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मुख्य समाचार

जलिकट्ट पर सर्वोच्च न्यायालय की रोक

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नई दिल्ली| सर्वोच्च न्यायालय ने मंगलवार को तमिलनाडु के लोकप्रिय खेल जलिकट्ट पर रोक लगा दी। केंद्र सरकार ने हाल ही में एक अधिसूचना जारी कर इस खेल को स्वीकृति दे दी थी।  न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली सर्वोच्च न्यायालय की पीठ ने कहा कि इस खेल को 21वीं सदी में अनुमति नहीं मिल सकती।जलिकट्ट, तमिलनाडु का एक लोकप्रिय खेल है, जिसे पारंपरिक त्योहार पोंगल के दौरान आयोजित किया जाता है और सर्वोच्च न्यायालय ने उत्सव के दो दिन पूर्व इस पर रोक लगा दी है।

इस खेल को अनुमति देने के लिए केंद्र सरकार की ओर से गुरुवार को जारी एक अधिसूचना पर शुक्रवार को स्थगन जारी करते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार और अन्य पक्षकारों को नोटिस जारी किया था।  ऐतिहासिक खेलों में से एक जलिकट्ट में बैलों या सांड़ को काबू करने का प्रदर्शन होता है। हाल ही के दशकों में इस खेल के दौरान कई लोगों की जान भी जा चुकी है।

नेशनल

दिल्ली के स्कूलों की जांच में कुछ नहीं मिला, पुलिस बोली- ई-मेल्स और कॉल्स फर्जी

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नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों में बम होने के धमकी भरे ईमेल के बाद जांच की गई तो वहां कुछ नहीं मिला। पुलिस अधिकारियों ने भी इसे होक्स ईमेल बताया है, लेकिन उन्होंने कहा कि चेकिंग जारी रहेगी। गृह मंत्रालय ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह फर्जी कॉल है। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रोटोकॉल के मुताबिक जरूरी कदम उठा रही हैं।

वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल मिले। दिल्ली पुलिस ने प्रोटोकॉल के तहत ऐसे सभी स्कूलों की गहन जांच की। कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिल। ऐसा प्रतीत होता है कि ये कॉल्स फर्जी हैं। हम जनता से अनुरोध करते हैं कि वे घबराएं नहीं और शांति बनाए रखें।

स्कूल में आए इस धमकी भरे ईमेल के बाद कई स्कूलों ने बच्चों की जल्द छुट्टी का मैसेज पेरेंट्स को भेज दिया, तो कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल जाकर पहले ही ले आए। इसके अलावा कई स्कूल के प्रिंसिपल ने पेरेंट्स को मैसेज भेज कर कहा कि घबराने की बात नहीं है।

नोएडा में इंद्रप्रस्थ ग्लोबल स्कूल (आईपीजीएस) की प्रिंसिपल निकिता तोमर मान ने बताया, “मैं लोगों से आग्रह करूंगी कि वे अनावश्यक घबराहट पैदा न करें और इस स्थिति को एक परिपक्व वयस्क के रूप में लें। दिल्ली-एनसीआर के जिन स्कूलों को धमकियां मिलीं, उन्हें खाली करा लिया गया है और हमारे सहित बाकी स्कूल सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। कोई धमकी भरा संदेश प्राप्त नहीं हुआ है।”

 

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