Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

अंडमान-निकोबार से 400 से ज्यादा पर्यटकों को बचाया गया

Published

on

Loading

Andmaan 400 tourist saveनई दिल्ली। भारतीय तटरक्षक और भारतीय वायुसेना ने शुक्रवार को अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के हैवलॉक द्वीप पर भारी बारिश व तूफान के कारण फंसे 400 से ज्यादा पर्यटकों को बचाया। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। दो भारतीय तटरक्षक बल के जहाजों, आईसीजीएस राजवीर 122 से ज्यादा पर्यटकों और आईसीजीएस कनकलता बरुआ 120 से ज्यादा पर्यटकों के साथ हैवलॉक द्वीप से पोर्ट ब्लेयर पहुंचा।

आईएएफ के प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने बचाव के दो अभियानों में 208 पर्यटकों को बचाया। तीसरे चरण का बचाव अभियान चल रहा है।

आईएएफ ने तीन एमआई-17 वी5 हेलिकॉप्टरों को राहत अभियान में हैवलॉक द्वीप पर लगाया है।

भारतीय नौसेना ने अपने बयान में कहा, “बचाव अभियान के लिए पोर्ट ब्लेयर से भारतीय नौसेना के छह जहाज और भारतीय तट रक्षक के दो जहाज सुबह 9.30 बजे रवाना हुए। हैवलॉक द्वीप में फंसे पर्यटकों को निकालने के लिए राज्य प्रशासन, भारतीय तट रक्षक, नौसेना के संयुक्त अभियान में वायु सेना के तीन हेलीकॉप्टर भी शामिल हुए हैं।”

चक्रवाती तूफान आने की आशंका के मद्देनजर अंडमान एवं निकोबार के आपदा प्रबंधन द्वारा आग्रह किए जाने पर राजधानी पोर्ट ब्लेयर से लगभग 36 किलोमीटर दूर हैवलॉक द्वीप से पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए आकस्मिक निकासी मिशन शुरू किया गया।

नौसेना ने हैवलॉक द्वीप पर फंसे पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए बुधवार को अभियान शुरू किया था। हालांकि बेहद खराब मौसम की वजह से पर्यटक जहाजों में सवार होने के लिए जेटी तक नहीं पहुंच सके।

अंडमान एवं निकोबार के आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकालने गए चार जहाजों को विफल होकर लौटना पड़ा।

आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “मौसम में अब सुधार हुआ है। अब केवल सामान्य बारिश हो रही है और हवाएं चल रही हैं। हमें उम्मीद है कि पर्यटक जेटी तक पहुंच जाएंगे। पोर्ट ब्लेयर से जहाज पहले ही रवाना हो चुके हैं।”

नेशनल

दिल्ली के स्कूलों की जांच में कुछ नहीं मिला, पुलिस बोली- ई-मेल्स और कॉल्स फर्जी

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों में बम होने के धमकी भरे ईमेल के बाद जांच की गई तो वहां कुछ नहीं मिला। पुलिस अधिकारियों ने भी इसे होक्स ईमेल बताया है, लेकिन उन्होंने कहा कि चेकिंग जारी रहेगी। गृह मंत्रालय ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह फर्जी कॉल है। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रोटोकॉल के मुताबिक जरूरी कदम उठा रही हैं।

वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली के कुछ स्कूलों को बम की धमकी वाले ई-मेल मिले। दिल्ली पुलिस ने प्रोटोकॉल के तहत ऐसे सभी स्कूलों की गहन जांच की। कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिल। ऐसा प्रतीत होता है कि ये कॉल्स फर्जी हैं। हम जनता से अनुरोध करते हैं कि वे घबराएं नहीं और शांति बनाए रखें।

स्कूल में आए इस धमकी भरे ईमेल के बाद कई स्कूलों ने बच्चों की जल्द छुट्टी का मैसेज पेरेंट्स को भेज दिया, तो कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों को स्कूल जाकर पहले ही ले आए। इसके अलावा कई स्कूल के प्रिंसिपल ने पेरेंट्स को मैसेज भेज कर कहा कि घबराने की बात नहीं है।

नोएडा में इंद्रप्रस्थ ग्लोबल स्कूल (आईपीजीएस) की प्रिंसिपल निकिता तोमर मान ने बताया, “मैं लोगों से आग्रह करूंगी कि वे अनावश्यक घबराहट पैदा न करें और इस स्थिति को एक परिपक्व वयस्क के रूप में लें। दिल्ली-एनसीआर के जिन स्कूलों को धमकियां मिलीं, उन्हें खाली करा लिया गया है और हमारे सहित बाकी स्कूल सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। कोई धमकी भरा संदेश प्राप्त नहीं हुआ है।”

 

Continue Reading

Trending