अन्तर्राष्ट्रीय
संसदीय चुनाव लड़ेंगे महिंदा राजपक्षे
कोलंबो | श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने 17 अगस्त को होने वाला संसदीय चुनाव लड़ने की घोषणा बुधवार को की। समाचार पत्र ‘डेली मिरर’ की रपट के अनुसार, राजपक्षे ने अपने गृह नगर तंगाल्ले में एक भारी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव लड़ने के लिए समर्थकों की ओर से किया गया आग्रह वह नहीं टाल सके।
उन्होंने कहा, “चुनाव लड़ने को लेकर लोगों का अनुरोध मैं नजरअंदाज नहीं कर सकता था। इसलिए मैं चुनाव लड़ूंगा और विकास परियोजनाएं एवं देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने की कोशिश जारी रखूंगा।” न्होंने यह भी कहा कि भविष्य में वह पूर्व में की गई अपनी गलतियां सुधारेंगे और अधिक संवेदनशील तरीके से लोगों के साथ जुड़ेंगे।
राजपक्षे श्रीलंका के छठे राष्ट्रपति हैं। उन्होंने नवंबर 2005 से जनवरी 2015 तक राष्ट्रपति के रूप में देश का नेतृत्व किया था। 2015 के चुनाव में मैत्रीपाला सिरिसेना से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
अन्तर्राष्ट्रीय
भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे
नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।
रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।
आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।
-
लाइफ स्टाइल19 hours ago
सुबह डल नजर आता है चेहरा, तो अपनाएं ये आसान घरेलू उपाय
-
नेशनल3 days ago
ओडिशा के गंजम में बोले पीएम मोदी- कांग्रेस पस्त है और लोग बीजेपी पर आश्वस्त हैं
-
नेशनल3 days ago
सीएम योगी का सपा पर निशाना, कहा- इनके शासनकाल में आतंकवादियों के मुकदमे वापस लिए जाते थे
-
नेशनल3 days ago
मुझे कमरे में बंद किया, शराब ऑफर की…कांग्रेस छोड़ने वाली राधिका खेड़ा ने लगाए सनसनीखेज आरोप
-
नेशनल3 days ago
बीजेपी में शामिल हुईं मनोज तिवारी की बेटी रीति तिवारी, कहा- बीजेपी अध्यक्ष ने जरूर मुझमें कुछ देखा होगा
-
नेशनल3 days ago
बसपा ने जौनपुर से धनंजय सिंह की पत्नी का काटा टिकट, पूर्व सांसद श्याम सिंह यादव होंगे उम्मीदवार
-
अन्तर्राष्ट्रीय3 days ago
भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे
-
नेशनल2 days ago
लोकसभा चुनाव: यूपी की 10 लोकसभा सीटों पर वोटिंग जारी, इन दिग्गजों की किस्मत दांव पर