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Live: सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में होगी CVC जांच, अंतरिम डायरेक्टर नहीं ले सकेंगे कोई फैसला!

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नई दिल्ली। सीबीआई का झगड़ा अब देश की सर्वोच्च अदालत में पहुंच गया है। छुट्टी पर भेजे गए सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा और एक एनजीओ द्वारा दाखिल याचिका पर शुक्रवार की सुबह चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई।

मामले में की सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा है कि सीवीसी अपनी जांच 2 हफ्ते में पूरी कर ले। आपको बता दें कि ये जांच सुप्रीम कोर्ट के जज एके पटनायक की निगरानी में होगी।

CJI ने सुनवाई के दौरान कहा कि इस स्थिति में बस इस मामले पर सुनवाई होगी कि ये प्रथम दृष्टया केस बनता है या नहीं। चीफ जस्टिस ने अंतरिम डायरेक्टर नागेश्वर राव की नियुक्ति पर कहा कि जांच चलने तक वह केवल रुटीन कामकाज ही देख सकेंगे जांच चलने तक वह कोई नीतिगत फैसला नहीं ले सकते।

नेशनल

कैंसर से जूझ रहे सीपीआई नेता अतुल कुमार अंजान का निधन, लखनऊ के अस्पताल में ली अंतिम सांस

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लखनऊ। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान का शुक्रवार को निधन हो गया। वो लखनऊ के मेयो अस्पताल में भर्ती थे जहां उनका काफी समय से कैंसर का इलाज चल रहा था। उनकी हालत दिन ब दिन खराब होती जा रही थी। शुक्रवार को उन्होंने अंतिम सांस ली।

बता दें कि अतुल अंजान ने अपना राजनीतिक सफर 1977 में शुरू किया था। वह सबसे पहले लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए थे। वह सबसे प्रतिभाशील और सक्रिय कम्युनिस्ट नेताओं में से एक थे।

वह टीवी डिबेट में और कई दूसरे राजनीतिक कार्यक्रमों में लगातार पार्टी का प्रतिनिधित्व करते थे। अपनी राजनीति का लोहा इन्होंने कॉलेज के दिनों से ही मनवा लिया था। छात्र राजनीति में इनके कद का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि अतुल कुमार अंजान 20 साल की उम्र में नेशनल कॉलेज स्टूडेंट्स यूनियन के अध्यक्ष बन गए थे। अतुल कुमार लगातार चार बार लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए. यूनिवर्सिटी के समय से ही वह लेफ्ट की विचारधारा पर चलते थे।

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