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लाइफ स्टाइल

..तो गर्मी में त्वचा रहेगी दमकी-दमकी

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नई दिल्ली| गर्मी का मौसम अपने साथ चकते पड़ना, धूप से त्वचा का झुलसा व पपड़ी उतरना जैसी तमाम दिक्कतें लेकर आता है। त्वचा विशेषज्ञों की सलाह है कि ऐसे में रोजाना क्लींजिंग, टोनिंग और मॉश्चराइजिंग के साथ ही पोषक आहार लेना भी जरूरी है। मेडिकल सर्विसेज एवं आरएंडबी की उपाध्यक्ष एवं काया स्किन क्लीनिक की प्रमुख डॉक्टर संगीता वेलासकर ने यहां इस मौसम में अपनी त्वचा की देखभाल के कुछ ऐसे ही सुझाव दिए हैं।

-धूप से बचाव : ऐसे सनस्क्रिन का चुनाव करें जो आपकी त्वचा को सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाए। भारतीय त्वचा के हिसाब से 30 एसपीएफ वाला सनस्क्रिन सर्वश्रेष्ठ है। घर से बाहर निकलने से 20 से 30 मिनट पहले सन स्क्रिन लगाएं। धूप का चश्मा भी लगाएं।

-रोजाना की सफाई भी जरूरी : त्वचा को रोगमुक्त रखने के लिए रोजाना दो बार क्लींजिंग, टोनिंग व मॉश्चराइजिंग करने की आदत डालें।

-स्क्रब का इस्तेमाल : रूखी-सूखी, बेचैन त्वचा से पिंड छुड़ाने के लिए स्क्रब करना जरूरी है। स्क्रब करने से मृत एवं पुरानी त्वचा कोशिकाएं हट जाती हैं। कोहनी और घुटनों से मृत उत्तकों को हटाने के लिए एक-एक दिन छोड़कर उन पर चीनी के साथ नींबू की फांक को हल्के हाथों से रगड़ें।

-बालों की समस्या : गर्मियों में बालों की नमी खो जाती है। ऐसे में किसी भी तरह के केमिकल और हेयरस्टाइल बनाने वाले उपकरणों से परहेज करना चाहिए। जल्दी-जल्दी शैंपू का इस्तेमाल करने से बालों की चमक व नमी खो जाती है। बालों के लिए नरम शैंपू व कंडीशनर का भी इस्तेमाल करें।

-खुशहाल पैर : दिन के दौरान सनस्क्रिन और शाम में हल्के मॉश्चराइजर का प्रयोग करें।

-पौष्टिक खानपान : गर्मियों में खूब सारा पानी पीने, हल्का और पोषक खाना खाने की सलाह दी जाती है। अपनी त्वचा को हाईड्रेट रखने के लिए ताजे फल व हरी सब्जियां खाएं। अपने खाने में खीरा, ककड़ी, करेला, पालक, तरबूज, संतरा, चेरी, प्लम और लीची जैसी सब्जियों व फलों को शामिल करें।

योग एवं आयुर्वेद

ये वर्कआउट्स डिप्रेशन से लड़ने में हैं मददगार, मूड को रखते हैं हैप्पी  

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नई दिल्ली। भागमभाग वाली जीवनशैली, काम का बोझ, खानपान व अन्य तनावों के चलते आजकल लोग डिप्रेशन में आ जाते हैं, जिसके चलते कभी-कभी हादसे भी हो जाते हैं। डिप्रेशन से लड़ने में कई वर्कआउट्स काफी मददगार साबित हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं, डिप्रेशन में किस तरह के वर्कआउट्स फायदेमंद हैं-

  1. रनिंग

रनिंग करने से बॉडी में डोपामाइन और सेरोटोनिन जैसे हॉर्मोन्स का सिक्रिशन होता है और कोर्टिसोल का लेवल घटता है जो स्ट्रेस बढ़ाने वाला हॉर्मोन होता है। तनाव की स्थिति में ये हॉर्मोन ज्यादा बनने लगता है, तो रनिंग इसे कम करने में प्रभावी है। रनिंग से मसल्स बनने के साथ ही हार्ट व ब्रेन भी हेल्दी रहता है।

  1. वेट लिफ्टिंग

वेट लिफ्टिंग के जरिए भी हल्के-फुल्के तनाव और अवसाद के लक्षणों से निपटा जा सकता है। वेट ट्रेनिंग के दौरान पूरा फोकस हाथों और शरीर पर होता है बाकी दूसरी चीज़ों पर ध्यान ही नहीं जाता। वेट लिफ्टिंग से मसल्स टोन्ड और स्ट्रॉन्ग होती है। ओवरऑल बॉडी फिट नजर आती है।

  1. योगा

बिना दौड़भाग के की जाने वाली बहुत ही बेहतरीन फिजिकल एक्टिविटी है योगा। तरह-तरह के शारीरिक मुद्राएं, ब्रीदिंग एक्सरसाइज और मेडिटेशन शरीर के साथ आपके दिमाग पर भी काम करती हैं। तनाव दूर करने के लिए मेडिटेशन का सुझाव एक्सपर्ट्स भी देते हैं। योग के महज 1/2 घंटे के अभ्यास से ही आपको अच्छा फील होगा।

  1. धूप का सेवन

धूप का सेवन तनाव, चिंता और अवसाद को दूर रखने में मददगार होता है। धूप से बॉडी में सेरोटोनिन का प्रोडक्शन होता है जो मूड को हैप्पी रखता है।

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डिस्क्लेमर: उक्त लेख सिर्फ सूचना मात्र हैं। अपनाने से पहले विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें।

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