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बिजनेस

एचडीएफसी बैंक ने विशेष कार्यकाल के लिए शुरू की दो फिक्स्ड डिपॉजिट योजनाएं

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मुंबई। भारत के निजी क्षेत्र के अग्रणी बैंक एचडीएफसी बैंक ने आज 35 और 55 महीनों दो विशेष अवधि वाली सावधि जमा (फिक्स्ड डिपॉजिट) योजनाएं शुरू करने की घोषणा की। विशेष अवधि फिक्स्ड डिपॉजिट योजनाओं का लाभ 2 करोड़ रुपये से कम जमा पर लिया जा सकता है।

ग्राहक 35 महीने (2 साल और 11 महीने) के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट पर 7.20% ब्याज और 55 महीने (4 साल और 7 महीने) के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट पर 7.25% ब्याज का लाभ उठा सकते हैं। इसके अलावा, वरिष्ठ नागरिक ग्राहक स्वीकृत ब्याज दर के अलावा 0.5% तक अतिरिक्त ब्याज मार्जिन का लाभ उठा सकते हैं।

चूंकि जमा दरें अपने चरम के निकट हैं, नई स्पेशल एडिशन फिक्स्ड डिपॉजिट योजना उन ग्राहकों को लाभान्वित करेगी जो सुनिश्चित उच्च रिटर्न के साथ विस्तारित अवधि के लिए अपना पैसा रखना चाहते हैं।

इस अवसर पर रवि संथानम, सीएमओ, हेड-कॉर्पोरेट कम्युनिकेशंस, हेड-लायबिलिटी प्रोडक्ट्स एंड मैनेज्ड प्रोग्राम्स ने कहा एचडीएफसी बैंक अपने ग्राहकों को बेहतरीन बैंकिंग अनुभव प्रदान करता है। हम ग्राहकों को सर्वश्रेष्ठ बैंकिंग और बचत समाधान प्रदान करने के लिए लगातार नए-नए प्रयोग करते रहते हैं।

फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश निवेश के लिए सबसे सुरक्षित साधनों में से एक है जो सुनिश्चित रिटर्न प्रदान करता है। नई योजनाओं से हमारे ग्राहकों और गैर-ग्राहकों को बहुत लाभ होगा जो अपने पैसे को उच्च रिटर्न के साथ विस्तारित अवधि के लिए सुरक्षित रखना चाहते हैं। बता दें कि  एचडीएफसी बैंक भारत के निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक है, जिसकी बैलेंस शीट 24 लाख करोड़ रुपये से अधिक है।

बिजनेस

Whatsapp ने दी भारत छोड़ने की धमकी, कहा- अगर सरकार ने मजबूर किया तो

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नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि अगर उसे उसे संदेशों के एन्क्रिप्शन को तोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह भारत में अपनी सेवाएं बंद कर देगा। मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से पेश एक वकील ने कहा कि लोग गोपनीयता के लिए व्हाट्सएप का उपयोग करते हैं और सभी संदेश एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं।

व्हाट्सऐप का कहना है कि WhatsApp End-To-End Encryption फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर रखने का काम करता है। इस फीचर की वजह से ही मैसेज भेजने वाले और रिसीव करने वाले ही इस बात को जान सकते हैं कि आखिर मैसेज में क्या लिखा है। व्हाट्सऐप की तरफ से पेश हुए वकील तेजस करिया ने अदालत में बताया कि हम एक प्लेटफॉर्म के तौर पर भारत में काम कर रहे हैं। अगर हमें एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर को तोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है तो व्हाट्सऐप भारत छोड़कर चला जाएगा।

तेजस करिया का कहना है कि करोड़ों यूजर्स व्हाट्सऐप को इसके एन्क्रिप्शन सिक्योरिटी फीचर की वजह से इस्तेमाल करते हैं। इस वक्त भारत में 40 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सऐप यूजर्स हैं। यही नहीं उन्होंने ये भी तर्क दिया है कि नियम न सिर्फ एन्क्रिप्शन बल्कि यूजर्स की प्राइवेसी को भी कमजोर बनाने का काम कर रहे हैं।

व्हाट्सऐप के वकील ने बताया कि भारत के अलावा दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई नियम नहीं है। वहीं सरकार का पक्ष रखने वाले वकील कीर्तिमान सिंह ने नियमों का बचाव करते हुए कहा कि आज जैसा माहौल है उसे देखते हुए मैसेज भेजने वाले का पता लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई अब 14 अगस्त को करेगा।

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