Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

‘सूडान के राष्ट्रपति की मेजबानी न करे भारत’

Published

on

Loading

नैरोबी| अंतर्राष्ट्रीय और अफ्रीकी स्वयंसेवी संस्थाओं ने मंगलवार को भारत से सूडान के राष्ट्रपति उमर अल-बशीर की मेजबानी नहीं करने की अपील की है। ह्यूमन राइट्स वाच ने ऐसी 21 संस्थाओं के हवाले से कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय अपराध अदालत (आईसीसी) ने बशीर के खिलाफ युद्ध अपराध, मानवता के खिलाफ अपराध और दारफुर में नरसंहार के मामले में वारंट जारी किया हुआ है।

भारत ने नई दिल्ली में 26 से 29 अक्टूबर के बीच हो रहे भारत-अफ्रीका शिखर सम्मेलन के लिए अल-बशीर और अन्य अफ्रीकी नेताओं को आमंत्रित किया है।

आईसीसी में नाइजीरियाई गठजोड़ की परिचालन समिति के सदस्य ओबी न्वांकवो ने कहा, “अल-बशीर कानून से भागे हुए एक कथित युद्ध अपराधी हैं। अल-बशीर की मेजबानी से दुनिया में भारत की छवि पर धब्बा लगेगा और यह पीड़ितों का अपमान होगा।”

अल-बशीर के खिलाफ दो वारंट जारी हुए हैं। एक 2009 में जारी हुआ था और दूसरा 2010 में। इनका संबंध दारफुर में विद्रोह के खिलाफ कार्रवाई में सूडान सरकार द्वारा अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के खिलाफ जाकर आम नागरिकों को योजनाबद्ध तरीके से उत्पीड़ित करने से है।

सूडान सरकार की इस कार्रवाई से लाखों लोगों को विस्थापित होकर चाड और दारफुर के शरणार्थी शिविरों में पनाह लेनी पड़ी थी।

भारत आईसीसी का सदस्य नहीं है। इसलिए वह उस संधि से बंधा नहीं है, जिसके तहत आईसीसी से सहयोग जरूरी होता है। लेकिन, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने हर देश से दारफुर मामले में सहयोग की अपील की हुई है।

ह्यूमन राइट्स वाच के सहायक अंतर्राष्ट्रीय न्याय निदेशक एलीज केप्पेलर ने कहा, “कई देश अल-बशीर को बुलाने से बचते हैं। भारत को भी ऐसा ही करना चाहिए। भारत का कहना है कि वह विश्व मामलों में नेतृत्वकारी भूमिका निभाना चाहता है। ऐसे में यह मौका है कि वह खुद को इतिहास के सही पक्ष के साथ खड़ा करे।”

कई देश ऐसे हैं, जो अल-बशीर को अपने यहां नहीं आने देते। तुर्की, मलेशिया और इंडोनेशिया ऐसे देश हैं, जो भारत की ही तरह आईसीसी के सदस्य नहीं हैं। लेकिन इन्होंने अल-बशीर की यात्रा रद्द कर दी थी।

जून 2015 में अल-बशीर की दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर हंगामा हुआ था। वहां की अदालत ने इस यात्रा को रोकने का आदेश दिया था। यह मामला अभी भी वहां की अदालत में चल रहा है।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्‍तानी अमेरिकी अरबपति साजिद तरार का बयान- मोदी फिर बनेंगे पीएम, उनके जैसे नेता की हमें भी जरुरत

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी कारोबारी साजिद तरार ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक मजबूत नेता हैं जो भारत को नई ऊंचाइयों पर ले गए हैं और वह तीसरी बार देश के पीएम के रूप में लौटेंगे। साजिद तरार ने कहा कि मोदी न केवल भारत के लिए बल्कि क्षेत्र और दुनिया के लिए अच्छे हैं और उम्मीद है कि पाकिस्तान को भी उनके जैसा नेता मिलेगा।

पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी कारोबारी पीएम मोदी को दुनिया का मजबूत नेता बताया है। उन्होंने कहा कि मोदी न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया और दक्षिण एशिया के लिए अच्छे नेता हैं। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि पाकिस्तान को भी उनके जैसा नेता मिलेगा। तरार ने कहा कि वह एक जन्मजात नेता हैं। वह एक ऐसे पीएम हैं जिन्होंने अपनी राजनीति को जोखिम में डालकर पाकिस्तान का दौरा किया। मैं उम्मीद करता हूं वे पाकिस्तान के साथ बातचीत और व्यापार शुरू करेंगे।

उन्होंने आगे कहा कि भारत एक युवा देश है और उसे युवा लोगों का अच्छा साथ मिल रहा है। तरार ने आगे कहा कि यह एक चमत्कार है। भारत के 97 करोड़ लोग अपने मत डाल रहे हैं। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। आप भविष्य में देखेंगे कि लोग भारतीय लोकतंत्र से सीख लेंगे। तरार ने पीओके में चल रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर कहा कि आर्थिक स्थिति खराब होने और महंगाई के कारण वहां के लोग परेशान है। उन्होंने पाकिस्तानी पीएम के आर्थिक पैकेज को लेकर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि पूरे पाकिस्तान में फिलहाल पीओके जैसी ही स्थिति है। आतंकवाद-कानून व्यवस्था और राजनीतिक अस्थिरता के कारण आज देश कई संकटों से जूझ रहा हैं।

 

Continue Reading

Trending