Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

आर्थिक विकास के साझेदार हैं भारत-मॉरीशस : मोदी

Published

on

narendra-modi-mauritius

Loading

पोर्ट लुईस। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत और मॉरीशस दोनों आर्थिक विकास के साझेदार हैं। उन्होंने कहा कि हिंद महासागर में सुरक्षा के लिए हमें अपनी साझा जिम्मेदारियां उठानी चाहिए। मैं हिंद महासागरीय देशों में मॉरीशस को एक अग्रणी देश और अफ्रीका से भारत के जुड़ाव के रूप में देखता हूं। पीएम ने यह भी घोषणा कि भारत दोहरी कराधान निवारण समझौते के दुरुपयोग के लिए मॉरीशस के साथ मिलकर काम करेगा। मॉरीशस की संसद को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री अनिरुद्ध जगन्नाथ को बताया है कि भारत मॉरीशस की अर्थव्यवस्था के लिए तटीय क्षेत्र के महत्व को समझता है।

उन्होंने कहा, हम भारत पर इसकी निर्भरता को लेकर सचेत हैं। हम दोहरे कराधान निवारण के दुरुपयोग से बचने के लिए हमारे साझा उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए मिल कर काम करेंगे। मैं आपके सहयोग के लिए धन्यवाद करता हूं। मोदी ने सांसदों की तालियों की गड़गड़ाहट के बाद कहा, लेकिन मैं यह भी आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम अपने नजदीकी रणनीति साझेदारों के इस जीवंत क्षेत्र को नुकसान पहुंचाने के लिए कुछ भी नहीं करेंगे।

पिछले काफी समय से भारत-मॉरीशस कर संधि में संशोधन पर चर्चा अधर में लटकी हुई है। भारत को संदेह है कि इस संधि का दुरुपयोग बेहिसाबी धन और कर से बचने के लिए किया जा रहा है। पिछले कुछ समय से दोनों देश दोहरी कराधान संधि में संशोधन पर चर्चा कर रहे हैं। मॉरीशस हमेशा इस बात पर प्रतिबद्ध रहा है कि इस तरह के किसी भी दुरुपयोग के कोई पुख्ता साक्ष्य नहीं मिले हैं। कर संधि से जुड़ी अनिश्चितताओं का दोनों देशों के बीच निवेश पर बुरा प्रभाव पड़ा है।

मोदी मॉरीशस संसद को संबोधित करने वाले पांचवें प्रधानमंत्री लेकिन मॉरीशस के स्वतंत्रता दिवस के दिन वहां की संसद को संबोधित करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री है। यह सुयोग ही है कि इसी दिन 1930 में महात्मा गांधी ने अपनी दांडी यात्रा का शुभारंभ किया था। उन्होंने कहा कि पिछले साल दोनों देशों में लोकतांत्रिक बदलावों से दोनों देशों में स्थायी सरकारें अस्तित्व में आई हैं, जिससे आर्थिक विकास को बढ़ाने में मदद मिलेगी।

मोदी के मुताबिक, “हम दोनों देशों के लोगों के बीच सुरक्षा, आर्थिक, सांस्कृतिक, वैज्ञानिक संबंधों में व्यापक साझेदारी चाहते हैं। मोदी ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा 21 जून को प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित कराने में मॉरीशस के सशक्त सहयोग के लिए भी धन्यवाद दिया।” मोदी ने कहा, “आपकी मित्रता पाकर हम धन्य हो गए हैं। मैं हमेशा यही कहता हूं कि यदि कोई एक देश हमारे साथ होने का पूरी तरह से दावा करता है तो वह मॉरीशस है। यह संबंध हमारे दिलों और भावनाओं के मिलने का है। इसलिए इसे कभी सीमाओं में नहीं बांधा जा सकेगा। भारत इस संबंध को बढ़ाने के भरसक प्रयत्न करेगा।”

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्‍तानी अमेरिकी अरबपति साजिद तरार का बयान- मोदी फिर बनेंगे पीएम, उनके जैसे नेता की हमें भी जरुरत

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी कारोबारी साजिद तरार ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक मजबूत नेता हैं जो भारत को नई ऊंचाइयों पर ले गए हैं और वह तीसरी बार देश के पीएम के रूप में लौटेंगे। साजिद तरार ने कहा कि मोदी न केवल भारत के लिए बल्कि क्षेत्र और दुनिया के लिए अच्छे हैं और उम्मीद है कि पाकिस्तान को भी उनके जैसा नेता मिलेगा।

पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी कारोबारी पीएम मोदी को दुनिया का मजबूत नेता बताया है। उन्होंने कहा कि मोदी न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया और दक्षिण एशिया के लिए अच्छे नेता हैं। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि पाकिस्तान को भी उनके जैसा नेता मिलेगा। तरार ने कहा कि वह एक जन्मजात नेता हैं। वह एक ऐसे पीएम हैं जिन्होंने अपनी राजनीति को जोखिम में डालकर पाकिस्तान का दौरा किया। मैं उम्मीद करता हूं वे पाकिस्तान के साथ बातचीत और व्यापार शुरू करेंगे।

उन्होंने आगे कहा कि भारत एक युवा देश है और उसे युवा लोगों का अच्छा साथ मिल रहा है। तरार ने आगे कहा कि यह एक चमत्कार है। भारत के 97 करोड़ लोग अपने मत डाल रहे हैं। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। आप भविष्य में देखेंगे कि लोग भारतीय लोकतंत्र से सीख लेंगे। तरार ने पीओके में चल रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर कहा कि आर्थिक स्थिति खराब होने और महंगाई के कारण वहां के लोग परेशान है। उन्होंने पाकिस्तानी पीएम के आर्थिक पैकेज को लेकर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि पूरे पाकिस्तान में फिलहाल पीओके जैसी ही स्थिति है। आतंकवाद-कानून व्यवस्था और राजनीतिक अस्थिरता के कारण आज देश कई संकटों से जूझ रहा हैं।

 

Continue Reading

Trending