Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

सपा नेता ने याकूब की पत्नी को सांसद बनाने की उठाई मांग, पद से हटाए गए

Published

on

Loading

नई दिल्ली। मुंबई बम धमाकों के आरोपी याकूब मेमन की फांसी के बाद भी राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। मुंबई में समाजवादी पार्टी के नेता ने याकूब मेमन की पत्नी राहीन को सांसद बनाने की मांग की। इस नेता ने अपनी इस विवादित मांग को लेकर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव को एक पत्र भी लिखा। हालांकि उनकी इस मांग पर विवाद छिड़ते ही सपा ने उनके खिलाफ कार्रवाई कर दी और उनके पद से हटा दिया।

समाजवादी पार्टी की मुंबई इकाई के उपाध्यक्ष मोहम्मद फारुक घोसी ने विवादित बयान देते हुए याकूब मेमन की पत्नी राहीन को सांसद बनाने की मांग की। इसको लेकर उन्होंने एसपी सुप्रीमो मुलायम सिंह को चिट्ठी भी लिखी। चिट्ठी में उन्होंने लिखा कि आप एक नेता हैं और आप गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए जाने जाते हैं। मेरे मुताबिक याकूब की पत्नी राहीन को इस समय मदद की जरूरत है और वह भारत में दयनीय हालत में अपनी जिंदगी गुजार रही है, हमें इन औरतों की मदद करनी चाहिए। अपने सिफारिशी पत्र में सपा नेता ने लिखा कि मुंबई बम धमाके के मामले में याकूब के साथ उसकी पत्नी को भी गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद फिलहाल राहीन को बरी कर दिया गया था। इसके बावजूद वह कई सालों तक कई सालों तक जेल में रही। सपा नेता का कहना है, याकूब की पत्नी 21 सालों से अपने पति के बिना रह रही है और अगर वह राजनीति में आती है तो वह जरूरतमंद लोगों की आवाज बन सकती है, इसलिए मैंने मुलायम सिंह यादव से उसे सांसद बनाए जाने की मांग की।

हालांकि सपा नेता के इस बयान के सुर्खियां बनते ही पार्टी ने इससे दूरी बना ली। सपा के एक प्रवक्ता ने कहा कि राज्य तथा शहर इकाई के प्रमुख अबू आसिम आजमी ने घोसी की तरफ से की गई मांग के अगले ही दिन उन्हें पद से हटाने का फैसला किया। इससे पहले, आजमी ने घोसी से उनके विवादित बयान को लेकर सफाई भी मांगी। सपा नेता मोहम्मद फारुक घोसी ने भी यूटर्न लेते हुए कहा कि यह उनकी निजी राय है और वह सिर्फ इस बात पर पार्टी का ध्यान खींचना चाहते थे कि मार्च 1993 मुंबई में हुए श्रृंखलाबद्ध विस्फोट में बरी की गई राहीन ने बीते सालों काफी तकलीफें झेली हैं। इसके बावजूद पार्टी ने उनके खिलाफ कड़ा निर्णय लेते हुए उन्हें पद से हटाने का फैसला कर डाला। वैसे कुछ लोग उनकी मांग को हैदराबाद स्थित ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के मुंबई तथा महाराष्ट्र के अन्य हिस्से में प्रभाव को कम करने की कोशिश के रूप में भी देख रहे हैं।

प्रादेशिक

ई मेल के जरिए अहमदाबाद के स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, पुलिस जांच में जुटी

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर के बाद अहमदाबाद के तीन स्कूलों में आज बम की धमकी मिली है। सोमवार को ईमेल के जरिए स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है। दरअसल लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तीसरे चरण के लिए मतदान किया जाना है। इससे ठीक एक दिन पहले सुबह के समय एक ईमेल मिला, जिसमें स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी।

इस सूचना के मिलने के बाद अहमदाबाद क्राइम ब्रांच की टीम हरकत में आई और मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई। जानकारी के मुताबिक बाहरी सर्वर से मेल भेजा गया था, जिसमें कहा गया कि जो लोग नहीं मानेंगे उनके खिलाफ हम सख्त कार्रवाई करेंगे और हम इसे बम से उड़ा देंगे। बता दें कि इससे पहले दिल्ली एनसीआर के कई स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। इस धमकी पर गंभीरता से पुलिस-प्रशासन ने जांच की और स्कूलों को खाली करा कर स्कूलों की तलाशी ली गई। हालांकि यह धमकी केवल अफवाह मात्र निकली। हालांकि इस बाबत भी पुलिस की जांच जारी है।

बता दें कि पुलिस प्रशासन द्वारा इस बाबत कार्रवाई शुरू कर दी गई है और पुलिस विभाग सख्त एक्शन लेने की बात कह रहा है। जिस ईमेल आईडी से मेल भेजा गया है, उसकी भी जांच की जा रही है और जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही पुलिस द्वारा लोगों पर भी नजर रखी जा रही है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर उन्हें कहीं कुछ भी अज्ञात मिले या दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचित किया जाए।

Continue Reading

Trending