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अन्तर्राष्ट्रीय

भारत-पाक को जरूरी मुद्दे सुलझाने चाहिए : इमरान खान

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान ने भारत-पाकिस्तान से लंबे समय से चली आ रही समस्याओं और विशेषकर कश्मीर मुद्दे को सुलझाने के लिए कहा। इमरान ने साथ में यह भी कहा कि दोनों देशों को सौहार्दपूर्ण संबंध विकिसत करने चाहिए। साथ ही व्यापार बढ़ाना चाहिए और गरीबी उन्मूलन की दिशा में प्रयास करने चाहिए।

‘डॉन’ की रिपोर्ट के अनुसार, इमरान ने शनिवार को पाकिस्तान लौटते हुए लाहौर हवाईअड्डे पर कहा कि दोनों देशों के पास समस्याओं को सुलझाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा, “दोनों देशों के नेताओं को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि गरीबों की भालाई के लिए शांति प्रक्रिया में किसी तरह की बाधा न पड़े।”

इमरान ने कहा कि दोनों देशों में कुछ ऐसे लोग हैं, जो अपने निहित स्वार्थो के लिए शांति प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट का खेल जारी रखने पर जोर दिया और कहा कि यह दोनों देशों के लोगों करीब लाता है और तनाव कम करता है। दोनों देशों से ‘व्यापक सोच’ के साथ आगे बढ़ने का आग्रह करते हुए इमरान ने कहा कि चीन ने शांति और व्यापर में मजबूती के साथ गरीबी को लगभग खत्म कर दिया है।

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान ने IMF के आगे फिर फैलाए हाथ, की नए लोन की डिमांड

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने आईएमएफ के सामने एक बार फिर भीख का कटोरा आगे कर दिया है। पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ ने आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा से मुलाकात कर उनसे नए ऋण कार्यक्रम पर चर्चा की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा कि पीएम शहबाज की मुलाकात रियाद में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मौके पर हुई।

रियाद में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की एक बैठक से इतर शरीफ ने तीन अरब अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त व्यवस्था (एसबीए) हासिल करने में पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रबंध निदेशक जॉर्जीवा का शुक्रिया अदा किया। पाकिस्तान ने पिछले साल जून में तीन अरब अमेरिकी डॉलर का आईएमएफ कार्यक्रम हासिल किया था। पाकिस्तान मौजूदा एसबीए के इस महीने समाप्त होने के बाद एक नई दीर्घकालिक विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) की मांग कर रहा है।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के नुसार, “दोनों पक्षों ने पाकिस्तान के लिए एक अन्य आईएमएफ कार्यक्रम पर भी चर्चा की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पिछले वर्ष से हासिल लाभ समेकित हो और आर्थिक वृद्धि सकारात्मक बनी रही।’’ शरीफ ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने कहा कि इस्लामाबाद जुलाई की शुरुआत तक नए कार्यक्रम पर कर्मचारी स्तर का समझौता हासिल कर सकता है। यदि पाकिस्तान को यह मदद मिल गई तो उसको आईएमएफ की ओर से यह 24वीं सहायता होगी।

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