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नेशनल

सशस्त्र बलों पर राजनीति नहीं करें : रिजिजू

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 किरण रिजिजू

 

नई दिल्ली, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने गुरुवार को राजनीतिक दलों से पूर्व सैनिक की आत्महत्या और खास तौर से सशस्त्र बलों से जुड़े मुद्दों पर राजनीति नहीं करने का आग्रह किया। रिजिजू ने संवाददाताओं से कहा, “देश के सशस्त्र बलों के ऊपर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। ”

रिजिजू की यह टिप्पणी पूर्व सैनिक राम किशन ग्रेवाल द्वारा आत्महत्या करने के बाद हुई राजनीति पर आई है। ग्रेवाल ने एक रैंक एक पेंशन (ओआरओपी) को लागू करने की मांग को लेकर आत्महत्या कर ली थी।

मंत्री ने कहा, “मेरा आग्रह है कि जिसे भी कुछ कहना है, उसे ठीक से सोचने बाद कहना चाहिए। ”

विपक्ष के ओआरओपी योजना लागू करने में देरी के आरोप पर रिजिजू ने कहा, “देश जानता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हमारी भाजपा सरकार ने जवानों के लिए क्या किया है।”

नेशनल

कैंसर से जूझ रहे सीपीआई नेता अतुल कुमार अंजान का निधन, लखनऊ के अस्पताल में ली अंतिम सांस

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लखनऊ। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान का शुक्रवार को निधन हो गया। वो लखनऊ के मेयो अस्पताल में भर्ती थे जहां उनका काफी समय से कैंसर का इलाज चल रहा था। उनकी हालत दिन ब दिन खराब होती जा रही थी। शुक्रवार को उन्होंने अंतिम सांस ली।

बता दें कि अतुल अंजान ने अपना राजनीतिक सफर 1977 में शुरू किया था। वह सबसे पहले लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए थे। वह सबसे प्रतिभाशील और सक्रिय कम्युनिस्ट नेताओं में से एक थे।

वह टीवी डिबेट में और कई दूसरे राजनीतिक कार्यक्रमों में लगातार पार्टी का प्रतिनिधित्व करते थे। अपनी राजनीति का लोहा इन्होंने कॉलेज के दिनों से ही मनवा लिया था। छात्र राजनीति में इनके कद का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि अतुल कुमार अंजान 20 साल की उम्र में नेशनल कॉलेज स्टूडेंट्स यूनियन के अध्यक्ष बन गए थे। अतुल कुमार लगातार चार बार लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए. यूनिवर्सिटी के समय से ही वह लेफ्ट की विचारधारा पर चलते थे।

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