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धर्मातरण के मुद्दे पर राज्यसभा की कार्यवाही बाधित

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नई दिल्ली| राज्यसभा में धर्मांतरण के मुद्दे पर कार्यवाही सोमवार को बाधित हुई है। विपक्षी पार्टियों का कहना है कि वे सदन की कार्यवाही तब तक नहीं चलने देंगे, जब तक धर्मातरण पर चर्चा नहीं कराई जाती। सदन में शून्यकाल और प्रश्नकाल के दौरान कार्यवाही बाधित हुई और इसे अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

ऊपरी सदन में मुद्दे को उठाते हुए कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, “हमने प्रश्नकाल स्थगित करने के लिए नोटिस दिया है। देश में गंभीर हालात पैदा हो गए हैं।”

शर्मा ने कहा, “खुद को सामाजिक संगठन कहने वाले एक संगठन ने घर वापसी का विवादित कार्यक्रम शुरू किया है।”

मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि ऐसी खबरें हैं कि क्रिसमस पर स्कूलों को खुले रखने को कहा गया है।

उन्होंने कहा, “कोई कामकाज उतना महत्वपूर्ण नहीं है। हमें यह जानकारी मिली है कि सभी स्कूलों को क्रिसमस पर खुले रहने को कहा गया है।”

येचुरी ने कहा, “आप गांधी जयंती पर स्वच्छता दिवस मनाते हैं, क्रिसमस पर सुशासन दिवस मनाते हैं। दूसरी ओर धर्मातरण जारी है, ये सब गंभीर चिंता के विषय हैं।”

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने येचुरी के दावे को खारिज करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से ऐसा कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है।

जेटली ने कहा, “सिर्फ सुशासन को लेकर ऑनलाइन निबंध प्रतियोगिता की बात कही गई है। मैंने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री से इस संबंध में पूछा है। उन्होंने कहा कि स्कूलों को क्रिसमस पर खुला रखने के निर्देश नहीं दिए गए हैं।”

इस बहस के बीच उपसभापति पी.जे.कुरियन ने सदस्यों से कहा कि सभापति एम.हामिद अंसारी ने धर्मातरण के मुद्दे पर चर्चा से इंकार कर दिया है।

विपक्षी सदस्यों ने विरोध जारी रखा, जिससे कुरियन को सदन की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।

इससे पहले, ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के सदस्यों ने रेलवे नियुक्ति परीक्षा में पार्टी प्रमुख जे.जयललिता को मुख्यमंत्री पद से हटाने के संबंध में पूछे गए सवाल पर नारेबाजी की।

तृणमूल कांग्रेस सदस्यों ने केंद्र सरकार पर शारदा चिट फंड घोटाले की जांच में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) पर नियंत्रण रखने का आरोप लगाया।

तृणमूल नेता डेरेक ओब्रीन ने कहा, “भाजपा अध्यक्ष सीबीआई के कामकाज की सूची तैयार कर रहे हैं। सीबीआई का राजनीतिक विद्वेष के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।”

सदन की कार्यवाही दोपहर में दोबारा शुरू हुई, लेकिन विरोध प्रदर्शन जारी रहा, जिसके बाद सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।

10 मिनट बाद कार्यवाही शुरू होने पर यही स्थिति बरकरार रही, जिसके बाद सभापति ने कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक स्थगित कर दी।

तृणमूल कांग्रेस सदस्यों ने लोकसभा में भी विरोध जताया और सरकार पर सीबीआई के इस्तेमाल का आरोप लगाया। तृणमूल सदस्य प्रदर्शन के दौरान सदन से बर्हिगमन कर गए।

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दिल्ली के स्कूलों की जांच में कुछ नहीं मिला, पुलिस बोली- ई-मेल्स और कॉल्स फर्जी

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नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों में बम होने के धमकी भरे ईमेल के बाद जांच की गई तो वहां कुछ नहीं मिला। पुलिस अधिकारियों ने भी इसे होक्स ईमेल बताया है, लेकिन उन्होंने कहा कि चेकिंग जारी रहेगी। गृह मंत्रालय ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह फर्जी कॉल है। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रोटोकॉल के मुताबिक जरूरी कदम उठा रही हैं।

वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल मिले। दिल्ली पुलिस ने प्रोटोकॉल के तहत ऐसे सभी स्कूलों की गहन जांच की। कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिल। ऐसा प्रतीत होता है कि ये कॉल्स फर्जी हैं। हम जनता से अनुरोध करते हैं कि वे घबराएं नहीं और शांति बनाए रखें।

स्कूल में आए इस धमकी भरे ईमेल के बाद कई स्कूलों ने बच्चों की जल्द छुट्टी का मैसेज पेरेंट्स को भेज दिया, तो कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल जाकर पहले ही ले आए। इसके अलावा कई स्कूल के प्रिंसिपल ने पेरेंट्स को मैसेज भेज कर कहा कि घबराने की बात नहीं है।

नोएडा में इंद्रप्रस्थ ग्लोबल स्कूल (आईपीजीएस) की प्रिंसिपल निकिता तोमर मान ने बताया, “मैं लोगों से आग्रह करूंगी कि वे अनावश्यक घबराहट पैदा न करें और इस स्थिति को एक परिपक्व वयस्क के रूप में लें। दिल्ली-एनसीआर के जिन स्कूलों को धमकियां मिलीं, उन्हें खाली करा लिया गया है और हमारे सहित बाकी स्कूल सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। कोई धमकी भरा संदेश प्राप्त नहीं हुआ है।”

 

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