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नेशनल

केंद्र ने याकूब की दया याचिका का विरोध किया

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नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सोमवार को 1993 के मुबंई बम विस्फोट में दोषी करार दिए गए याकूब मेमन की उस याचिका का कड़ा विरोध किया, जिसमें उसने अपने खिलाफ जारी किए गए मृत्यु वारंट को चुनौती दी है और फांसी पर रोक लगाने की मांग की है। याकूब को 30 जुलाई को फांसी दी जानी है। केंद्र ने कहा कि उसने अपने सभी कानूनी और प्रशासनिक विकल्पों का इस्तेमाल कर लिया है।

न्यायमूर्ति अनिल आर. दवे और न्यायमूर्ति कुरियन जोसेफ की सर्वोच्च न्यायालय की पीठ ने हालांकि मामले की सुनवाई स्थगित कर दी, क्योंकि न्यायमूर्ति जोसेफ ने उस पीठ की संरचना पर सवाल उठाए थे, जिसने 21 जुलाई को मेमन की क्यूरेटिव याचिका खारिज कर दी थी।

नेशनल

राजकोट गेम जोन अग्निकांड : फरार चल रहा चौथा आरोपी राजस्थान से गिरफ्तार, पुलिस ने 7 लोगों पर दर्ज किया है केस

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राजकोट। गुजरात के टीआरपी गेम जोन अग्निकाण्ड हादसे में फरार चल रहे एक और आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी राजस्थान के सिरोही जिले के आबू रोड से हुई है। इस प्रकार अब तक मामले में चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस ने घटना में सात लोगों पर केस दर्ज किया है। गुजरात पुलिस को सूचना मिली थी कि हादसे से जुड़ा आरोपी राजस्थान में हो सकता है।

सोमवार रात करीब आठ बजे पालनपुर (गुजरात) की लोकल क्राइम ब्रांच की टीम ने आबूरोड शहर पुलिस की मदद से सदर बाजार स्थित कपड़े की एक दुकान पर दबिश दी और यहां से आरोपी धवलभाई पुत्र भरतभाई ठक्कर को हिरासत में लिया। उसे सिटी थाने लाया गया और यहां से पालनपुर क्राइम ब्रांच की टीम उसे लेकर राजकोट रवाना हो गई।

गौरतलब है कि राजकोट में अवैध रूप से संचालित गेम जोन में लगी भीषण आग से 12 बच्चों समेत 28 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे में घायल कई लोग अब भी अस्पताल में जीवन व मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं। गुजरात पुलिस ने मामले में सात लोगों को आरोपी बनाया है। इनमें धवल ठक्कर, अशोक सिंह जडेजा, किरीट सिंह जडेजा, प्रकाशचंद हिरण, राहुल राठौड़, युवराज सिंह सोलंकी और मैनेजर नितिन जैन शामिल हैं।

पुलिस से तीन आरोपियों युवराज, राहुल और नितिन जैन को हादसे के बाद गिरफ्तार कर लिया था। उन्हें सोमवार को कोर्ट पेश किया गया। कोर्ट ने 14 दिनों की पुलिस कस्टडी में भेज दिया। पुलिस को अन्य आरोपियों की तलाश है। पुलिस को आशंका है कि आरोपी गुजरात से सटे राजस्थान में जा सकते हैं। इसलिए दोनों राज्यों की बॉर्डर से लगते थानों में अलर्ट किया गया है।

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