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सुषमा स्वराज को आज मिलेगी अस्पताल से छुट्टी

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सुषमा स्वराज को आज मिलेगी अस्पताल से छुट्टी

नई दिल्ली | विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को सफल गुर्दा प्रत्यारोपण के बाद सोमवार शाम अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी। गत 10 दिसंबर को उनके गुर्दे का प्रत्यारोपण किया गया, जिसके बाद उनके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के जन संपर्कविभाग की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, “गुर्दा प्रत्यारोपण के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हुआ है। उन्हें आज (सोमवार) अस्पताल से छुट्टी दी जा रही है।”

प्राधिकारियों के अनुसार, ऑपरेशन के बाद विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम ने विदेश मंत्री के स्वास्थ्य की करीब से निगरानी की।

विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम में एनेस्थेशिया व क्रिटिकल केयर विशेषज्ञों के अलावा प्रत्यारोपण शल्य चिकित्सक, नेफ्रोलॉजिस्ट, हृदय रोग विशेषज्ञ, इंडोक्राइनोलॉजिस्ट व पलमोनोलॉजिस्ट भी शामि थे। टीम में हिसियोथेरापिस्ट, रेजिडेंट डॉक्टर और नर्से भी थीं।

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जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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