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अन्तर्राष्ट्रीय

पैगंबर पर टिप्पणी मामले में हम भारत के साथ, विरोधियों के नहीं: बांग्लादेश

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ढाका। बांग्लादेश ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ पूर्व भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा की गई कथित टिप्पणी मामले में भारत के साथ होने की प्रतिबद्धता जाहिर की है। बांग्लादेश के विदेश मंत्री अब्दुल मोमन ने इसको लेकर एक बयान जारी करते हुए कहा कि दिल्ली में भाजपा प्रवक्ता द्वारा पैगंबर के खिलाफ टिप्पणी करने के बाद भी हमने इसके खिलाफ विरोध करने वालों का साथ नहीं दिया।

मोमन ने चंटगांव में एक भाषण के दौरान कहा कि मैंने प्रधानमंत्री शेख हसीना से कहा कि जब मैं भारत जाऊंगा तो आपको इस पर कायम रहना चाहिए। विदेश मंत्री मोमन ने कहा कि बंगलादेश और भारत दोनों को राजनीतिक स्थिरता की जरूरत है और यह तभी संभव है यदि भारत शेख हसीना की सरकार का समर्थन करता है।

उन्होंने कहा कि बहुत से लोग मुझे भारत का दलाल कहते हैं क्योंकि जब कभी ऐसा कुछ होता है तो मैं कड़ा संदेश नहीं देता। मंत्री ने भारत को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा प्रवक्ता को आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद निलंबित कर दिया गया था।

उन्होंने कहा महिला प्रवक्ता ने कुछ समय पहले पैगंबर के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी लेकिन हमने इस पर एक शब्द नहीं कहा। जबकि विभिन्न देशों ने इस टिप्पणी को कड़ा विरोध जताया था। हम आपको इस तरह की सुरक्षा दे रहे हैं। यह आपके और हमारे भले के लिए है।

नूपुर शर्मा के बयान पर मचा था बवाल

गौरतलब है कि पैगंबर मोहम्मद को लेकर भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा की टिप्पणी के बाद विभिन्न मुस्लिम देशों ने आपत्ति जताई थी। इसके बाद भाजपा ने एक्शन लेते हुए नूपुर शर्मा को पार्टी से निकाल दिया था।

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

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नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

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