मुख्य समाचार
साध्वी निरंजन ने अपने बयान पर अफसोस जताया
नई दिल्ली| केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने पर अफसोस जताया है। साध्वी ने अपने बयान को लेकर संसद में जारी तनाव को दूर करने की कोशिश करते हुए मंगलवार को लोकसभा में कहा, “मेरा गलत उद्देश्य नहीं था। लेकिन जो शब्द भी मैंने बोले, उस पर मैं अफसोस जताती हूं और जो कहा उसे स्वीकार करती हूं।”
मंत्री के बयान के बद लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने सभी सदस्यों को अपने भाषण के दौरान संयम बरतने के लिए चेताया।
साध्वी ने सोमवार को दिल्ली में एक चुनाव रैली में कहा था कि दिल्ली के लोग यह निर्णय कर लें कि वे ‘रामजादों’ (राम के अनुयायी) की सरकार चाहते हैं या उनकी जो अवैध हैं?
बाद में हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका बयान उनके लिए था, जो राम और एकीकृत भारत में विश्वास नहीं करते।
उन्होंने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि उनके बयान को सांप्रदायिक रूप नहीं दिया जाना चाहिए।
साध्वी ने कहा, “मैंने किसी व्यक्ति, समुदाय या पार्टी का नाम नहीं लिया। क्या भगवान राम के बारे में बोलना अपराध है? राम के बारे में बात करना सांप्रदायिक कैसे हो सकता है?”
वहीं, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने इस मुद्दे पर मंत्री के इस्तीफे और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की।
साध्वी के बयान पर कांग्रेस ने मंगलवार को लोकसभा में विरोध जताया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही थोड़ी देर के लिए स्थगित करनी पड़ी।
नेशनल
दिल्ली के स्कूलों की जांच में कुछ नहीं मिला, पुलिस बोली- ई-मेल्स और कॉल्स फर्जी
नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों में बम होने के धमकी भरे ईमेल के बाद जांच की गई तो वहां कुछ नहीं मिला। पुलिस अधिकारियों ने भी इसे होक्स ईमेल बताया है, लेकिन उन्होंने कहा कि चेकिंग जारी रहेगी। गृह मंत्रालय ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह फर्जी कॉल है। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रोटोकॉल के मुताबिक जरूरी कदम उठा रही हैं।
वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल मिले। दिल्ली पुलिस ने प्रोटोकॉल के तहत ऐसे सभी स्कूलों की गहन जांच की। कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिल। ऐसा प्रतीत होता है कि ये कॉल्स फर्जी हैं। हम जनता से अनुरोध करते हैं कि वे घबराएं नहीं और शांति बनाए रखें।
स्कूल में आए इस धमकी भरे ईमेल के बाद कई स्कूलों ने बच्चों की जल्द छुट्टी का मैसेज पेरेंट्स को भेज दिया, तो कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल जाकर पहले ही ले आए। इसके अलावा कई स्कूल के प्रिंसिपल ने पेरेंट्स को मैसेज भेज कर कहा कि घबराने की बात नहीं है।
नोएडा में इंद्रप्रस्थ ग्लोबल स्कूल (आईपीजीएस) की प्रिंसिपल निकिता तोमर मान ने बताया, “मैं लोगों से आग्रह करूंगी कि वे अनावश्यक घबराहट पैदा न करें और इस स्थिति को एक परिपक्व वयस्क के रूप में लें। दिल्ली-एनसीआर के जिन स्कूलों को धमकियां मिलीं, उन्हें खाली करा लिया गया है और हमारे सहित बाकी स्कूल सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। कोई धमकी भरा संदेश प्राप्त नहीं हुआ है।”
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