंक एंटरप्राइज़ रिपोर्टिंग में अपनी सूचना प्रबंधन क्षमताओं और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके उन्नत एनालिटिक्स को स्केल करने के लिए फ़ेडरेटेड डेटा लेक के माध्यम से अपने एंटरप्राइज़ डेटा परिदृश्य को समेकित और आधुनिक बनाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट एज़्योर का लाभ उठाएगा।

माइक्रोसॉफ्ट एज़्योर स्टैक पर निर्मित, समाधान बैंक को कई प्रणालियों, रिपोर्ट और प्रक्रियाओं में फैले कई व्यावसायिक इकाइयों के लिए अपने डेटा परिदृश्य को लोकतांत्रिक और मुद्रीकृत करने में सक्षम करेगा। इसकी एकीकृत वास्तुकला, सहयोगी इंजीनियरिंग वातावरण, उद्योग-अग्रणी सुरक्षा और एआई/एमएल आधारित गहन शिक्षण क्षमताओं के पारिस्थितिकी तंत्र द्वारा संचालित करेगा।

इसके अलावा, बैंक ऐप इनोवेशन और ऑटोमेशन फैक्ट्री स्थापित करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट पावर प्लेटफार्म का की उद्योग-अग्रणी लो कोड, नो कोड क्षमताओं का भी लाभ उठाएगा। ऐप फैक्ट्री बैंक को अपने एप्लिकेशन पोर्टफोलियो को माइग्रेट करने, आधुनिक बनाने और बदलने में सक्षम बनाएगी।

“माइक्रोसॉफ्ट के साथ हमारी साझेदारी बैंक चलाने के साथ-साथ भविष्य के बैंक के निर्माण में निवेश करके हमारे प्रौद्योगिकी परिवर्तन एजेंडे का एक हिस्सा है। इसके केंद्र में हमारे ग्राहकों को एक नव बैंकिंग अनुभव प्रदान करने की क्षमता है जो किसी से पीछे नहीं है। हम प्रोप्रायटरी आईपी में निवेश के साथ-साथ इस तरह के गठजोड़ के जरिए ऐसा कर रहे हैं।’ रमेश लक्ष्मीनारायणन, समूह प्रमुख – सूचना प्रौद्योगिकी और मुख्य सूचना अधिकारी, एचडीएफसी बैंक ने कहा।

माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के प्रबंध निदेशक शशि श्रीधरन ने कहा, “हम एचडीएफसी बैंक की डिजिटल परिवर्तन यात्रा का हिस्सा बनकर और श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ उत्पाद और सेवाएं बनाने के लिए उनके साथ साझेदारी करके खुश हैं। ये उत्पाद और सेवाएँ माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड प्लेटफ़ॉर्म और तकनीकों का लाभ उठाकर ग्राहकों के लिए सख्त सुरक्षा और अनुपालन मानकों का पालन करेंगे। साझेदारी माइक्रोसॉफ्ट 365 के साथ बैंक के डिजिटल कार्यस्थल परिवर्तन को भी आगे बढ़ाएगी और ग्राहक और कर्मचारी अनुभव में उल्लेखनीय वृद्धि करेगी।

एचडीएफसी बैंक परिवर्तन के तीन महत्वपूर्ण क्षेत्रों- कर्मचारी सहयोग, ऐप आधुनिकीकरण और सुरक्षित दूरस्थ कार्य को कवर करते हुए एक आधुनिक, एकीकृत और सुरक्षित डिजिटल कार्यस्थल को अपनाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट 365 का भी लाभ उठाएगा। इसके अलावा, एचडीएफसी बैंक ने अपने कर्मचारियों के लिए सुरक्षित हाइब्रिड कार्य को निर्बाध रूप से सक्षम करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट सुरक्षा समाधानों को एम्बेड किया है।

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Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

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नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

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