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अन्तर्राष्ट्रीय

श्रीनगर में सरकारी कर्मचारी की गोली मारकर हत्या

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श्रीनगर | जम्मू एवं कश्मीर के स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी को अज्ञात हमलावरों ने सोमवार को श्रीनगर में गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि हत्या के पीछे के कारण का पता किया जाना अभी बाकी है।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “अज्ञात हमलावरों ने राज्य स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी अब्दुल अहद डार की हत्या कर दी।” अधिकारी ने कहा, “हमलावर श्रीनगर शहर के बाहर गासू गांव में स्थित डार के घर के लॉन में जबरन घुस गए और एक स्वचालित बंदूक से उनपर गोलीबारी की। उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई और हमलावर गोली मारने के बाद फरार हो गए।” अधिकारी ने कहा कि मामले की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और घटना के पीछे के कारण का पता लगाया जा रहा है।

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पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बयान, ‘पाकिस्तान के इस सैन्य तानाशाह को कब्र से निकालकर फांसी पर लटकाना चाहिए’

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नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में एक बहस के दौरान कहा कि संविधान को निरस्त करने के लिए अयूब खान के शव को कब्र से निकालकर उसको फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अयूब खान ने संविधान को रद्द करने का जो काम किया था, उसके लिए उनको कभी माफ नहीं किया जा सकता है। आसिफ ने ये कमेंट असेंबली में विपक्ष के नेता और अयूब खान के पोते उमर अयूब खान से बहस के दौरान किया। उमर ने सेना की पिछले सप्ताह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सवाल उठाते हुए फौज के राजनीति में हस्तक्षेप पर एतराज जताया था। इसके बाद जवाब में ख्वाजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।

इससे पहले उमर अयूब खान ने कहा कि संविधान के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां राजनीति में शामिल नहीं हो सकती हैं। उन्होंने संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों का हवाला देते हुए कहा कि सैन्य अधिकारियों की शपथ उन्हें राजनीति में हस्तक्षेप करने की इजाजत नहीं देती। उन्होंने कहा ‘‘सुरक्षा संस्थानों को संविधान के अनुसार, राजनीति में शामिल नहीं होना चाहिए। यह संवाददाता सम्मेलन नहीं होना चाहिए था।’’ उन्होंने अनुच्छेद छह का हवाला देते हुआ कहा कि संविधान को निरस्त करना दंडनीय देशद्रोह है जिसके लिए मौत की सजा तय है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी संस्थानों को संवैधानिक सीमाओं के भीतर रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा कि अयूब खान संविधान का उल्लंघन करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें अनुच्छेद छह का सामना करने वाला भी पहला व्यक्ति होना चाहिए। रक्षा मंत्री आसिफ ने कहा, “देश में पहला मार्शल लॉ लागू करने वाले झूठे फील्ड मार्शल अयूब खान के शरीर को भी (अनुच्छेद 6 के अनुसार) खोदकर निकाला जाना चाहिए और फांसी दी जानी चाहिए।”

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