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तीन तलाक निकाह खत्‍म करने का सबसे बुरा तरीका : सुप्रीम कोर्ट

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नई दिल्‍ली। सुप्रीम कोर्ट में मुस्लिम समाज में प्रचलित तीन तलाक की परंपरा की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर ऐतिहासिक सुनवाई दूसरे दिन भी जारी रही।

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शीर्ष कोर्ट ने कहा कि भले ही इस्लाम की विभिन्न विचारधाराओं में तीन तलाक को वैध बताया गया हो, लेकिन यह निकाह खत्म करने का सबसे बुरा और अवांछनीय तरीका है। वहीं, मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति जगदीश सिंह खेहर ने कहा कि तीन तलाक में कोई आपसी सहमति नहीं है।

वरिष्ठ वकील सलमान खुर्शीद (एमिकस क्यूरी) ने कहा कि खुदा की नजर में तीन तलाक गलत तो कभी कानून नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि किसी अन्य देश में मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक नहीं दिया जाता है, यह केवल भारतीय मुसलमान करते हैं।

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सलमान खुर्शीद से सुप्रीम कोर्ट ने पूछा है कि अगर तीन तलाक भारत में ही है तो अन्य देशों ने इस कानून को खत्म करने के लिए क्या किया है। इसके जवाब में खुर्शीद ने कहा कि दूसरे देशों में भी ऐसे ही मामले आए होंगे तभी यह खत्म हो पाया होगा।

इस मामले में फॉर्म फॉर अवेयरनेस ऑफ नेशनल सिक्योरिटी की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 14 के तहत सभी नागरिकों को बराबरी का हक देता है। उन्होंने कहा कि सिर्फ लिंग के आधार पर महिलाओं के साथ भेदभाव नहीं हो सकता है।

जेठमलानी ने कहा कि तीन तलाक मैरेज कॉन्ट्रेक्ट को खत्म करता है। ये सिर्फ पुरुष पर टिका हुआ है और महिलाओं का कोई आधार नहीं है। वहीं, गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा था कि वह पहले यह निर्धारित करेगा कि क्या यह परंपरा इस्लाम के मौलिक तत्वों में है। वहीं, केंद्र ने साफ कर दिया कि इस तरह का तलाक लैंगिक न्याय के खिलाफ है और इस परंपरा को चुनौती देने वालों ने कहा कि यह मुख्य धार्मिक सिद्धांत का हिस्सा नहीं है।

 

नेशनल

भाजपा का परिवार आरक्षण ख़त्म करना चाहता है: अखिलेश यादव

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एटा। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एटा में सपा प्रत्याशी देवेश शाक्य के समर्थन में संविधान बचाओ रैली को संबोधित किया। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान बचेगा तो लोकतंत्र बचेगा और लोकतंत्र बचेगा तो वोट देने का अधिकार बचेगा। अखिलेश यादव ने दावा किया कि ये अग्निवीर व्यवस्था जो लेकर आए हैं इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी तो अग्निवीर व्यवस्था समाप्त कर पहले वाली व्यवस्था लागू करेंगे।

उन्होंने आरक्षण मामले पर आरएसएस पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के साथ एक सबसे खतरनाक परिवार है, जो आरक्षण खत्म करना चाहता है। अब उन्हें वोट चाहिए तो वह कह रहे हैं कि आरक्षण खत्म नहीं होगा।

उन्होंने आगे कहा कि मैं पूछना चाहता हूं अगर सरकार की बड़ी कंपनियां बिक जाएंगी तो क्या उनमें आरक्षण होगा? उनके पास जवाब नहीं है कि नौकरी क्यों नहीं दे रहे हैं? लोकसभा चुनाव संविधान मंथन का चुनाव है। एक तरफ वो लोग हैं जो संविधान को हटाना चाहते हैं। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन और समाजवादी लोग हैं जो संविधान को बचाना चाहते हैं। यह चुनाव आने वाली पीढ़ी के भविष्य का फैसला करेगा। वो लोग संविधान के भक्षक हैं और हम लोग रक्षक हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि एटा के लोगों को भाजपा ने बहुत धोखा दिया है। इनका हर वादा झूठा निकला। दस साल में एक लाख किसानों ने आत्महत्या की है। उनकी आय दोगुनी नहीं हुई। नौजवानों का भविष्य खत्म कर दिया गया है। हर परीक्षा का पेपर लीक हो रहा है।

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