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इस शुभ मुहूर्त पर खेलें होली, मिलेगा चमत्कारिक लाभ

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नई दिल्ली। आज यानी गुरूवार को पूरा देश खुशियों के रंगों से भरा त्योहार होली मना रहा है। आज ही के दिन भगवान विष्णु ने हिरण्यकश्यप नामक महासुर का वध करके उसके पुत्र प्रह्लाद को दर्शन दिए थे।

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, होली के दिन से नए संवत की शुरुआत होती है। होली केवल रंगों का त्योहार नहीं है बल्कि आपसी भाईचारे का भी प्रतीक है।

आज के दिन सुबह से ही लोग होली खेलना शुरू कर देते हैं लेकिन शुभ मुहूर्त में होली खेलने से आपको कई व्यक्तिगत लाभ मिलेंगे। तो आईए जानते हैं क्या है रंग खेलने का सबसे शुभ मुहूर्त और होली खेलते समय हमें क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।

 

होली खेलने का मुहूर्त-

इस बार होली खेलने का मुहूर्त सुबह 8 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक रहेगा. इस दौरान देशभर में होली खेली जाएगी.

होली पर क्या-क्या सावधानियां बरतें…

– होली के त्योहार को मनमुटाव की भावना से न मनाएं.

– रंगोत्सन मनाते समय छोटे बड़े सभी लोगों की भावनाओं का सम्मान करें.

– किसी के साथ बदले की उम्मीद से होली न मनाएं.

– किसी से वाद विवाद बिल्कुल न करें.

खुशहाली और शांति के लिए-

– एक लोटे में जल लें और उसमें सफेद फूल डालें.

– इसी जल से चंद्रमा को अर्घ्य दें.

– इसके बाद मन की शांति की प्रार्थना करें.

मिलेगा सेहत का वरदान-

– होली की रात सफेद वस्त्र धारण करें.

– हल्‍की सी चंदन या गुलाब की सुगंध लगाएं.

– इसके बाद ऊं सोम सोमाय नम: मंत्र का 108 बार जाप करें.

– इससे आपकी सेहत उत्तम हो जाएगी.

खुशहाल होगा वैवाहिक जीवन-

– होली की शाम केवल चावल चीनी और दूध से खीर बनाएं.

– ये खीर भगवान शिव को अर्पित करें.

– इसके बाद पति-पत्नी एक साथ उस खीर को ग्रहण करें.

– आपके रिश्ते में प्यार की मिठास घुल जाएगी.

करियर में सफलता के लिए-

– होली के दिन हवन करें. हवन सामग्री में काले तिल मिलाएं. फिर नीम की लकड़ी जलाएं.

– अग्नि में हवन सामग्री से अपनी उम्र के बराबर आहुति दें.

– इस उपाय से आपके करियर की सभी रुकावटे दूर हो जाएंगी और आपको सफलता और उन्नति का वरदान मिलेगा.

धन प्राप्ति के उपाय-

– होली के दिन हनुमान जी की विशेष पूजा की जाए तो धन-संपत्ति मिल सकती है.

– होली की रात लाल वस्त्र धारण करें.

– हनुमान जी के सामने घी का दीपक जलाएं.

– उनके सामने हनुमान चालीसा का पाठ करें. आपकी आर्थिक स्थिति सुधर जाएगी.

 

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अमेठी से राहुल गांधी के न लड़ने पर आया स्मृति ईरानी का बयान, कही ये बात

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अमेठी। अमेठी से बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा है। स्मृति ईरानी ने कहा कि अमेठी से गांधी परिवार का ना लड़ना इस बात का संकेत है कि कांग्रेस पार्टी चुनाव में वोट पड़ने से पहले ही अमेठी से अपना हार स्वीकार कर चुकी है।

स्मृति ईरानी ने कहा, “मेहमानों का स्वागत है। हमलोग अतिथियों के स्वागत में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे, इतना ही कह दूं कि अमेठी से गांधी परिवार का ना लड़ना इस बात का संकेत है कि कांग्रेस पार्टी चुनाव में वोट पड़ने से पहले ही अमेठी से अपना हार स्वीकार कर चुकी है। अगर उन्हें लगता कि यहां जीत की कोई भी गुंजाइश हो तो वे यहां से लड़ते।

वहीँ इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कांग्रेस पर हमला बोला है। मोदी ने पश्चिम बंगाल के बर्धमान में एक चुनावी रैली में कहा कि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ने से डर गए हैं। यही वजह है कि उन्होंने इस बार अमेठी की जगह रायबरेली से चुनाव लड़ने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि राहुल से पहले सोनिया गांधी भी डरकर राजस्थान चली गई थीं।

वहीं कांग्रेस ने अपने इस फैसले का बचाव किया है। इन आलोचनाओं का जवाब कांग्रेस मीडिया सेल के प्रमुख जयराम रमेश ने एक्स पर कहा, ”राहुल गांधी जी की रायबरेली से चुनाव लड़ने की खबर पर बहुत सारे लोगों की बहुत सारी राय है लेकिन वह राजनीति और शतरंज के मंझे हुए खिलाड़ी हैं। वे सोच-समझ कर दांव चलते हैं। ऐसा निर्णय पार्टी के नेतृत्व ने बहुत विचार-विमर्श कर बड़ी रणनीति के तहत लिया है।

उन्होंने लिखा है,” इस निर्णय से बीजेपी,उसके समर्थक और चापलूस धराशायी हो गए हैं.बेचारे स्वयंभू चाणक्य जो ‘रंपरागत सीट’की बात करते थे, उनको समझ नहीं आ रहा अब क्या करें? रायबरेली सिर्फ सोनिया जी की नहीं, खुद इंदिरा गांधी जी की सीट रही है.यह विरासत नहीं ज़िम्मेदारी है, कर्तव्य है।

उन्होंने लिखा है, ”रही बात गांधी परिवार के गढ़ की, तो अमेठी-रायबरेली ही नहीं, उत्तर से दक्षिण तक पूरा देश गांधी परिवार का गढ़ है। राहुल गांधी तो तीन बार उत्तर प्रदेश से और एक बार केरल से सांसद बन गए, लेकिन मोदी जी विंध्याचल से नीचे जाकर चुनाव लड़ने की हिम्मत क्यों नहीं जुटा पाए?”

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