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ओबामा राष्ट्रपति के रूप में आखिरी बार संवाददाताओं से मुखातिब

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ओबामा राष्ट्रपति के रूप में आखिरी बार संवाददाताओं से मुखातिब

वाशिंगटन । राष्ट्रपति बराक ओबामा ने देश के 44वें राष्ट्रपति के रूप में बुधवार को आखिरी बार संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया।

उन्होंने इस दौरान भावी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शासन में देश के भविष्य के प्रति आश्वासन भी जताया। ट्रंप शुक्रवार को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने जा रहे हैं।

ओबामा ने बुधवार को व्हाइट हाउस में संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, “मुझे लगता है कि सब कुछ ठीक होने जा रहा है। हमें बस इसके लिए लड़ना पड़ेगा, इसके लिए काम करना होगा और चीजों का महत्व समझना पड़ेगा।”

सीएनएन ने ओबामा के हवाले से बताया, “मुझे लगता है कि आप इसमें हमारी मदद करेंगे।”

ओबामा ने संवाददाताओं के साथ सवाल-जवाब सत्र में कहा कि दो कार्यकाल के बाद उनका अमेरिका और यहां के नागरिकों में विश्वास बढ़ा है, लेनिक वह ट्रंप के रूस के प्रति रुख और इस पद की तैयारी को लेकर चिंतित हैं।

ओबामा ने कहा, “मुझे अपने देश में विश्वास है। मुझे अमेरिकी लोगों में विश्वास है। मुझे लगता है कि लोग बुराई की तुलना में अधिक अच्छे हैं।”

उन्होंने कहा, “मेरा विश्वास है कि बुरी चीजें होती हैं। बुरे लोग भी इस दुनिया में हैं, लेकिन अंत में यदि हम मेहनत करेंगे और अपने भीतर उन चीजों को लेकर सजग रहेंगे जो सही हैं तो निश्चित तौर पर दुनिया हर बार थोड़ी बेहतर होती जाएगी।”

ओबामा ने कहा कि वे अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के बाद विभिन्न मुद्दों पर दबाव बनाने से बचेंगे, क्योंकि उन्हें नहीं लगता कि ट्रंप उनकी सलाह सुनेंगे। उन्होंने कहा कि इसकी बजाय वह कुछ लिखना पसंद करेंगे।

इस दौरान ओबामा ने प्रेस की स्वतंत्रता के महत्व पर भी विचार रखे। उन्होंने अमेरिकी लोकतंत्र के लिए प्रेस की आजादी को जरूरी बताया।

उल्लेखनीय ट्रंप कई बार विभिन्न मीडिया संस्थानों को खुले तौर पर अपमानित कर चुके हैं। ट्रंप ने तो मीडिया को बेईमान तक कह दिया है।

ओबामा ने क्यूबाई प्रवासियों के लिए ‘वेट फुट, ड्राई फुट’ जैसी नीति समाप्त करने सहित अपने कई कदमों का भी बचाव किया।

नेशनल

जेपी नड्डा का ममता पर हमला, कहा- संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा

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नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर तगड़ा हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल को क्‍या बना दिया है। जेपी नड्डा ने कहा कि संदेशखाली, ममता बनर्जी की निर्ममता और बर्बरता का संदेश चीख-चीख कर दे रहा है। ममता दीदी ने बंगाल को क्या बना दिया है? जहां रवींद्र संगीत गूंजना चाहिए था, वहां बम-पिस्तौल मिल रहे हैं।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। इसी से समझ सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने किस तरह अराजकता फैला रखी है। मैं बंगाल के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनता से अपील करता हूं कि आप सभी संदेशखाली पर ममता बनर्जी से जवाब मांगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली की पीड़िता को पार्टी का टिकट देकर भाजपा महिला सशक्तिकरण के संदेश को मजबूती दी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब दिया है कि ये महिलाएं अकेली नहीं है उनके साथ पूरा समाज, पूरा देश खड़ा है। संदेशखाली में महिलाओं की इज्जत-आबरू और उनकी जमीनें बचाने के लिए वहां गई जांच एजेंसियों के अधिकारियों पर भी घातक हमला किया गया।

जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैं आज समाचार पढ़ रहा था कि संदेशखाली में तलाशी के दौरान सीबीआई ने तीन विदेशी रिवॉल्वर, पुलिस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक रिवॉल्वर, बंदूकें, कई गोलियां और कारतूस बरामद किए हैं।” इसी से समझा जा सकता है कि ममता सरकार ने राज्य में किस तरह अराजकता फैला रखी है। उन्होंने पूछा कि क्या ममता बनर्जी जनता को डराकर, उनकी जान लेकर चुनाव जीतेंगी। क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और महर्षि अरबिंदो जैसे मनीषियों ने ऐसे बंगाल की कल्पना की थी।

संदेशखाली में जनता की रक्षा के लिए एनएसजी कमांडो को भी उतरना पड़ा। ममता दीदी, यदि आपको ऐसा लगता है कि आप ऐसा करके चुनाव जीत जाएंगी तो ये आपकी भूल है। जनता आपको इसका करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि ममता सरकार में तृणमूल कांग्रेस के शाहजहां शेख जैसे असामाजिक तत्व संदेशखाली में महिलाओं के अस्तित्व पर खतरा बने हुए हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह का सलूक हो रहा है वह सच में बहुत ही संवेदनशील और कष्टदायी है।

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