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प्रादेशिक

मानव शरीर अप्राकृतिक तत्व नहीं ग्रहण करताः डा. आनन्द अखिला

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मानव शरीर, अप्राकृतिक तत्व नहीं ग्रहण करता, डा. आनन्द अखिला, द आर्ट आफ हरबल ब्यूटी, दो-दिवसीय कार्यशाला, आंचलिक विज्ञान नगरी लखनऊ

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मानव शरीर, अप्राकृतिक तत्व नहीं ग्रहण करता, डा. आनन्द अखिला, द आर्ट आफ हरबल ब्यूटी, दो-दिवसीय कार्यशाला, आंचलिक विज्ञान नगरी लखनऊ

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‘‘द आर्ट आफ हरबल ब्यूटी’’ पर दो-दिवसीय कार्यशाला

लखनऊ। पिछले पाँच वर्षों की भांति इस वर्ष भी प्राकृतिक फल, फूल और सब्जियों से कासमेटिक्स, हेयरडाई, दर्द निवारक तेल आदि बनाने की दो दिवसीय सौंदर्य प्रसाधन कार्यशाला ‘‘द आर्ट आफ हर्बल ब्यूटी’’ का आरम्भ आज आंचलिक विज्ञान नगरी, अलीगंज में हुआ। कार्यशाला का संचालन डा. आनन्द अखिला, पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक, सीमैप द्वारा किया जा रहा है। कार्यशाला के प्रारम्भिक सत्र में डा. आनन्द अखिला ने बताया कि मानव शरीर अप्राकृतिक तत्वों को अपने अंदर संजोने के लिए नहीं बना है। इन तत्वों को विज्ञान की भाषा में ‘जीनोबायोटिक्स’ कहते हैं।  इसमें धूल, धुआ विभिन्न सोदर्य प्रसाधन जैसे हेयरडाइस, लिपिस्टिक, क्रीम, पाउडरों व नेल पालिशों में प्रयोग किए जाने वाले घातक रसायन होते हैं।

यहाँ तक कि ऐलोपेथिक दवाइयाँ, एन्टीबायोटिक्स, पेंन किलर्स आदि शरीर में अपना काम करने के बाद यदि अधिक समय तक रूक जाए तो फेफड़ों, किडनी, लीवर, मस्तिष्क, हृदय या दूसरे अंगों पर बुरा असर डालते हैं।  इन्हीं कारणों से रसायनयुक्त पदार्थों के बढ़ते चलन से आज मरीजों और अस्पतालों की भीड़ बढ़ रही है।  ज्यों-ज्यों इलाज बढ़ रहे हैं, मरीज बढ़ रहे हैं। इसी के चलते विगत वर्षों की भांति, डा. आनन्द अखिला ने नीम, पपीता, टमाटर, एलोवेरा, खीरा, नागरमोथा, यूकेलिप्टस आयल, पेपरमिंट, कपूर व गुलाब से फेसपैक व अन्य दर्द निवारक तेल व बाम बनाने का प्रशिक्षण दिया। साथ ही इन फल, फूलों में उपस्थित लाभकारी तत्वों की जानकारी भी दी। इस कार्यशाला में 30 प्रशिक्षुणार्थी भाग ले रहे हैं। कार्यशाला में आंचलिक विज्ञान नगरी के परियोजना समायोजक उमेश कुमार ने प्रतिभागियों का स्वागत किया। इस अवसर पर केन्द्र के अन्य अधिकारीगण सौमेन घोष, के.के. चटर्जी आदि भी उपस्थित थे।

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बिहार के भागलपुर में भोजपुरी एक्ट्रेस का फंदे से लटकता मिला शव, वाट्सएप पर लगाया था ऐसा स्टेटस

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भागलपुर। बिहार के भागलपुर में भोजपुरी एक्ट्रेस अन्नपूर्णा उर्फ अमृता पांडेय की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई मरने से पहले अमृता पांडे ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर लिखा है कि दो नाव पर सवार है उसकी जिंदगी…हमने अपनी नाव डूबा कर उसकी राह को आसान कर दिया। अमृता के इस स्टेटस से कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्होंने सुसाइड किया है। हालांकि पुलिस अभी इस मामले पर कुछ भी बोलने से बच रही है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चलेगा।

परिवार वालों ने बताया कि करीब 3.30 बजे अमृता की बहन उसके कमरे में गई। वहां वह फंदे से लटकी हुई थी। आनन फानन में उसके फंदे से चाकू से काट​कर तत्काल परिवार वाले स्थानीय निजी अस्पताल ले गए, लेकिन वहां उसे मृत बता दिया गया। परिजनों ने बताया कि शुक्रवार की रात उन लोगों ने काफी मस्ती की थी। फिर अचानक से क्या हुआ। किसी को समझ नहीं आ रहा। परिजनों ने बताया कि अमृता की शादी 2022 में छत्तीसगढ़ के बिलासपुर निवासी चंद्रमणि झांगड़ के साथ हुई थी। वे मुंबई में एनिमेशन इंजीनियर हैं। अब तक उन लोगों को बच्चे नहीं हैं।

अमृता ने मशहूर भोजपुरी एक्टर खेसारी लाल यादव समेत कई दिग्गज कलाकारों के साथ काम किया है. साथ ही कई सीरियल, वेब सीरज और विज्ञापन में भी काम किया है। बहन के मुताबिक, अमृता कैरियर को लेकर काफी परेशान रहती थी। वह काफी डिप्रेशन में थी। इस वजह से वह इलाज भी करा रही थी। अमृता भोजपुरी फिल्मों के अलावा कुछ वेब सीरीज में काम में रही थी. हाल ही में अमृता की हॉरर वेब सीरीज प्रतिशोध का पहला भाग रीलिज हुआ है।

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