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भाजपा में विश्वास जता रही जनता : मोदी
नई दिल्ली| असम विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जीत की ओर बढ़ते कदम और केरल में पहली बार एक सीट जीतने के आसार पर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देशभर के लोगों ने उनकी पार्टी के प्रति भरोसा जताया है। भाजपा पश्चिम बंगाल में भी सात सीटें जीतने की ओर बढ़ रही है।
मोदी ने एक ट्वीट में कहा, “पूरे देश में लोगों ने भाजपा में विश्वास जताया है। लोग इसे ऐसी पार्टी के तौर पर देख रहे हैं जो चौतरफा एवं समावेशी विकास कर सकती है।”
असम में भाजपा की जीत पर मोदी बेहद उत्साहित हैं। भाजपा की प्रत्याशित जीत के बाद राज्य में कांग्रेस का 15 साल का शासन समाप्त हो जाएगा।
उन्होंने कहा, “भाजपा असम के लोगों के सपनों और अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी और राज्य की विकास यात्रा को नए ऊंचाइयों पर ले जाएगी।”
मोदी ने भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार सर्वानंद सोनोवाल को प्रचार अभियान में उनके प्रयास और शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई दी।
भाजपा असम की 126 सीटों में से 78 पर आगे चल रही है, जबकि सत्तारूढ़ कांग्रेस केवल 29 सीटों पर आगे है।
मोदी ने केरल के भाजपा कार्यकर्ताओं को भी धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा, “मैं उन सभी को सलाम करता हूं जिन्होंने एक-एक ईंट जोड़कर दशक दर दशक केरल में भाजपा को खड़ा किया है। उनके कारण ही हम यह दिन देख पा रहे हैं।”
केरल में भाजपा एक सीट पर आगे चल रही है। भाजपा के लिए केरल में यह जीत बेहद महत्वपूर्ण है, जिसमें पार्टी को विधानसभा या लोकसभा चुनाव में कभी कोई सीट हासिल नहीं हुई।
मोदी ने असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, पुदुच्चेरी और केरल को भी उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और उन्हें आश्वासन देते हुए कहा, “हम हमेशा कड़ी मेहनत करेंगे और उनके लिए काम करेंगे।”
नेशनल
जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।
इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।
चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।
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