Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

स्वास्थ्य विभाग की ओर से थर्डवेव को लेकर सरकारी अस्पतालों में जारी की गई गाइडलाइन

Published

on

Loading

लखनऊ। स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की ओर से थर्ड वेव को लेकर सरकारी असपतालों में गाइडलाइन जारी की गई है। प्रदेश के 500 से अधिक अस्‍पतालों में मॉक ड्रिल की शुरुआत एक तीन जनवरी से होने जा रही है तो वहीं स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार संग जिलेवार प्रशिक्षण कार्य किया जा रहा है। तीसरी लहर को ध्‍यान में रखते हुए प्रदेश के मास्टर ट्रेनरों का प्रशिक्षण पूरा किया जा चुका है। डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ आदि के लिए पीडियाट्रिक केयर ट्रेनिंग का कार्य भी जिलेवार तेजी से किया जा रहा है। सभी के विधिवत प्रशिक्षण की समुचित व्यवस्था भी सरकार कर रही है।

स्‍टेट सर्विलांस ऑफिसर विकास इंदु अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश के 75 जिलों के डीएसओ, सीएमओ, डीआईओ और एक्‍स्‍पर्ट संग एक अहम बैठक की गई है। प्रदेश सरकार की ओर से इस बैठक में अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। उन्‍होंने बताया कि सरकार की ओर दिए गए निर्देशों के तहत यूपी में डेली मॉनीटरिंग हो रही है। नए वैरिएंट ओमीक्रॉन के चलते प्रदेश सरकार ने जिन जिलों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उन जिलों में अधिक सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।

संसाधनों में हुई कमी को तत्काल किया जाएगा पूरा

देश व प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी आने से मौजूदा हालातों को देखते हुए आगे की योजनाओं के मद्देनजर वरिष्ठ अधिकारियों से प्लान भी मांगा गया है। दो दिवसीय मॉक‍ ड्रिल कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व विशेषज्ञों की निगरानी में संसाधनों की परख की जाएगी। जिसके तहत वेंटिलेटर, नीकू, पीकू की संख्या, ऑक्‍सीजन, बेड, दवाएं, आइसीयू जैसे संसाधनों व सामग्री की जांच की जाएगी। अगर अस्‍पतालों में इन संसाधनों में कमी निकलती है तो उसको तत्‍काल पूरा किया जाएगा।

स्‍वास्‍थ्‍य टीमों ने संभाला मोर्चा

प्रदेश सरकार टीकाकरण न कराने वाले लोगों की संख्‍या को सुनिश्चित करने के लिए मिशन मोड पर काम कर रही है। प्रदेश में लोगों ने अपनी पहली खुराक ली है, वे अपनी दूसरी खुराक भी लें इसके लिए उनको प्रेरित किया जा रहा है। इसके साथ ही गांवों में चल रहे डोर-टू-डोर जागरूकता अभियान में आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं सहित स्वास्थ्य टीम लोगों को टीकाकरण के लिए प्रोत्‍साहित करने का कार्य कर रही हैं। इसके साथ टीकाकरण से जुड़े सभी मिथकों को दूर कर रहीं हैं।

प्रादेशिक

राजस्थान के दौसा में सड़क किनारे सो रहे 11 लोगों को बेकाबू कार ने कुचला, तीन की मौत, 8 घायल

Published

on

Loading

दौसा। राजस्थान के दौसा में बड़ा सड़क हादसा हुआ है। यहाँ एक बेकाबू कार ने सड़क किनारे सो रहे 11 लोगों को कुचल दिया। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है जबकि 8 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मृतकों में एक बच्ची भी शामिल है। पुलिस ने बताया कि हादसे में दो घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि छह को आगे के इलाज के लिए जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रेफर किया गया। कार को जब्त कर लिया गया है, हालांकि चालक फरार है। उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है।

हादसा गुरुवार की रात करीब 11.15 बजे हुआ है। सभी मृतक व घायल खानाबदोश परिवार के लोग थे, जो टीकाराम पालीवाल गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पास सड़क किनारे झुग्गी में रहते थे। हेड कॉन्स्टेबल बृजकिशोर ने बताया कि रात करीब 11.20 बजे घटना की सूचना पुलिस को मिली थी। फौरन पुलिस मौके पर पहुंची। जांच में सामने आया कि तेज रफ्तार कार के ड्राइवर ने तेज गति और लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए सड़क किनारे सो रहे लोगों को कुचल दिया है। घटना की सूचना पर गुरुवार की देर रात महवा विधायक राजेंद्र मीणा हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने डॉक्टरों से घायलों का हालचाल जाना और थाना इंचार्ज जितेंद्र सोलंकी को कार ड्राइवर के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए कहा।

जयपुर स्थित एसएमएस हॉस्पिटल में ट्रॉमा सेंटर के इंचार्ज डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि दौसा के महवा से रेफर होकर 6 घायलों को यहां भर्ती किया गया था। इसमें से 1 दिलीप नाम के युवक को छुट्‌टी दे दी गई है। 5 अन्य को सर्जरी यूनिट में भर्ती रखा गया है। इसमें एक मरीज के सिर में थोड़ी ज्यादा चोट है, बाकी चार की स्थिति सामान्य है। इनका इलाज चल रहा है।

Continue Reading

Trending