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सर्वोच्च न्यायालय से तीनों वकीलों के खिलाफ अदालत की अवमानना कार्रवाई का आग्रह
नई दिल्ली| पुलिस हिरासत में जवाहर लाल नेहरू (जेएनयू)विश्वविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की तीन घंटे तक पिटाई करने का दावा करने वाले तीनों वकीलों के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय से अदालत की अवमानना की कार्रवाई शुरू करने का मंगलवार को आग्रह किया गया है। तीनों वकील एक स्टिंग ऑपरेशन में यह कहते पाए गए थे। अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने न्यायमूर्ति जे. चेलमेश्वर और न्यायमूर्ति अभय मनोहर सप्रे की पीठ का ध्यान स्टिंग ऑपरेशन की ओर आकर्षित किया, जिसमें तीनों वकील यह कहते दिखाई दे रहे थे कि उन्होंने पुलिस हिरासत में कन्हैया कुमार की तीन घंटे पिटाई की और वे उस पर पेट्रोल बम फेंक देंगे।
प्रशांत भूषण ने वकीलों के बयान को गंभीर बताते हुए अदालत से उनके खिलाफ अदालत की अवमानना कार्रवाई शुरू करने का आग्रह किया।प्रशांत भूषण ने कहा कि स्टिंग ऑपरेशन में वकील यह कहते दिखाई दे रहे हैं कि वे जेल में जहां कन्हैया कुमार को रखा गया है, वहां जाकर उसे और अधिक नुकसान पहुंचाएंगे। न्यायमूर्ति चमलेश्वर ने यह कहते हुए कि यह स्टिंग ऑपरेशन शेखी बघारने का मामला भी हो सकता है, प्रशांत भूषण को इस मामले में एक याचिका दाखिल करने को कहा।
इस बीच, शीर्ष अदालत ने दिल्ली उच्च न्यायालय के महापंजीयक के आग्रह को भी स्वीकार कर लिया। उन्होंने वरिष्ठ अधिवक्ता हरिन रावल द्वारा की गई वीडियो रिकॉर्डिग में अपना चेहरा छिपाने की मांग की थी। रावल ने 17 फरवरी को पटियाला हाउस अदालत परिसर की घटना की रिकॉडिर्ंग की थी।
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दिल्ली के स्कूलों की जांच में कुछ नहीं मिला, पुलिस बोली- ई-मेल्स और कॉल्स फर्जी
नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों में बम होने के धमकी भरे ईमेल के बाद जांच की गई तो वहां कुछ नहीं मिला। पुलिस अधिकारियों ने भी इसे होक्स ईमेल बताया है, लेकिन उन्होंने कहा कि चेकिंग जारी रहेगी। गृह मंत्रालय ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह फर्जी कॉल है। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रोटोकॉल के मुताबिक जरूरी कदम उठा रही हैं।
वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल मिले। दिल्ली पुलिस ने प्रोटोकॉल के तहत ऐसे सभी स्कूलों की गहन जांच की। कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिल। ऐसा प्रतीत होता है कि ये कॉल्स फर्जी हैं। हम जनता से अनुरोध करते हैं कि वे घबराएं नहीं और शांति बनाए रखें।
स्कूल में आए इस धमकी भरे ईमेल के बाद कई स्कूलों ने बच्चों की जल्द छुट्टी का मैसेज पेरेंट्स को भेज दिया, तो कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल जाकर पहले ही ले आए। इसके अलावा कई स्कूल के प्रिंसिपल ने पेरेंट्स को मैसेज भेज कर कहा कि घबराने की बात नहीं है।
नोएडा में इंद्रप्रस्थ ग्लोबल स्कूल (आईपीजीएस) की प्रिंसिपल निकिता तोमर मान ने बताया, “मैं लोगों से आग्रह करूंगी कि वे अनावश्यक घबराहट पैदा न करें और इस स्थिति को एक परिपक्व वयस्क के रूप में लें। दिल्ली-एनसीआर के जिन स्कूलों को धमकियां मिलीं, उन्हें खाली करा लिया गया है और हमारे सहित बाकी स्कूल सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। कोई धमकी भरा संदेश प्राप्त नहीं हुआ है।”
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