Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

06 दिसम्बर 2014 का राशिफल

Published

on

Loading

पंचांग: विक्रमी संवत् 2071, 15 मार्गशीर्ष मास शक 1936,मार्गशीर्ष मास 21 प्रविष्टे, मार्गशीर्ष पूर्णिमा17.56 तक उपरांत पौष कृष्ण पक्ष प्रतिपदा, मृगशिरा नक्षत्र, सिद्ध योग 17.09 तक उपरांत साध्य योग, बव करण 17.56 तक उपरांत बालव करण,चन्द्रमा वृष राशि में दिन रात।

मेष: शारीरिक मानसिक स्वास्थ्य बना रहेगा। पारिवारिक सदस्यों के साथ सुंदर भोजन करने तथा आनंदपूर्वक समय व्यतीत करने का योग खड़ा होगा। आर्थिक मामले में भविष्य के लिए अच्छी प्लानिंग कर सकेंगे। लक्ष्मी देवी की कृपा से आय में वृद्धि होगी। कलाकार एवं कारीगरों को उनकी कला का प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा और उनकी क्रद होगी। नकारात्मक विचारों से दूर रहने की सलाह है।

वृषभ: आज का दिन स्फूर्तिला और प्रसन्नतापूर्ण रहेगा। स्वास्थ्य अच्छा रहने से सुख और आनंद की अनुभूति होगी। सगे-सम्बंधियों या मित्रों की तरफ से उपहार मिलेगा। प्रवास और स्वादिष्ट भोजन आपके दिन को खुशगवार बनाएगें। आर्थिक लाभ की संभावना है। वैवाहिक जीवन का उत्तम सुख प्राप्त कर सकेंगे।

मिथुन: आज संयमशील और विचारपूर्ण व्यवहार आपको बहुत से अनिष्टों से बचा लेंगे। आपकी वाणी-व्यवहार से गलतफहमी पैदा होगी। शारीरिक कष्ट, मन को भी अस्वस्थ बनाएंगे। परिवार में कलेश का वातावरण रहेगा। आंख में पीड़ा होगी। खर्च अधिक रहेगा। आध्यात्मिक व्यवहार मानसिक शांति दे सकेंगे।

कर्क: आकस्मिक धन प्राप्ति और बहुविधि लाभ से भरा आपका आज का दिन अत्यंत रोमांचक और आनंदप्रद बना रहेगा, ऐसा गणेशजी कहते हैं। आय में वृद्धि होगी। व्यापारियों को मुनाफा वाले सौदे होंगे। पुत्र और पत्नी से लाभ होगा। प्रवास पर्यटन तथा विवाहोत्सुक व्यक्तियों के लिए विवाह का योग है। उत्तम भोजन और स्त्री सुख मिलेगा।

सिंह: आपके कार्यों में विलंब से सफलता मिलेगी। ऑफिस या घर में उत्तरदायित्वों का बोझ बढ़ेगा। जीवन में अधिक गंभीरता का अनुभव करेंगे। नए सम्बंध स्थापित करने या कार्य के सम्बंध में महत्त्वपूर्ण निर्णय न लेने की है। पिता के साथ मतभेद उत्पन्न होगा। शुभ अवसर के आयोजन के लिए समय अच्छा नहीं है।

कन्या: शरीर में थकान, आलस और चिंता का अनुभव होगा। संतानों के साथ मतभेद या मनमुटाव होगा। उनके स्वास्थ्य की चिंता सताएगी। ऑफिस में उच्च पदाधिकारियों के साथ आपका वाद-विवाद होगा। राजनीतिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। धार्मिक कार्यों या धार्मिक यात्रा के पीछे धन खर्च होगा। भाई-बंधुओं द्वारा लाभ होने की संभावना है।

तुला: स्वास्थ्य का ध्यान रखना पड़ेगा। कटु वचन या खराब व्यवहार के कारण झगड़े-विवाद होंगे। क्रोध और कामवृत्ति पर संयम आवश्यक होगा। हितशत्रु अधिक प्रवृत्त होंगे। आकस्मिक धनलाभ होगा। समय से भोजन करने में विलंब तथा अत्यधिक खर्च आपके मन को अस्वस्थ बनाएंगे। स्त्रियां तथा जलाशय से दूर रहना हितकर है।

वृश्चिक: नौकरी-धंधा और व्यवसाय के क्षेत्र में आज आपको लाभ ही लाभ है। इसके साथ मित्रों, सगे सम्बंधियों और बुजुर्गों से भी लाभ प्राप्ति का संकेत है। सामाजिक समारोह, पर्यटन जैसे प्रसंगों में जाएंगे। आप प्रफुल्लित रहेंगे। आय के स्रोत बढ़ेंगे। अविवाहितों के लिए वैवाहिक योग है। सांसारिक जीवन में आनंद का अनुभव करेंगे।

धनु: आर्थिक और व्यापारिक आयोजन करने के लिए आज का दिन शुभ है। कार्य सरलतापूर्वक सफल बनेगा। परोपकार की भावना आज बलवती रहेगी। आमोद-प्रमोद में आपका दिन व्यतीत होगा। नौकरी व्यवसाय में उन्नति और मान-सम्मान प्राप्त होगा। गृहस्थ जीवन में आनंद ही आनंद होगा।

मकर: आपका आज का दिन मिश्रित फलदायी साबित होगा। बौद्धिक कार्यों और व्यवसाय में नई विचारधारा अमल में लाएंगे। लेखन और साहित्य से सम्बंधित प्रवृत्तियों में आपकी सृजनात्मकता दिखाई देगी। फिर भी मन के किसी कोने में आपको अस्वस्थता अनुभव होगी। परिणामस्वरूप शारीरिक थकान और ऊबन रहेगी। संतानों के प्रश्नों के विषय में चिंता उदित होगी। उच्च पदाधिकारियों या प्रतिस्पर्धियों के साथ चर्चा में उतरना हितकर नहीं है।

कुंभ: नकारात्मक विचारों से मन में हताशा जन्म लेगी। इस समय मानसिक उद्वेग और क्रोध की भावना अनुभव करेंगे। खर्च बढ़ेगा। वाणी पर संयम न रहने के कारण परिवार में मनमुटाव और झगड़े होने की संभावना है। स्वास्थ्य खराब होगा। दुर्घटना से बचें। ईश्वर का स्मरण और आध्यात्मिक पठन, मानसिक शांति देंगे।

मीन: आपका आज का दिन सुख-शांति से व्यतीत होगा। व्यापारियों को भागीदारी के लिए उत्तम समय है। पति-पत्नी के बीच दांपत्य जीवन में निकटता का अनुभव होगा। मित्रों तथा स्वजनों के साथ मिलन मुलाकात होगी। प्रेमीजनों का रोमान्स अधिक प्रगाढ़ बनेगा। सार्वजनिक जीवन में प्रगति मिलेगी। उत्तम वैवाहिक सुख प्राप्त होगा।

नेशनल

लोकसभा के शोले और रहीम चाचा की खामोशी

Published

on

Loading

सच्चिदा नन्द द्विवेदी एडिटर-इन-चीफ

हिन्दी सिनेमा की कालजई फिल्म शोले के रहीम चाचा का किरदार आपको जरूर याद होगा। उनका एक डायलॉग था जिसमें वो कहते है “इतना सन्नाटा क्यूँ है भाई” उस वक्त पूरे रामगढ़ में किसी के पास इसका जवाब नहीं था, कमोवेश ठीक वैसे ही हालात इस वक्त लोकसभा चुनाव में नजर आ रहे हैं। लोकसभा के चुनाव के दो चरण पूरे हो चुके हैं पर पूरे देश में कहीं भी ऐसा नजर नहीं आता कि हम अगले पाँच साल के लिए अपने नुमाइंदे चुनने जा रहे हैं। एक अजीब खामोशी नुमायाँ है। गांव, कस्बों और शहरों तक में होर्डिंग और पोस्टर नजर नहीं आ रहे हैं और न ही कानफोडू लाऊडस्पीकर पर वोट मांगने वालों का शोर सुनाई दे रहा है, चाय की टपरी और पान के खोखों पर जमा होने वाली भीड़ अपने होंठों को सिले हुए है।

एक वक्त था जब हम लोग चाय की टपरी, पान की दुकान और रास्तों के ढाबों से देश का मूड भांप लेते थे। मतदाताओं के मन में क्या चल रहा है इसका अंदाज लगाना आसान था। लेकिन आज स्थिति उलट है इन जगहों पर खड़ा आम आदमी आपसे ही उल्टा पूछ लेता है ‘और क्या चल रहा है’ इंसान-इंसान के बीच अविश्वास की खाई इतनी गहरी हो गई है कि वो पब्लिक प्लेस पर अब राजनीतिक बात करने से गुरेज करने लगा है। वोटर अपने मन की बात जुबान पर नहीं लाना चाहता हैं क्यूंकी अब वो रेडियो पर ‘मोदी जी’ के मन की बात सुन रहा है और अपने मन की बात अपने मन में रखे हुए है। उसे डर है और ये डर मिश्रित चुप्पी स्वस्थ लोकतंत्र के लिए अच्छा लक्षण नहीं है।

लोकसभा चुनाव के पहले चरण की तरह दूसरे चरण में भी वोटिंग 2019 के मुकाबले कम हुई है। पहले चरण में 21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर 64 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। जबकि पिछले लोकसभा चुनाव में उन सीटों पर भी 70 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ था। ऐसे ही इस बार दूसरे चरण में 13 राज्यों की 88 लोकसभा सीटों पर करीब 63 फीसदी वोट पड़े। यह 2019 के लोकसभा चुनाव में 70.09% मतदान के मुकाबले काफी कम था। यूपी, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे बड़े राज्यों में वोटिंग उम्मीद से काफी कम रही। यूपी में 54.85%, बिहार में 55.08% , महाराष्ट्र में 57.83% , एमपी में 57.88 % वोटिंग हुई। सबसे अधिक वोट त्रिपुरा, मणिपुर, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में पड़े। लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में सात मई को वोटिंग है। इसमें 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 95 सीट पर मतदान होगा, जिसके लिए 1351 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।

जब 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को तीसरे, चौथे, पांचवे, छठे और सातवें चरण का मतदान होगा तो इस दौरान देश के अधिकतर हिस्सों में गर्मी के साथ लू का असर दिखाई देगा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान लगभग 72% निर्वाचन क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 35°C या इससे अधिक हो सकता है। विशेष रूप से, 59 सीटों पर 40-42 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान का सामना करना पड़ सकता है। जबकि 194 सीटों पर 37.5-से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान देखा जा सकता है। लेकिन इस गर्मी के बीच क्षेत्रीय दलों के नेता काफी तेजी से अपने इलाके के मतदाताओं पर पकड़ बना रहे हैं और उन सवालों को उठा रहे हैं जिनसे देश का किसान, मजदूर और नौजवान चिंतित है। इसलिए उनके प्रति आम जनता की अपेक्षाएं बढ़ी हैं इसलिए विपक्षी गठबंधन के नेताओं की रैलियों में भारी भीड़ आ रही है। जबकि भाजपा की रैलियों का रंग उसके मुकाबले फीका नजर या रहा है।

हालांकि रैली में आने वाली भीड़ जीत का पैमाना नहीं होती इसलिए कुछ कहा नहीं जा सकता। हर दल का अपना एक समर्पित काडर होता है। जबकि आज काडर के नाम पर ज्यादातर दलों के पास सत्ता के छत्ते से चिपकी रहने वाली मधुमक्खी ही ज्यादा नजर या रहीं है ये वो लोग हैं जिन्हें सत्ता की दलाली करने के अवसरों की तलाश होती है। राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ जिसके पास काडर है कार्यकर्ता हैं वो भी खामोश नजर आ रहा है। बहरहाल लगातार कम होते मतदान ने नेताओं की धुकधुकी बढ़ा रखी है। सत्ता पक्ष मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए परेशान है तो विपक्ष कम प्रतिशत को अपने पक्ष में मानकर मुंगेरीलाल के सपने बुनने में मगन है।

Continue Reading

Trending