Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

रनों के तूफान के बीच पंजाब की मुंबई पर रोमांचक जीत

Published

on

Loading

मुंबई। रनों के तूफान के बीच हुए रोमांचक मुकाबले में किंग्स इलेवन पंजाब ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 10वें संस्करण के 51वें मैच में गुरुवार को मुंबई इंडियंस को सात रनों से हराते हुए अपनी प्लेऑफ की उम्मीदों को जिंदा रखा है।

बल्लेबाजी का आमंत्रण मिलने पर पहली पारी खेलने उतरी पंजाब ने रिद्धिमान साहा (93) की आगुआई में बल्लेबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट खोकर 230 रन बनाते हुए मुंबई को जीत के लिए विशाल चुनौती दी थी, लेकिन मुंबई अपने घर में इस विशाल लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाई और पूरे ओवर खेलने के बाद छह विकेट खोकर 223 रन ही बना सकी।

मुंबई को आखिरी ओवर में जीत के लिए 16 रनों की दरकार थी। लेकिन मोहित शर्मा ने मुंबई को इस विशाल स्कोर के बाद जीत के बेहद करीब लाने वाले केरन पोलार्ड (नाबाद 50) द्वारा खेले गए आखिरी ओवर में उन्हें जरूरी रन नहीं बनाने दिए और पंजाब को जीत दिलाई।

इसी एक और जीत के साथ पंजाब ने अपनी प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदों को जिंदा रखा। प्लेऑफ में पहुंचने के लिए उसे खुद की मेहनत और किस्मत दोनों की जरूरत है। प्लेऑफ में पहुंचने के लिए पंजाब को अपने आखिरी मैच में जीत हासिल करनी होगी और साथ ही सनराइजर्स हैदराबाद के आखिरी मैच में हारने की दुआ। तभी पंजाब प्लेऑफ में पहुंच सकेगा। मुंबई को इस हार से कोई अंतर नहीं पड़ा है। वह पहले ही प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर चुकी है।

विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई के पास जीत हासिल करने के लिए बेहद आक्रामक अंदाज अपनाने के सिवाए कुछ चारा नहीं था। उसने किया भी वही। पार्थिव पटेल और लेंडल सिमंस की सलामी जोड़ी ने आते ही चौकों छक्कों की बरसात करनी शुरू कर दी। मुंबई ने 50 रन पांच ओवर में छू लिए थे। पार्थिव ने 23 गेंदों का सामना करते हुए सात चौकों की मदद से 38 रन। वहीं उनके जोड़ीदार सिमंस ने 32 गेंदों का सामना करते हुए चार छक्के और पांच चौकों की मदद से 59 रनों की पारी खेली। दोनों ने पहले विकेट के लिए 8.4 ओवरों में 99 रन जोड़े मुंबई को मनमाफिक शुरुआत दी।

इन दोनों के जाने के बाद मुंबई ने रोहित शर्मा (5), नीतीश राणा (12) के दो बड़े विकेट जल्दी-जल्दी खो दिए थे। लेकिन पोलार्ड और हार्दिक पांड्या ने सिर्फ 3.3 ओवरों में 15.17 की औसत से 55 रन जोड़ मुंबई की जीत की उम्मीद को बनाए रखा। 17वें ओवर की पहली गेंद पर संदीप शर्मा की गेंद ने पांड्या के बल्ले का किनारा लिया और साहा ने शानदार कैच पकड़ उनकी पारी का अंत कर पोलार्ड को अकेला छोड़ा दिया। पांड्या ने 13 गेंदों खेलते हुए चार छक्के मारते हुए 30 रन बनाए।

कर्ण शर्मा ने छह गेंदों में 19 रनों का अहम योगदान दिया। अंतिम ओवर में जीत का दारोमदार पोलार्ड के कंधों पर था। लेकिन 24 गेंदों में खेली गई अर्धशतकीय पारी में पांच छक्के और एक चौका लगाने वाला यह बल्लेबाज अपनी टीम को जीत नहीं दिला सका।

इससे पहले, पंजाब ने अपनी सलामी जोड़ी में बदलाव किया और गुप्टिल के साथ मनन वोहरा के स्थान पर साहा को पारी की शुरुआत के लिए भेजा। उसका यह प्रयोग सफल साबित रहा। दोनों ने तेजी से रन बनाए और इस संस्करण में सबसे तेज पचास रन पूरा करने वाली दूसरी टीम बनी। इस जोड़ी ने 3.4 ओवर में ही पंजाब को 50 के कुल स्कोर तक पहुंचा दिया था।

18 गेंदों में चार चौके और एक छक्के की मदद से 36 रनों का पारी खेलने वाले गुप्टिल को कर्ण शर्मा ने अपनी फिरकी में फंसाया। वह 68 के कुल स्कोर पर आउट हुए। गुप्टिल के जाने का असर पंजाब की रनगति पर नहीं पड़ा। साहा का साथ कप्तान ग्लैन मैक्सवेल (47) ने भरपूर दिया। इस जोड़ी ने 7.6 ओवर में ही पंजाब को 100 के कुल स्कोर पर पहुंचा दिया था।

अर्धशतक से तीन रन दूर मैक्सवेल को जसप्रीत बुमराह ने बोल्ड किया। मैक्सवेल जब आउट हुए तब पंजाब का स्कोर 11 ओवरों में 131 रन था। साहा को फिर शॉन मार्श का साथ मिला। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 4.2 ओवर में 12 की औसत से 52 रनों की साझेदारी की। मार्श, मिशेल मैक्लेघन की गेंद पर विकेट के पीछे पार्थिव पटेल के हाथों लपके गए।

16 गेंदों में दो चौकों की मदद से 25 रन की पारी खेलने वाले मार्श जब आउट हुए तब टीम का स्कोर 15.2 ओवर में 183 था। मार्श के बाद क्रीज पर आए अक्षर पटेल (नाबाद 19) ने अंत में साहा के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 47 रन जोड़ टीम को विशाल स्कोर तक पहुंचाया।

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

Published

on

Loading

कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

Continue Reading

Trending