Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

यूक्रेन पर हमलों की हुई शुरुआत? कई इलाकों में सुनाई दी धमाकों की आवाज़

Published

on

Loading

यूक्रेन के पूर्वी इलाके में अलगाववादियों के नियंत्रण वाले डोनेट्स्क शहर में कई विस्फोटों की आवाज सुनी गई। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स का कहना है कि इन धमाकों की वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है। यह खबर ऐसे समय सामने आई है जब यूक्रेन में रूस के हमला करने की आशंका चरम पर है।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कल ही कहा था कि वह इस बात से आश्वस्त हैं कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर आक्रमण करने का फैसला कर लिया है। हमले का केंद्र राजधानी कीव होगा। अमेरिका को पहले इस बात का यकीन नहीं था कि पुतिन ने आक्रमण करने का अंतिम निर्णय ले लिया है। बाइडेन ने इस दावे के लिए अमेरिकी खुफिया एजेंसी की जानकारी का हवाला दिया।

बाइडेन बोले- अगर रूस आक्रमण करता है तो…

राष्ट्रपति बाइडेन ने रूस के खिलाफ बड़े पैमाने पर आर्थिक और राजनयिक प्रतिबंधों की भी धमकी दी है। उन्होंने कहा है कि अगर रूस आक्रमण करता है तो पुतिन को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। उनके खिलाफ वह पूरी दुनिया को एकजुट करेंगे। बाइडेन ने कहा है कि यदि रूस यूक्रेन पर “आक्रमण” करता है, तो अमेरिका यूक्रेन में लड़ने के लिए अपने सैनिकों को नहीं भेजेगा, लेकिन यूक्रेन के लोगों का समर्थन करता रहेगा।

रूस ने यूक्रेन संकट के पर भारत के रुख की सराहना की

रूस-यूक्रेन में बढ़ते तनाव पर भारत का कहना है कि इस समय ‘शांतिपूर्ण और रचनात्मक कूटनीति’ की जरूरत है और वह इस मामले में सभी संबंधित पक्षों के संपर्क में है। साथ ही भारत ने बताया कि यूक्रेन में 20,000 से अधिक भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। वहीं, रूस ने यूक्रेन संकट पर भारत के संतुलित और स्वतंत्र रुख की सराहना की है।

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

Published

on

Loading

नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

Continue Reading

Trending