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व्यापमं घोटाले को लेकर मध्य प्रदेश में आज बंद का ऐलान

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भोपाल। मध्य प्रदेश में व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले को लेकर गुरुवार को कांग्रेस और कम्युनिस्ट व समाजवादी विचारधारा वाले दलों ने अलग-अलग बंद का आह्वान किया है। राज्य में बंद का मिलाजुला असर गुरुवार सुबह से कई स्थानों पर नजर आ रहा है। वहीं, सुरक्षा के मद्देनजर राज्य में जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती की गई है।

सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने व्यापमं मामले की जांच शुरू कर दी है। सीबीआई मामले में अब तक पांच प्रकरण दर्ज कर 160 लोगों को आरोपी बना चुकी है। कांग्रेस की मांग है कि व्यापमं घोटाले की सीबीआई जांच सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में हो और जो जांच एजेंसियां अब तक (जांच सीबीआई को सौंपे जाने से पहले) मामले की जांच में शामिल रही हैं, उनकी भी जांच हो। इसी मांग को लेकर कांग्रेस ने गुरुवार को राज्य में बंद का आह्वान किया है।

उधर, कम्युनिस्ट पार्टियों और समाजवादी विचारधारा वाले दलों जनता दल (युनाइटेड), समाजवादी पार्टी (सपा), गोंडवाना गणतंत्र पार्टी आदि ने भी कांग्रेस से इतर प्रदेश बंद का आह्वान किया है। मार्क्सेवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के प्रदेश सचिव बादल सरोज का कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अब पद पर रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। वहीं, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद यादव ने सरकार व मुख्यमंत्री की नीति और नीयत पर सवाल उठाए हैं।

कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश ने भरोसा दिलाया है कि यह बंद शांतिपूर्ण होगा। उन्होंने कारोबारियों और आम जनता से बंद में सहयोग करने की अपील की। प्रदेश बंद का राजधानी भोपाल से लेकर विभिन्न स्थानों पर सुबह के समय मिलाजुला असर देखा जा रहा है। बंद को लेकर सुबह चाय-नाश्ते की कई दुकानें बंद रहीं। राजधानी भोपाल के न्यू मार्केट, एमपी नगर और इंदौर के छप्पन बाजार की नाश्ते व चाय की अधिकांश दुकानें बंद रहीं। सड़कों पर नगर परिवहन सेवा की बसें और ऑटो कम नजर आ रहे हैं। पुलिस ने बंद के मद्दे नजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं, मुख्य चौराहों पर पुलिस बल की तैनाती की गई है।

कांग्रेस के कार्यकर्ता सुबह से ही सड़कों पर टोलियां बनाकर निकले हैं। राजधानी भोपाल में एक टोली का नेतृत्व कर रहे युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कुणाल चौधरी ने लोगों से बंद को सफल बनाने की अपील की, साथ ही कहा कि अगर वे बंद में शामिल नहीं हो सकते तो काली पट्टी लगाकर व्यापमं घोटाले का विरोध करें। उधर, राजधानी भोपाल में कुछ व्यापारिक संगठनों ने ईद जैसे त्योहार पर बंद के आह्वान का विरोध करते हुए अपने प्रतिष्ठानों को खुला रखने का एलान किया है। साथ ही कई व्यापारिक संगठनों ने बंद पर सवाल उठाते हुए समाचार पत्रों में बड़े-बड़े इश्तहार जारी किए हैं। ज्ञात हो कि राज्य में प्रवेश और भर्ती परीक्षा आयोजित करने वाले व्यापमं में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियों का खुलासा होने के बाद से 2,100 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं, 48 लोगों की मौत हो चुकी है। यह मामला सर्वोच्च न्यायालय ने अब सीबीआई को सौंप दिया है।

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रायबरेली में होगी अमेठी से भी बड़ी हार, बीजेपी का राहुल गांधी पर निशाना

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लखनऊ। कांग्रेस ने रायबरेली और अमेठी से उम्‍मीदवार कौन होगा? इसपर सस्‍पेंस खत्‍म कर दिया है। पार्टी ने शुक्रवार को नामांकन के आखि‍री द‍िन नई ल‍िस्‍ट जारी कर इन दोनों सीटों पर प्रत्‍याशि‍यों के नाम का एलान कर द‍िया है। कांग्रेस ने अमेठी से केएल शर्मा को टिकट दिया है जबकि कांग्रेस की पारंपरिक सीट रायबरेली से खुद राहुल गांधी चुनाव लड़ेंगे। इसके बाद भाजपा ने राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने पर निशाना साधा है।

उपमुख्मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘राहुल गांधी और गांधी परिवार में अमेठी-रायबरेली से चुनाव लड़ने का साहस नहीं हो रहा है, लेकिन किसी ने उन्हें (राहुल गांधी) समझाया होगा कि पिछली बार सोनिया गांधी इतने मतों से जीत गई थीं इसलिए आप अमेठी न जाकर रायबरेली चलिए। रायबरेली में राहुल गांधी की अमेठी से भी बड़ी पराजय होने जा रही है। हम ये दोनों सीटें तो बहुत बड़ें नंबर से जीतेंगे ही साथ ही उत्तर प्रदेश की 80 की 80 सीटें भी जीतेंगे’

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि राहुल गांधी पहले अमेठी छोड़कर वायनाड भाग गए थे, अब वायनाड छोड़कर रायबरेली आ गए हैं, रायबरेली के लोग उन्हें कभी स्वीकार नहीं करेंगे। वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीसरी पारी को लेकर जिस तरह का माहौल बना है, वही कारण है कि कांग्रेस पहले तो तय नहीं कर पा रही थी कि क्या करना चाहिए। पिछली बार राहुल गांधी अमेठी से हार कर केरल की तरफ भागे थे। अब वायनाड से हार की आशंका देखते हुए रायबरेली आ गए। उत्तर प्रदेश का माहौल मोदीमय हो चुका है। हम पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ने जा रहे हैं… रायबरेली की जनता भी उनका(राहुल गांधी) इंतजार कर रही है कि कांग्रेस ने पीएम मोदी के बारे में जो भी हल्की बातें कही हैं उसका हिसाब उन्हें देना पड़ेगा।’

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