Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

वायु प्रदूषण पर पर्यावरण मंत्रियों की बैठक

Published

on

Loading

 पर्यावरण मंत्री अनिल माधवनई दिल्ली | वायु प्रदूषण के तात्कालिक और दीर्घकालिक समाधान को लेकर शुक्रवार को केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे के साथ शुक्रवार को पांच राज्यों के पर्यावरण मंत्रियों की बैठक होनी है। यह बैठक दिल्ली में वायु की गुणवत्ता खतरनाक स्तर तक पहुंचने की वजह से बुलाई गई है। बीते 17 सालों में बुधवार और गुरुवार को धुंध की स्थिति सबसे खराब रही।

दवे ने गुरुवार को एक ट्वीट में कहा, “केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफसीसी) शुक्रवार को पांच पड़ोसी राज्यों के सचिवों के साथ बैठक करेगा। बाद में मैं संबंधित राज्यों के मंत्रियों से मिलूंगा।”

सचिव स्तर की बैठक के बाद मंत्रालय यहां पांच राज्यों- पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली- के लिए एक परामर्श भी जारी करेगा।

दवे ने ट्वीट किया, “एमओईएफसीसी वायु प्रदूषण से निपटने के लिए जल्द ही एक परामर्श संबंधित राज्यों के लिए जारी करेगा।”

मंत्री की यह बैठक पर्यावरण सचिव ए.एन. झा के पांच राज्यों के सचिवों के मुलाकात के बाद होगी।

दिल्ली में वायु गुणवत्ता खराब होने की वजह से विशेषज्ञों ने केंद्र से दूसरे राज्य सरकारों के साथ मिलकर मामले के निपटारे के लिए हस्तक्षेप का आग्रह किया है।

श्वसन तथा हृदय रोग से पीड़ित लोगों को घरों में ही रहने और बहुत आवश्यकता होने पर ही बाहर निकलने की सलाह दी गई है। उन्हें सुबह में कुछ दिन बाहर व्यायाम करने से बचने की सलाह भी दी गई है। कुछ पर्यावरण जानकारों ने अस्थायी तौर पर स्कूलों को बंद करने का सुझाव दिया है।

राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण के कारणों में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में धान के पुआल को जलाना, हवा का कम होना, दिवाली में हुई आतिशबाजी भी शामिल है।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार दिवाली के दो दिन बाद बुधवार को पीएम2.5 (पर्टिकुलेट मैटर) का स्तर 62.7 प्रतिशत अधिक दर्ज किया गया था। बुधवार को इसका स्तर मानक से 9.4 गुना ज्यादा था।

नेशनल

मणिशंकर अय्यर के पाक प्रेम पर बीजेपी का पलटवार, कही ये बात

Published

on

Loading

नई दिल्ली। बीजेपी ने मणिशंकर अय्यर के उस बयान पर कांग्रेस पर निशाना साधा है जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान को सम्मान दिए जाने की जरुरत है क्योंकि उसके पास एटम बम है। केंद्रीय मंत्री राजीव चंदशेखर ने कहा कि धीरे-धीरे कांग्रेस और राहुल गांधी की विचारधारा देश के सामने साफ हो रही है। इन लोगों की विचारधारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के आतंकवादियों की समर्थक बन गई है। मैं पूरी तरह से आश्वस्त हूं कि ये लोग मणिशंकर अय्यर के बयान से खुद को अलग कर लेंगे। जैसे इन लोगों ने दिग्विजय सिंह के बयान से खुद को अलग कर लिया था।

वहीं बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि ‘अब कांग्रेस भारत में आतंकवादी भेजने वाले पाकिस्तान को इज्जत देने की बात कर रही है। कांग्रेस का हाथ आतंकवादियों एवं पाकिस्तान के साथ दिख रहा है और अब इसका एक और प्रमाण सामने आ गया।’ उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने पाकिस्तान को ऐसा सबक सिखाया है कि वह अंतरराष्ट्रीय मंचों पर गिड़गिड़ा रहा है।

पूनावाला ने मणिशंकर अय्यर के बयान को लेकर गांधी परिवार और कांग्रेस पर सवाल खड़ा करते हुए कहा, ‘कांग्रेस परिवार के करीबी मणिशंकर अय्यर जो कि पीएम मोदी को हटाने के लिए एक बार पाकिस्तान से मदद मांगने भी गए थे। अब वह पाकिस्तान की ताकत और उसके परमाणु बम को दिखा रहे हैं। मणिशंकर अय्यर, भारत में आतंकवादी भेजने वाले पाकिस्तान को इज्जत देने की बात कर रहे हैं, जबकि इसी कांग्रेस के नेता हमारी सेना के लिए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करते हैं। मणिशंकर अय्यर हमारी सेना के बंदूक लेकर घूमने, मोदी सरकार द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान को सबक सिखाने जैसे कदमों की बजाय यह चाहते हैं कि भारत अपनी सुरक्षा के लिए कदम न उठाए।’

बीजेपी प्रवक्ता ने कि कांग्रेस सरकार के समय मुंबई में 26/11 के भयानक आतंकी हमले के बाद भी मनमोहन सिंह की सरकार ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के बजाय उसे मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा दे दिया था। उन्होंने कहा, ‘उनकी सरकार के समय लगातार आतंकी घटनाएं होती थीं और भारत अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर मदद की गुहार लगाया करता था। लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने जिस तरह से पाकिस्तान को सबक सिखाने का काम किया है, उसके बाद अब हालत यह हो गई है कि पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर गिड़गिड़ाना पड़ रहा है।’

Continue Reading

Trending