Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

आंचलिक विज्ञान नगरी में हिन्दी पर कार्यशाला का आयोजन

Published

on

आंचलिक विज्ञान नगरी लखनऊ, राजभाषा हिन्दी पर कार्यशाला का आयोजन

Loading

आंचलिक विज्ञान नगरी लखनऊ, राजभाषा हिन्दी पर कार्यशाला का आयोजन

लखनऊ। राजधानी स्थित आंचलिक विज्ञान नगरी में आज 01 मार्च को एक हिन्दी कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का संचालन वी.पी.गौड, निदेशक, राजभाषा विभाग, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य सरकारी विभागों में कर्मचारियों एवं अधिकारियों को हिन्दी में अधिक से अधिक कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करना था। इस अवसर पर उमेश कुमार, परियोजना समायोजक आंचलिक विज्ञान नगरी, लखनऊ के साथ केन्द्र के अधिकारी एवं कर्मचारीगण मौजूद थे। वी.पी.गौड. ने बड़े ही रोचक ढंग से हिन्दी पर चर्चा करते हुए बताया कि आज हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए समय-समय पर हिन्दी सम्मेलन व संगोष्ठियों का आयोजन पूरे देश भर में किया जा रहा है। जब तक राष्ट्र भाषा हिन्दी को अधिक से अधिक प्रयोग में नहीं लाया जायेगा तब तक देश का अपने विकास एवं एक निश्चित लक्ष्य तक पहुँच पाना मुश्किल होगा। इसलिए आज यह जरूरी हो गया है कि हम अपनी मातृभाषा का उपयोग कार्यालयों में अधिक से अधिक करें।

कार्यशाला का संचालन वी.पी.गौड, निदेशक, राजभाषा विभाग संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा किया गया

उन्होंने बताया कि हिन्दी में कार्य करने में आने वाली असुविधाओं को दूर करने के लिए सरकार प्रतिवद्ध है इसके अंतर्गत सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं जैसे कि गैर हिन्दी भाषी क्षेत्रों से आने वाले कर्मचारियों हेतु हिन्दी सीखने का विशेष प्रशिक्षण देकर उन्हें हिन्दी में काम करने के लिए प्रेरित करना आदि। उन्होंने कार्याशाला के आरंभ में बताया कि भारत की अधिकतर जनसंख्या गांवों व कस्बों में रहती है जहाँ पर हिन्दी का बोलबाला काफी अधिक है अतः भारत सरकार की सामाजिक कल्याण से जुड़ी परियोजनाओं का लाभ उनके सच्चे हकदारों तक ले जाने हेतु राष्ट्रभाषा का अधिकाधिक कार्यालयी उपयोग आवश्यक है।

इस अवसर पर आंचलिक विज्ञान नगरी के कर्मचारियों ने राष्ट्रभाषा से जुड़े नियमों तथा रिपोर्ट आदि भरने से संबंधित अपनी कठिनाईयों के बारे में पूछा जिनका वी.पी. गौड ने सरल तथा स्पष्ट शब्दों में उत्‍तर दिया। उन्होंने विभागीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति को सभी प्रकार के सहयोग देने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने राजभाषा अधिनियम की धारा 3 (3) से जुड़े विभिन्न नियमों तथा हिन्दी के प्रचार-प्रसार हेतु प्रोत्साहन योजनाओं की व्याख्या की। अंत में राकेश मोहन लाल, तकनीकी अधिकारी, आंचलिक विज्ञान नगरी, लखनऊ ने सभी प्रतिभागियों एवं विशेष अतिथि वी.पी.गौड़ का इस कार्यशाला के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए आभार प्रकट किया।

प्रादेशिक

राजस्थान के दौसा में सड़क किनारे सो रहे 11 लोगों को बेकाबू कार ने कुचला, तीन की मौत, 8 घायल

Published

on

Loading

दौसा। राजस्थान के दौसा में बड़ा सड़क हादसा हुआ है। यहाँ एक बेकाबू कार ने सड़क किनारे सो रहे 11 लोगों को कुचल दिया। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है जबकि 8 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मृतकों में एक बच्ची भी शामिल है। पुलिस ने बताया कि हादसे में दो घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि छह को आगे के इलाज के लिए जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रेफर किया गया। कार को जब्त कर लिया गया है, हालांकि चालक फरार है। उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है।

हादसा गुरुवार की रात करीब 11.15 बजे हुआ है। सभी मृतक व घायल खानाबदोश परिवार के लोग थे, जो टीकाराम पालीवाल गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पास सड़क किनारे झुग्गी में रहते थे। हेड कॉन्स्टेबल बृजकिशोर ने बताया कि रात करीब 11.20 बजे घटना की सूचना पुलिस को मिली थी। फौरन पुलिस मौके पर पहुंची। जांच में सामने आया कि तेज रफ्तार कार के ड्राइवर ने तेज गति और लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए सड़क किनारे सो रहे लोगों को कुचल दिया है। घटना की सूचना पर गुरुवार की देर रात महवा विधायक राजेंद्र मीणा हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने डॉक्टरों से घायलों का हालचाल जाना और थाना इंचार्ज जितेंद्र सोलंकी को कार ड्राइवर के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए कहा।

जयपुर स्थित एसएमएस हॉस्पिटल में ट्रॉमा सेंटर के इंचार्ज डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि दौसा के महवा से रेफर होकर 6 घायलों को यहां भर्ती किया गया था। इसमें से 1 दिलीप नाम के युवक को छुट्‌टी दे दी गई है। 5 अन्य को सर्जरी यूनिट में भर्ती रखा गया है। इसमें एक मरीज के सिर में थोड़ी ज्यादा चोट है, बाकी चार की स्थिति सामान्य है। इनका इलाज चल रहा है।

Continue Reading

Trending