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नेशनल

ओडिशा में मल्कानगिरी में इंसेफेलाइटिस से 102 बच्चे मरे : मंत्री

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जापानी इंसेफेलाइटिस, अक्यूट इंसेफेलाइटिस, स्वास्थ्य मंत्री प्रदीप अमात, टीकाकरण, स्वास्थ्य

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जापानी इंसेफेलाइटिस, अक्यूट इंसेफेलाइटिस, स्वास्थ्य मंत्री प्रदीप अमात, टीकाकरण, स्वास्थ्य

भुवनेश्वर  | जापानी इंसेफेलाइटिस और अक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम से ओडिशा के मल्कानगिरी जिले में कम से कम 102 बच्चों की मौत हुई है। यह बात राज्य के स्वास्थ्य मंत्री प्रदीप अमात ने सोमवार को कही। विधानसभा में एक लिखित प्रश्न के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मल्कानगिरी जिले में 102 बच्चों की हुई मौत में 37 की जापानी इंसेफेलाइटिस के कारण हुई हैं। अमात ने कहा, “बीमारी को फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार ने सभी आवश्यक कदम उठाए हैं।”

उन्होंने कहा कि सभी स्तरों पर स्वास्थ्य जागरूकता अभियान चलाए गए हैं, जबकि जिला मुख्यालय अस्पतालों में बीमारी के कुशल प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित चिकित्सक और नर्स तैनात किए गए हैं। अमात ने कहा कि सूअरों और शिशु सूअरों को मनुष्य के रिहायसी इलाकों से ढाई किलोमीटर दूर रखा गया है और पशु चिकित्सा विभाग की मदद से उनके रक्त के नमूनों की जांच जापानी इंसेफेलाइटिस के लिए की गई है।

इस बीच मल्कानगिरी जिले में घातक जापानी इंसेफेलाइटिस के खिलाफ सोमवार को टीकाकरण अभियान शुरू किया गया। जिले में कुल 175 टीमें तैयार की गई हैं। 11 आपातकालीन टीमों के साथ जिला और प्रखंड स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। यह कार्यक्रम सुबह आठ बजे से अपराह्न् तीन बजे तक प्रतिदिन 15 दिनों तक चलेगा। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि टीकाकरण के लिए एक से पंद्रह वर्ष तक की उम्र के 2,18,027 बच्चे चिन्हित किए गए हैं।

 

नेशनल

पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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