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नहीं चल सकी रास की कार्यवाही, 2 बजे तक के लिए स्थगित

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नई दिल्ली। संसद के दोनों सदनों में गतिरोध को लेकर विपक्षी दलों और सत्ता पक्ष में तीखी नोकझोंक के बाद सोमवार को राज्यसभा की कार्यवाही अपराह्न् दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही शुरू होने के तुरंत बाद उप-सभापति पी.जे. कुरियन ने कार्यवाही आगे बढ़ाने की अनुमति दी और उसके बाद विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद को बात रखने की इजाजत दी।

आजाद ने सरकार पर पिछले तीन सप्ताहों के दौरान संसद के गतिरोध को खत्म करने के लिए कोई कोशिश न करने का आरोप लगाया। आजाद ने कहा, “सदन के बाहर यह धारणा बन रही है कि सरकार जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए विपक्षी सदस्यों से बात कर रही है, जो सही नहीं है।” उन्होंने कहा, “सरकार से कोई भी गतिरोध को खत्म करने के लिए किसी भी कांग्रेस नेता से आकर नहीं मिला। हमें सरकार की ओर से फोन भी आया था। वह फोन भी लोकसभा से 25 कांग्रेस सांसदों के निलंबन को लेकर आया था। यह संसद में गतिरोध के मुद्दे पर नहीं आया था।”

आजाद ने राज्यों से जुड़े निर्णय लेने से पूर्व संबंधित राज्यों को विश्वास में न लेने के मामले में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निंदा की। आजाद ने आरोप लगाया कि सरकार सहकारी संघवाद का मजाक उड़ा रही है। विपक्षी सदस्यों के आरोपों को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने खारिज किया। जेटली के बोलने के लिए खड़े होते ही कांग्रेस सदस्य सदन में बीचोबीच इकट्ठा हो गए और मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। हंगामे और शोरशराबे के बीच जेटली ने कहा, “मैं विपक्ष के नेता द्वारा लगाए गए आरोपों का पुरजोर खंडन करता हूं। हमने कई दफा गतिरोध खत्म करने की कोशिश की, लेकिन कांग्रेस ने फैसला कर लिया है कि वह सदन की कार्यवाही नहीं चलने देगी।”

विपक्षी सदस्यों और सत्ता पक्ष के सदस्यों के बीच तीखी बहस के दौरान आंध्र प्रदेश से कांग्रेस नेता जे. सलीम सदन के बीचोबीच आ गए और जेटली के सामने खड़े हो गए। हंगामे के बीच उप-सभापति ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी थी। जब सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई, तो कांग्रेस सदस्यों ने एक बार फिर सभापति की आसंदी के पास जमघट लगा लिया। इसे देखते हुए सभापति एम. हामिद अंसारी ने सदन की कार्यवाही अपराह्न् दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

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रायबरेली में होगी अमेठी से भी बड़ी हार, बीजेपी का राहुल गांधी पर निशाना

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लखनऊ। कांग्रेस ने रायबरेली और अमेठी से उम्‍मीदवार कौन होगा? इसपर सस्‍पेंस खत्‍म कर दिया है। पार्टी ने शुक्रवार को नामांकन के आखि‍री द‍िन नई ल‍िस्‍ट जारी कर इन दोनों सीटों पर प्रत्‍याशि‍यों के नाम का एलान कर द‍िया है। कांग्रेस ने अमेठी से केएल शर्मा को टिकट दिया है जबकि कांग्रेस की पारंपरिक सीट रायबरेली से खुद राहुल गांधी चुनाव लड़ेंगे। इसके बाद भाजपा ने राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने पर निशाना साधा है।

उपमुख्मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘राहुल गांधी और गांधी परिवार में अमेठी-रायबरेली से चुनाव लड़ने का साहस नहीं हो रहा है, लेकिन किसी ने उन्हें (राहुल गांधी) समझाया होगा कि पिछली बार सोनिया गांधी इतने मतों से जीत गई थीं इसलिए आप अमेठी न जाकर रायबरेली चलिए। रायबरेली में राहुल गांधी की अमेठी से भी बड़ी पराजय होने जा रही है। हम ये दोनों सीटें तो बहुत बड़ें नंबर से जीतेंगे ही साथ ही उत्तर प्रदेश की 80 की 80 सीटें भी जीतेंगे’

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि राहुल गांधी पहले अमेठी छोड़कर वायनाड भाग गए थे, अब वायनाड छोड़कर रायबरेली आ गए हैं, रायबरेली के लोग उन्हें कभी स्वीकार नहीं करेंगे। वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीसरी पारी को लेकर जिस तरह का माहौल बना है, वही कारण है कि कांग्रेस पहले तो तय नहीं कर पा रही थी कि क्या करना चाहिए। पिछली बार राहुल गांधी अमेठी से हार कर केरल की तरफ भागे थे। अब वायनाड से हार की आशंका देखते हुए रायबरेली आ गए। उत्तर प्रदेश का माहौल मोदीमय हो चुका है। हम पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ने जा रहे हैं… रायबरेली की जनता भी उनका(राहुल गांधी) इंतजार कर रही है कि कांग्रेस ने पीएम मोदी के बारे में जो भी हल्की बातें कही हैं उसका हिसाब उन्हें देना पड़ेगा।’

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