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मुख्य समाचार

एसआईटी ने संभाली सुनंदा केस की जांच

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नई दिल्ली। सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले की जांच एसआईटी ने शुरू कर दी है। दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हत्या की जांच-पड़ताल करने के लिए गठित की गई विशेष टीम मामले के हर पहलू पर ध्यान दे रही है और इसके लिए जो जरूरी है, किया जाएगा। क्या इस मामले में कांग्रेस नेता शशि थरूर से भी पूछताछ की जाएगी, बस्सी ने इस सवाल पर कहा कि अगर जरूरत पड़ी, तो हम करेंगे। करीब एक साल बाद पुलिस ने इस मामले में हत्या यानि आईपीसी 302 के तहत केस दर्ज किया है।
सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में डॉक्टरों ने एक फाइनल रिपोर्ट तैयार कर 29 दिसंबर 2014 को दिल्ली पुलिस को सौंपी थी। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि सुनंदा की मौत समान्य नहीं हैं। उनकी मौत जहर से हुई। ये जहर या तो मुंह के रास्ते या इंजेक्शन से दिया गया। रिपोर्ट आते ही दिल्ली पुलिस ने मंगलवार यानि 6 जनवरी की सुबह दिल्ली के सरोजिनी नगर थाने में हत्या का केस दर्ज कर लिया।
पुलिस कमिश्नर का कहना है कि अब मर्डर की जांच शुरू हो चुकी है, इसलिए जहर किस तरह का था और कितना था इसकी जांच के लिए सुनंदा का विसरा विदेश भेजा जाएगा। गौरतलब है कि 17 जनवरी 2014 की रात दिल्ली पुलिस ने दक्षिणी दिल्ली के होटल लीला पैलेस के रूम नंबर 345 से उस समय के केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर का शव बरामद किया था।
सुनंदा की मौत के फौरन बाद पुलिस ने डॉक्टरों के एक पैनल से उसका पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर्स समय-समय पर अलग-अलग बयान देते रहे। कभी कहा गया की सुनंदा ने खुदकुशी की, कभी कहा गया कि उसकी मौत दवाओं के ओवरडोज से हुई, कभी खबर आई कि सुनंदा की मौत सामान्य नहीं है। एम्स के फोरेंसिक विभाग के प्रमुख ने यह बयान तक दिया कि सुनंदा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदलवाने के लिए उन पर दबाब डाला गया।
इन्हीं अटकलों के बीच दक्षिणी दिल्ली के एसडीएम सीआरपीसी 174 के तहत मामले की जांच करते रहे। उन्होंने सुनंदा के पति शशि थरूर समेत करीब 29 लोगों के बयान लिए। बयान में शशि के नौकर ने कहा कि मौत से पहले साहब और मैडम के बीच झगड़ा भी हुआ था और मारपीट भी। यहां तक फ्लाइट में भी वे झगड़ा कर रहे थे।
इस मामले की जांच में पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार के साथ शशि थरूर की नजदीकियों की बात भी सामने आई और पता चला कि इसे लेकर सुनंदा पुष्कर नाराज चल रहीं थीं। सुनंदा ने अपनी नाराजगी ट्विटर के जरिए भी जाहिर की। जिस होटल में सुनंदा का शव बरामद किया गया उसके स्टॉफ ने भी इस बात की तस्दीक की थी कि शशि थरूर और सुनंदा के बीच झगड़ा हुआ था। वहीं सुनंदा के इलाज कर रहे उके निजी डॉक्टर ने एसडीएम को दिए गए अपने बयान में कहा कि सुनंदा को ऐसी कोई गंभीर बीमारी नहीं थी, जिससे उनकी मौत हो जाए।
इस मामले में एम्स की डॉक्टरों ने फोरेंसिक जांच के बाद पुलिस को अपनी पहली आंतरिक रिपोर्ट 30 सितंबर 2014 को सौंपी जिसमें कहा गया कि सुनंदा की मौत जहर से हुई है, लेकिन इस बात की जांच कर पाना मश्किल है कि जहर की मात्रा कितनी है और किस तरह का है। यह भी बताया गया कि सुनंदा के शरीर पर करीब 14 चोटें हैं, लेकिन ये चोट मौत का कारण नहीं। एम्स के डॉक्टरों ने अपनी रिपोर्ट में 6 तरह के जहर होनें का शक जताया, लेकिन यह भी कहा कि इसकी जांच भारत की फोरेंसिक लैब में नहीं की जा सकती।
सुनंदा पुष्कर के पति और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर दिल्ली पुलिस के इस क़दम पर हैरान हैं। उन्होंने कहा है कि वह चाहते हैं कि इस मामले की गहराई से जांच हो और वह पुलिस को पूरा सहयोग देंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले की सही तरीके से जांच हो और जो भी सच है, लोगों के सामने आए।

नेशनल

भाजपा का परिवार आरक्षण ख़त्म करना चाहता है: अखिलेश यादव

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एटा। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एटा में सपा प्रत्याशी देवेश शाक्य के समर्थन में संविधान बचाओ रैली को संबोधित किया। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान बचेगा तो लोकतंत्र बचेगा और लोकतंत्र बचेगा तो वोट देने का अधिकार बचेगा। अखिलेश यादव ने दावा किया कि ये अग्निवीर व्यवस्था जो लेकर आए हैं इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी तो अग्निवीर व्यवस्था समाप्त कर पहले वाली व्यवस्था लागू करेंगे।

उन्होंने आरक्षण मामले पर आरएसएस पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के साथ एक सबसे खतरनाक परिवार है, जो आरक्षण खत्म करना चाहता है। अब उन्हें वोट चाहिए तो वह कह रहे हैं कि आरक्षण खत्म नहीं होगा।

उन्होंने आगे कहा कि मैं पूछना चाहता हूं अगर सरकार की बड़ी कंपनियां बिक जाएंगी तो क्या उनमें आरक्षण होगा? उनके पास जवाब नहीं है कि नौकरी क्यों नहीं दे रहे हैं? लोकसभा चुनाव संविधान मंथन का चुनाव है। एक तरफ वो लोग हैं जो संविधान को हटाना चाहते हैं। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन और समाजवादी लोग हैं जो संविधान को बचाना चाहते हैं। यह चुनाव आने वाली पीढ़ी के भविष्य का फैसला करेगा। वो लोग संविधान के भक्षक हैं और हम लोग रक्षक हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि एटा के लोगों को भाजपा ने बहुत धोखा दिया है। इनका हर वादा झूठा निकला। दस साल में एक लाख किसानों ने आत्महत्या की है। उनकी आय दोगुनी नहीं हुई। नौजवानों का भविष्य खत्म कर दिया गया है। हर परीक्षा का पेपर लीक हो रहा है।

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