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अन्तर्राष्ट्रीय

अमेरिका में द्वितीय विश्वयुद्ध समारोह में शामिल हुए चीन के पूर्व सैनिक

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लॉस एंजेलिस। द्वितीय विश्वयुद्ध की समाप्ति की 70वीं वर्षगांठ के मौके पर अमेरिका के लॉस एंजेलिस में रविवार शाम आयोजित एक रंगारंग कार्यक्रम में चीन के सेवानिवृत्त सैनिकों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में 6,300 लोगों ने शिरकत की। इन सेवानिवृत्त सैनिकों की उम्र 90 से अधिक थी और कुछ 100 से अधिक उम्र के थे। इन पूर्व सैनिकों ने एक-दूसरे को विशेष रूप से तैयार किए गए मेडलों से नवाजा, जिन पर लिखा था, “शांति के लिए 1945-2015।”

दक्षिणी कैलिफोर्निया और चीन के कलाकारों ने लॉस एंजेलिस के श्राइन सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में नृत्य, गायन और संगीत प्रस्तुतियों के जरिए इन सेवानिवृत्त सैनिकों के प्रति आभार व्यक्त किया। सभागार के प्रवेश द्वार पर द्वितीय विश्वयुद्ध की दर्जनो तस्वीरों की प्रदर्शनी लगी थी, जिसे देखकर 92 वर्षीय जीन वोंग काफी भावुक हो गए। वोंग चीन के कुनमिंग में जापानी सेना के खिलाफ लड़ने वाले फ्लाइंग टाइगर्स के सदस्य थे। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम उनके लिए एक मूल्यवान अवसर था। “मैं शायद आखिरी बार इस तरह के आयोजन में हिस्सा ले रहा हूं।”

कार्यक्रम की आयोजन समिति के सदस्य जून चेन ने बताया, “हम द्वितीय विश्वयुद्ध के दिग्गजों को सलाम करने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया है। दस साल बाद इनमें से कुछ को शायद हम खो देंगे।”

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

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नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

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