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अन्तर्राष्ट्रीय

चीन में असैन्य उद्देश्यों के लिए सैन्य ड्रोन का इस्तेमाल

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बीजिंग| चीन के रक्षा ठेकेदार अपने सैन्य ड्रोन का इस्तेमाल असैन्य उद्देश्यों के लिए करने की ओर बढ़ रहे हैं, ताकि इस आकर्षक बाजार में अपनी पकड़ बना सकें। समाचार पत्र ‘पीपुल्स डेली’ ने एयरक्राफ्ट ऑनर एंड पायलट एसोसिएशन ऑफ चाइना के महासचिव जांग फेंग के हवाले से बताया कि इससे संबंधित कानून बन जाने के बाद देश को 10,000 से अधिक असैन्य ड्रोन की जरूरत होगी।

जांग ने कहा, “इन ड्रोन के विकास, विनिर्माण, संचालन और देखरेख की लागत प्रतिवर्ष 50 अरब यूआन (आठ अरब डॉलर) तक पहुंचेगी।”

“चीन में असैन्य उद्देश्यों के लिए लगभग 20,000 ड्रोन पहले से इस्तेमाल हो रहे हैं। कृषि कीट नियंत्रण, पर्यावरणीय जांच, भौगोलिक सर्वेक्षण, वन गश्ती, संसाधन अन्वेषण और समुद्री संचालनों जैसे कारोबारों को इनसे व्यापाक स्तर पर लाभ पहुंचा है।”

चाइना एयरोस्पेस साइंस एंड इंडस्ट्री कॉर्प में मानवरहित विमान अनुसंधान विभाग के निदेशक मा होंगजोंग ने कहा कि नागरिक इस्तेमाल के लिए घातक सैन्य ड्रोन को असैन्य हथियारों में बदलने का मामला नहीं है।”

मा ने कहा, “ग्राहकों द्वारा वहन करने योग्य सीमा तक उत्पादन और संचालन लगात को जरूर कम किया जाना चाहिए।”

 

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान ने IMF के आगे फिर फैलाए हाथ, की नए लोन की डिमांड

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने आईएमएफ के सामने एक बार फिर भीख का कटोरा आगे कर दिया है। पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मुलाकात कर उनसे नए ऋण कार्यक्रम पर चर्चा की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा कि पीएम शहबाज की मुलाकात रियाद में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मौके पर हुई।

रियाद में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की एक बैठक से इतर शरीफ ने तीन अरब अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त व्यवस्था (एसबीए) हासिल करने में पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक जॉर्जीवा का शुक्रिया अदा किया। पाकिस्तान ने पिछले साल जून में तीन अरब अमेरिकी डॉलर का आईएमएफ कार्यक्रम हासिल किया था। पाकिस्तान मौजूदा एसबीए के इस महीने समाप्त होने के बाद एक नई दीर्घकालिक विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) की मांग कर रहा है।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के नुसार, “दोनों पक्षों ने पाकिस्तान के लिए एक अन्य आईएमएफ कार्यक्रम पर भी चर्चा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पिछले वर्ष से हासिल लाभ समेकित हो और आर्थिक वृद्धि सकारात्मक बनी रही।’’ शरीफ ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने कहा कि इस्लामाबाद जुलाई की शुरुआत तक नए कार्यक्रम पर कर्मचारी स्तर का समझौता हासिल कर सकता है। यदि पाकिस्तान को यह मदद मिल गई तो उसको आईएमएफ की ओर से यह 24वीं सहायता होगी।

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