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5 राज्यों के चुनाव में भाजपा ने खर्च किए 340 करोड़ रुपये, कांग्रेस ने 194 करोड़

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नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने इस साल फरवरी-मार्च में हुए देश के 5 राज्यों के चुनाव में 340 करोड़ रुपये की बड़ी रकम खर्च की थी। आयोग की ओर से पार्टी को दिए गए खर्च के ब्योरे में यह जानकारी दी गई है। कांग्रेस ने इन चुनावों में 194 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम खर्च की थी।

चुनाव आयोग को दोनों दलों की ओर से 5 राज्यों के चुनाव में खर्च की गई रकम की डिटेल दी गई थी, जिसे अब आयोग ने सार्वजनिक किया है। भाजपा की ओर से दिए गए ब्योरे के मुताबिक उसने उप्र, उत्तराखंड, मणिपुर, गोवा और पंजाब विधानसभा चुनावों में प्रचार अभियान पर 340 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए।

डी गई जानकारी के मुताबिक भाजपा ने उप्र में सर्वाधिक 221 करोड़ रुपये खर्च किए। इसके अलावा मणिपुर में 23 करोड़, उत्तराखंड में 43.67 करोड़, पंजाब में 36 करोड़ से अधिक और गोवा में 19 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए थे।

कांग्रेस द्वारा दिए गए ब्योरे के मुताबिक उसने इन पांच राज्यों में प्रचार अभियान पर 194 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए। भाजपा और कांग्रेस को राष्ट्रीय दल के रूप में मान्यता प्राप्त है। लोकसभा और राज्य विधानसभाओं का चुनाव लड़ने वाले दलों के लिए एक निर्धारित समयसीमा के भीतर निर्वाचन आयोग को प्रचार अभियान में हुए खर्च का ब्योरा देना अनिवार्य है।

बता दें कि यूपी, पंजाब और उत्तराखंड समेत 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे इसी वर्ष 10 मार्च को आए थे। भाजपा ने यूपी, उत्तराखंड, गोवा में वापसी की तो मणिपुर में भी सत्ता हासिल कर ली।

ब्योरे के मुताबिक 5 राज्यों में सबसे अधिक रकम भाजपा की ओर से ही खर्च की गई, जबकि कांग्रेस पार्टी दूसरे नंबर पर रही है। कांग्रेस को किसी भी राज्य में जीत नहीं मिल सकी थी।

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पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं: पीएम मोदी

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कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मेरा बंगाल से ऐसा नाता है जैसे मानो मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था या फिर शायद अगले जन्म में बंगाल में पैदा होना है। इसके साथ ही मोदी ने प्रदेश की सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस पर खूब हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण लगभग 26 हजार परिवारों की शांति और खुशी खत्म हो गई है। पीएम मोदी ने यह बयान कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ के हालिया आदेश के संदर्भ में दिया। जिसमें सरकारी स्कूलों में 25 हजार 753 टीचिंग (शिक्षण) और गैर-शिक्षण नौकरियों को रद्द कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “नौकरियों और आजीविका के इस नुकसान के लिए केवल तृणमूल कांग्रेस जिम्मेदार है। राज्य सरकार ने राज्य में युवाओं के विकास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जिन लोगों ने पैसे उधार लेकर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को दिए उनकी हालत तो और भी खराब है।” पीएम मोदी ने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ दल पर विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत दिए गए केंद्रीय फंड के उपयोग के संबंध में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। पीएम ने कहा, केंद्र सरकार ने राज्य के 80 लाख किसानों के लिए 8 हजार करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं। लेकिन राज्य सरकार बाधा उत्पन्न कर रही है, इसलिए किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है। राज्य सरकार सभी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन को खराब करने की कोशिश कर रही है। वे राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं होने दे रहे। हमारे पास मालदा जिले के आम किसानों के लिए योजनाएं हैं। लेकिन मुझे चिंता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां भी कमीशन की मांग करेंगे। पीएम मोदी ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने का प्रयास करने का भी आरोप राज्य सरकार पर लगाया।

उन्होंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। मालदा में भी ऐसी ही घटनाओं की खबरें आई थीं। लेकिन तृणमूल कांग्रेस सरकार ने हमेशा आरोपियों को बचाने का प्रयास किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तुष्टिकरण की राजनीति की प्रतिस्पर्धा चल रही है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दे रही है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस आम लोगों से पैसा जब्त करने और इसे केवल उन लोगों के बीच वितरित करने की योजना बना रही है जो उनके समर्पित वोट बैंक का हिस्सा हैं। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस का गुप्त समझौता है।

 

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