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अन्तर्राष्ट्रीय

जापान: जी7 शिखर सम्मेलन का आगाज

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टोक्यो | जापान के इसे-शिमा क्षेत्र में गुरुवार को दो दिवसीय जी7 शिखर सम्मेलन का आगाज हो गया। सार्वजनिक प्रसारक ‘एनएचके’ की रिपोर्ट के अनुसार, शिखर सम्मेलन की बैठक में जी7 देशों के प्रमुख-अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा, फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन टड्रो, इटली के प्रधानमंत्री मत्तेयो रेंजी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे शिरकत कर रहे हैं। शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता शिंजो आबे कर रहे हैं।

जी7 समूह के नेता सर्वप्रथम जापानी धर्म शिंटोइज्म के विशाल तीर्थस्थल इसे जिंगू का दौरा करेंगे। सदस्य देशों के नेताओं द्वारा जी7 के मूल्यों-एकता व वैश्विक अर्थव्यवस्था पर चर्चा करने की संभावना है। अन्य विषयों पर बाद के पांच सत्रों में विचार-विमर्श किया जाएगा, जिनमें वैश्विक आर्थिक विकास कैसे बरकरार रखा जाए, आतंकवाद, शरणार्थी संकट व जलवायु परिवर्तन से कैसे निपटा जाए शामिल है। नेताओं का लक्ष्य शुक्रवार के शिखर सम्मलेन की घोषणा की नीति पर अपनी एकजुटता को साफ तौर पर जाहिर करना होगा।

अन्तर्राष्ट्रीय

भारत में अवसरों की भरमार, पीएम मोदी के नेतृत्व में 10 सालों में देश ने अच्छी प्रगति की : वॉरेन बफे

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नई दिल्ली। बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और सीईओ वॉरेन बफे भारत की निवेश की संभावनाओं को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने रविवार को कंपनी की सालाना बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत में अवसरों की भरमार हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। बीते दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में देश ने सभी आर्थिक मानदंडों में अच्छी प्रगति की है। अब लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर (अनुमान वित्त वर्ष 2023-24) की जीडीपी के साथ भारत आर्थिक रूप से पांचवां सबसे बड़ा देश है। एक दशक पहले देश 1.9 ट्रिलियन डॉलर (मौजूदा बाजार मूल्य) की जीडीपी के साथ भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस 10 साल की यात्रा में कई रिफॉर्म हुए जिसने देश को आर्थिक रूप से आगे बढ़ाया है।

रविवार को अपनी कंपनी की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट ने कहा, भारत में नई संभावनाओं का पता लगाएं। यहां ऐसे क्षेत्र हो सकते हैं जिनको सर्च नहीं किया गया है या यहां मौजूद अवसरों पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। सवाल यह है कि क्या हमें उनके बारे में जानकारी है, जिसमें हम भाग लेना चाहेंगे। बफेट देश में संभावित प्रवेश की तलाश में हैं। भारत की जीडीपी ग्रोथ एक नए शिखर पर पहुंचने के लिए तैयार है। विनिर्माण और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टरों ने फिर से सुधार देखना शुरू कर दिया है और जीएसटी कलेक्शन नई ऊंचाई हासिल कर रहा है।

आरबीआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी ग्रोथ महामारी से पहले 2020 के दौरान दर्ज की गई 7 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने के संकेत हैं। आईएमएफ के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 2004 में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 635 डॉलर थी। 2024 में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी बढ़कर 2,850 डॉलर हो गई है, जो इसके समकक्ष देशों के लिए 6,770 डॉलर का 42 प्रतिशत है। इस महीने की शुरुआत में जारी एचएसबीसी सर्वे के अनुसार, मजबूत मांग के कारण भारत का विनिर्माण सेक्टर अप्रैल में मजबूत गति से बढ़ा। इसके अलावा विश्व चुनौतियों के बावजूद, एक लाख से अधिक स्टार्टअप और 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न के साथ देश ग्लोबल स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम बना हुआ है।

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