Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

खेल-कूद

एचआईएल-2016 : स्कोरिंग के तरीके बदले, अब 2 गोल के बराबर होगा फील्ड गोल

Published

on

Loading

नई दिल्ली। हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल)-2016 के मुकाबले स्कोरिंग के बदले हुए नियमों के तहत खेला जाएगा। लीग के चौथे संस्करण में अगर कोई टीम एक फील्ड या पेनाल्टी स्ट्रोक गोल करती है तो उसे दो गोल माना जाएगा।

हॉकी इंडिया (एचआई) के अध्यक्ष और आईएचएल गवर्निग काउंसिल के प्रमुख नरेंद्र बत्रा ने सोमवार को इसकी घोषणा की। एचआईएल-4 के लिए स्कोरिंग तरीकों में और भी कई बदलाव किए गए हैं और सबके मकसद हॉकी को अधिक दर्शनीय और रोमांचक बनाना है। बत्रा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि एचआईएल-4 के लिए नए गोल स्कोरिंग प्वाइंट्स लागू किए गए हैं। पहली बार किसी हॉकी प्रतियोगिता में इस तरह के नियम बनाए गए हैं और उन्हें लागू किया जा रहा है।

बत्रा ने यह भी कहा कि अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) की कम्पटीशंस कमिटि एंड रूल्स कमिटि ने इसे मंजूरी दे दी है। यह मंजूरी दो साल के लिए मिली है। नए नियम के मुताबिक हर फील्ड और पेनाल्टी स्ट्रोक गोल दो गोल के बराबर माना जाएगा। हां, पेनाल्टी कार्नर के दौरान मिले पेनाल्टी स्ट्रोक पर हुए गोल को एक ही माना जाएगा। हर पेनाल्टी कार्नर पर हुए गोल को पहले ही तरह एक ही गोल माना जाएगा लेकिन नए नियम में साफ लिखा है कि हर पेनाल्टी स्ट्रोक गोल को दो गोल माना जाएगा।

शूटआउट के दौरान डाइरेक्ट शूटआउट और पेनाल्टी स्ट्रोक पर हुए गोल को एक ही माना जाएगा। अहम बात यह है लीग के लिए दिए जाने वाले पुरस्कारों में भी जिस खिलाड़ी ने सबसे अधिक फील्ड गोल किए हैं, वही पुरस्कार का हकदार होगा। विजयी टीम को पांच अंक मिलेंगे। ड्रॉ पर दोनों टीमों को दो-दो अंक मिलेंगे। दो या कम गोल के अंतर से हारने पर किसी टीम को एक अंक मिलेगा लेकिन तीन या उससे अधिक गोलों से हारने पर एक भी अंक नहीं मिलेगा।

इसके अलावा टीम संयोजन में भी बदलाव किया गया है। एक टीम में अधिकतम 20 खिलाड़ी होंगे, जबकि शुरुआती तीन संस्करणों में 24 खिलाड़ी हुआ करते थे। एक टीम में 12 भारतीय और आठ विदेशी खिलाड़ी होंगे। इससे पहले एक टीम में 14 भारतीय और 10 विदेशी हुआ करते थे। हर टीम में दो गोलकीपर सुरक्षित होने चाहिए। शुरुआती तीन संस्करणों से उलट एचआईएल-4 में मैच शीट पर सभी खिलाड़ियों का नाम होगा और हर खिलाड़ी मैदान में उतरने का हकदार होगा।

खेल-कूद

आउट होने के बाद अंपायर से भिड़े संजू सैमसन, BCCI ने ठोंका जुर्माना

Published

on

Loading

नई दिल्ली। राजस्‍थान रॉयल्‍स के कप्‍तान संजू सैमसन आईपीएल 2024 के 56वें मैच में विवादित अंदाज में आउट हुए और फिर अंपायर से बहस करने के कारण बीसीसीआई ने उन पर मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना ठोंक दिया।अरुण जेटली स्टेडियम में मंगलवार को दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स (आरआर) के बीच एक रोमांचक मुकाबला खेला गया।

डीसी ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 221 रन बनाए थे। जवाब में राजस्थान की टीम 20 ओवर में 201 रन ही बना सकी।
सैमसन की 46 गेंदों में 86 रनों की बेहतरीन पारी का अंत विवादित रहा। शाई होप ने मुकेश की गेंद पर बाउंड्री रोप के पास सैमसन का एक शानदार कैच लपका। ऐसा लगा कि होप ने गेंद को सफलतापूर्वक पकड़ लिया था और कई रीप्ले को देखकर भी यही लगा, लेकिन एक ऐसा एंगल भी था जिसने कैच को लेकर थोड़ा संदेह पैदा कर दिया। हालांकि, तीसरे अंपायर ने अंततः पहले दो रीप्ले पर भरोसा किया और सैमसन को आउट घोषित कर दिया।

इसके बाद शुरुआत में डगआउट की ओर बढ़ रहे सैमसन रिप्ले देखने के बाद अंपायर के फैसले से असंतुष्ट दिखे और अंपायरों से बहस करने लगे। हालांकि थोड़ी देर बहस करने के बाद संजू को अंपायर का फैसला मानकर पवेलियन जाना पड़ा। अब बीसीसीआई ने सैमसन के इस व्यवहार के लिए जुर्माना ठोक दिया है।

बीसीसीआई की ओर से आधिकारिक बयान में कहा गया है कि, राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन पर 7 मई, 2024 को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मैच के दौरान आईपीएल आचार संहिता के उल्लंघन के लिए उनकी मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। सैमसन ने आईपीएल की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.8 के तहत लेवल 1 का अपराध किया है। उन्होंने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है और सजा को स्वीकार भी कर लिया है। आचार संहिता के लेवल 1 उल्लंघन के लिए, मैच रेफरी का निर्णय अंतिम होता है।

Continue Reading

Trending