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मुख्य समाचार

मणिपुर में भाजपा नेतृत्व की सरकार ने जीता विश्वास मत

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मणिपुर, मुख्यमंत्री बिरेन सिंह, बिरेन सिंह सरकार, विश्वास मत, भाजपा

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इंफाल | मणिपुर में मुख्यमंत्री बिरेन सिंह की अगुवाई में राज्य में पहली बार बनी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार ने सोमवार को विश्वास मत हासिल कर लिया। विधानसभा में हुए शक्ति परीक्षण में बिरेन सिंह सरकार ने ध्वनिमत के जरिये बहुमत साबित कर दिया।

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इससे पहले भाजपा के वाई. खेमचंद को विधानसभा अध्यक्ष चुना गया। शक्ति परीक्षण राज्य विधानसभा के लिए हुए चुनाव के 11 दिनों बाद हुआ, जिसमें मतदाताओं ने ने किसी भी दल को बहुमत नहीं दिया था।

राज्य की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस 28 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी, जबकि भाजपा 21 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही।

भाजपा त्रिशंकु विधानसभा की इस स्थिति का लाभ उठाने में कामयाब रही और उसने नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) तथा नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के चार-चार विधायकों, एक निर्दलीय और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) तथा तृणमूल कांग्रेस के एक-एक विधायकों के साथ मिलकर सरकार बनाई।

कांग्रेस को चुनाव बाद एक और झटका लगा, जब उसके निर्वाचित विधायक टी. श्यामकुमार बगावत कर बिरेन सिंह की सरकार में शामिल हो गए।

विधानसभा अध्यक्ष खेमचंद का चयन भी ध्वनिमत से हुआ। उन्होंने कांग्रेस के गोविंददास कोंथुजाम को हराया।

कांग्रेस नेता व राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह ने विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार मानी, पर इस पर जोर दिया कि सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सरकार बनाने का पहला मौका कांग्रेस को मिलना चाहिए था। हालांकि उनकी कोशिशें कामयाब नहीं हुईं।

भाजपा सूत्रों के अनुसार, मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा जल्द कर दिया जाएगा।

मणिपुर के मुख्यमंत्री को मंत्रिमंडल में 12 मंत्रियों को शामिल करने की अनुमति है। उनके मंत्रिमंडल में पहले ही नौ मंत्री हैं।

 

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सपा नेता रामगोपाल यादव ने राम मंदिर को बताया बेकार, कहा- उसका नक्शा ठीक नहीं

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मैनपुरी। समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव के राम मंदिर पर विवादित बयान दिया है जिसपर बवाल मच गया है। रामगोपाल यादव ने कहा कि ‘वो मंदिर तो बेकार का है, मंदिर ऐसे बनाए जाते हैं? मंदिर ऐसे नहीं बनते हैं। पुराने मंदिर देख लीजिए दक्षिण से से लेकर उत्तर तक देख लीजिए। नक्शा ठीक नहीं बना है उसका। वास्तु के लिहाज से ठीक नहीं बनाया गया है।

वहीं उनके बयान पर बीजेपी ने जोरदार पलटवार किया है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, “इंडी अलायंस का असली सनातन विरोधी चेहरा एक बार फिर से उजागर हो गया है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर बेकार है। ये ठीक से बना नहीं है। इसका नक्शा ही खराब है. ये यूजलेस है। देख लीजिए, इसका वास्तु ही खराब है। पहले इन लोगों ने राम भक्तों का विरोध किया. फिर राम भक्ति को पाखंड बताया. फिर राम जी के अस्तित्व पर सवाल उठाया और अब राम मंदिर पर ही हमला कर रहे हैं। केवल समाजवादी पार्टी ही नहीं, बल्कि इससे पहले कांग्रेस ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को इवेंट बताते हुए कैसे उसका बहिष्कार किया।

राम मंदिर को लटकाना, अटकाना, भटकाना ये कांग्रेस पार्टी ने लगातार किया है। वहीं, आरजेडी ने कहा कि राम मंदिर गुलामी की निशानी है. रामचरित मानस पर इन लोगों ने हमला किया और अब ये लोग किस तरह से राम मंदिर पर अपमानजनक टिप्पणी कर रहे हैं. करोड़ों राम भक्तों ने किस तरह से सैकड़ों वर्षों तक इंतजार किया, तब जाकर राम मंदिर बना, लेकिन आज वो कह रहे हैं कि राम मंदिर बेकार है।

बीजेपी प्रवक्ता ने कहा , “क्या किसी और धर्म स्थल के बारे में वो ऐसा बोलेंगे। कतई नहीं बोला जा सकता और ना ही बोला जाना चाहिए, लेकिन केवल हिंदुओं को गाली देना इनका काम है ताकि वोट बैंक की थाली सजी रहे। कभी राहुल गांधी कहते हैं कि मैं शक्ति का विरोध कर रहा हूं। उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि सनातन एक बीमारी है. खरगे जी ने कहा कि राम बनाम शिव करना है। ये आए दिन हिंदू धर्म के बारे में विवादास्पद टिप्पणी करते रहते हैं और अब कहा जा जा रहा है कि राम मंदिर ही बेकार है, उसका ढांचा ही ठीक नहीं है।

 

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