Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

आगजनी समेत दूसरे आरोपों में बर्खास्त डॉ. केके सिंह होंगे बहाल, सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की केजीएमयू की याचिका

Published

on

Loading

लखनऊ। लखनऊ के डॉ. केके सिंह के प्रकरण में 18 जुलाई 2018 को माननीय उच्चतम न्यायलय ने केजीएमयू की याचिका खारिज की और यह आदेश दिया है कि डॉ. केके सिंह को बहाल करे और पूरे विवाद की अवधि को उनकी नौकरी / अनुभव से जोड़ा जाए।

केके अस्पताल के मालिक केके को सुप्रीम कोर्ट ने केजीएमयू में बहाल कर दिया है। वर्ष 2006 में केजीएमयू ने उन्हें बर्खास्त कर दिया था। जनवरी 2006 में केजीएमयू के डॉ. केके सिंह को आगजनी व तीन दूसरे आरोपों के लिए निलंबित कर दिया गया था । सात जून 2008 में इन्हीं आरोपों में इन्हें बर्खास्त कर दिया था।

वहीं पांच मार्च 2009 को लखनऊ हाईकोर्ट ने इस आदेश को खारिज कर दिया, इस आदेश के खिलाफ केजीएमयू ने सुप्रीम कोर्ट में SLP दायर किया। वर्ष 2012 में केजीएमयू ने फिर से इस मामले की जांचकर डॉ. सिंह को बर्खास्त कर दिया, इस पर डॉ. सिंह ने इस आदेश के खिलाफ लखनऊ हाईकोर्ट में रिट याचिका योजित की। इसके बाद हाईकोर्ट ने बर्खास्तगी के इस आदेश को खारिज करते हुए केजीएमयू को डॉ. सिंह को फिर से सेवा लाभ प्रदान करने का मौका दिया।



केजीएमयू ने 31 अक्टूबर 2014 में उपरोक्त आदेश दिनांक 14 जुलाई 2014 के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में SLP N0. 27166/14 याचिका की। फिर केजीएमयू को सुप्रीम कोर्ट ने यह निर्देशित किया कि डॉ. सिंह को पूरे वेतन का भुगतान किया जाए चाहे केजीएमयू डॉ. सिंह से काम ले या न ले।

18 जुलाई 2018 को माननीय उच्चतम न्यायालय ने केजीएमयू की अपील को स्वीकार ना करते हुए यह आदेश जारी किया कि –

  • माननीय उच्च न्यायालय लखनऊ बेंच लखनऊ के आदेश पर दिनांक 14 जुलाई 2014 बहाली के लिए आदेशों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
  • माननीय उच्चतम न्यायालय ने डॉ. केके सिंह के बहाली आदेश को स्थापित रखा।

नेशनल

जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी, मुठभेड़ में दो आतंकियों को किया ढेर

Published

on

Loading

बारामूला। जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के सोपोर में शुक्रवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच चल रही गोलीबारी में दो आतंकवादी मारे गए, जबकि एक नागरिक और दो सैनिक घायल हो गए। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक लश्कर का डिवीजनल कमांडर उस्मान और आतंक का पर्याय बने लश्कर के मुखौटा संगठन टीआरएफ के कमांडर बासित डार के फंसे होने की संभावना है। रात 12:30 बजे आतंकियों ने घेरा तोड़ भागने का प्रयास किया और उसके बाद दोनों ओर से गोलाबारी शुरू हुई है। बीते 48 घंटे में उत्तरी कश्मीर में आतंकियों व सुरक्षाबल के बीच दूसरी मुठभेड़ है।

इससे पूर्व मंगलवार को बांडीपोरा के रेंजी अरागाम में मुठभेड़ में भी दो सैन्यकर्मी घायल हुए थे। पुलिस को गुरुवार दोपहर बाद पता चला कि स्वचालित हथियारों से लैस दो-तीन आतंकी सोपोर में किसी जगह अपने संपर्क सूत्र से मिलने आए हैं। ये आतंकी चुनाव के दौरान किसी वारदात को अंजाम देने का षड्यंत्र रच रहे हैं। सूचना पर पुलिस ने सोपोर और उसके साथ सटे इलाकों में मुखबिरों को सक्रिय किया। शाम सात बजे के करीब जब सुरक्षाबल तलाशी लेते हुए चक मोहल्ले में आगे बढ़ रहे तो मस्जिद से कुछ ही दूरी पर स्थित एक मकान में छिपे आतंकियों ने उन पर फायरिंग करते हुए भागने का प्रयास किया।

जवानों ने जवाबी फायर कर आतंकियों को मुठभेड़ में उलझा लिया। जवानों ने आतंकियों की गोलीबारी के बीच ही आसपास के मकानों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। दावा किया जा रहा है कि इस दौरान फारूक अहमद नामक एक स्थानीय नागरिक के कंधे पर गोली लगी, जिससे वह जख्मी हो गया। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वह एक लैब टैक्निशियन है। इस भिड़ंत में सेना ने दो आतंकियों को मार गिराया है

Continue Reading

Trending