Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

वायुसेना दिवस: कैसे शुरू हुआ था वायुसेना का सफ़र, सुब्रतो मुखर्जी थे पहले एयरफोर्स प्रमुख

Published

on

Loading

आज भारतीय वायुसेना बेहद खुश नजर आ रही है और आए भी तो क्यों न दिन ही कुछ ऐसा है।  काफ़ी संघर्षों के बाद इस मकाम पर पहुंची वायुसेना आज अपना 85वां जन्मोत्सव जो मना रही है।

कभी सिर्फ तीन लोगों के साथ शुरुआत करने वाली यह वायुसेना आज दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना बन चुकी है।  इस वायुसेना में आज डेढ़ लाख से अधिक जवान है।

अगर हम वर्ष 1971 (भारत-पाकिस्तान युद्ध) की बात करें, तो आपको बता दें कि इस दौरान भारतीय सेना ने वो भी समय देखा जब उनके पास रात में उड़ने वाले एयरक्राफ्ट्स तक नहीं हुआ करते थे।

भारतीय वायुसेना का जन्म 8 अक्टूबर 1932 को ऑक्जलरी फोर्स यानि अतिरिक्त सेना के रूप में किया गया था। लेकिन आज उस सेना के बेड़े में दुनिया का सबसे बड़ा हरक्यूलिस विमान भी है।

सेकेंड वर्ल्ड वॉर में वायुसेना के योगदान की वजह से इसके साथ ‘रॉयल’ शब्‍द जोड़ा गया था। देश की आजादी और गणतंत्र होने के बाद वर्ष 1950 में इसे रॉयल एयरफोर्स की जगह इसका नाम भारतीय वायुसेना के रूप में पहचान दी गई। भारत के पहले एयरफोर्स प्रमुख सुब्रतो मुखर्जी थे।

1962 में भारत-चीन के युद्ध में वायुसेना ने अपनी पूरी ताकत दिखाई थी। भारत को भले ही इस युद्ध में शिकस्त मिली हो लेकिन वायुसेना की ताकत उभार पर थी।  और मजबूती की ओर बढ़ रही थी। भारत चीन के यु्द्ध के महज तीन साल बाद भारत पाकिस्तान का युद्ध हुआ और तब वायुसेना की ताकत का सेना पूरा इस्तेमाल किया। वायुसेना ने पाकिस्तानी वायुसेना के हवाई अड्डो को ध्वस्त कर दिया।

और आज का समय हम सब देख रहे है कि भारत कैसे दिन-प्रतिदिन मिसाइलों और तकनीकों की दुनिया में बाहरी चुनौतियों को मात दे रहा है।

आज उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में हिंडन एयरबेस पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर वायु सेना के जांबाजों ने किया अद्भुत शक्ति और शौर्य का प्रदर्शन कर दुनिया को अपनी ताकत का अहसास कराया है। वायुसेना के रणबांकुरों ने भव्य परेड में कदम ताल की।

वायुसेना के सभी प्रमुख लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों ने अपनी ताकत तथा हैरतअंगेज करतबबाजी का भी प्रदर्शन किया। इस मौके पर मालवाहक विमानों तथा वायुसेना के पुराने बेड़े के विमानों ने भी अपने जौहर दिखाए।

इस अवसर पर वायुसेना प्रमुख मार्शल बी एस धनोआ ने रविवार को कहा कि भारतीय वायु सेना (आईएएफ) युद्ध के लिए हर समय तैयार रहती है। धनोआ ने हिंडन वायु सैन्यअड्डे पर 85वें वायुसेना दिवस के मौके पर कहा, हम अधिग्रहण, आधुनिकीकरण, स्वदेशीकरण के साथ शांति की इच्छा के बावजूद शॉर्ट नोटिस मिलने पर भी लडऩे के लिए तैयार है। वायुसेना प्रमुख का कहना है कि शांतिकाल के समय नुकसान होना चिंता का कारण है।

उन्होंने यह टिप्पणी अरुणाचल प्रदेश के हेलीकॉप्टर दुर्घटना में वायुसेना के पांच कर्मियों व दो सैन्य कर्मियों की मौत होने के दो दिन बाद की है। भारतीय वायुसेना का हेलीकॉप्टर एमआई-17 वी5 तवांग में भारत-चीन सीमा के पास छह अक्टूबर को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।

नेशनल

सीएम योगी का सपा पर निशाना, कहा- इनके शासनकाल में आतंकवादियों के मुकदमे वापस लिए जाते थे

Published

on

Loading

उन्नाव। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को उन्नाव में एक सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस और सपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सपा-कांग्रेस का इतिहास प्रभु श्रीराम का विरोध करने वाला रहा है। कांग्रेस कहती थी कि प्रभु राम का अस्तित्व ही नहीं है। वहीं, दूसरी तरफ सपा कहती थी कि अयोध्या में एक भी परिंदा पर नहीं मार सकता है, यह इनका दोहरा चरित्र है। सपा के शासनकाल में आतंकवादियों के मुकदमे वापस लिए जाते थे।

सीम योगी ने कहा कि इन लोगों ने अयोध्या, रामपुर में सीआरपीएफ कैंप, काशी में संकटमोचन मंदिर, लखनऊ, अयोध्या और वाराणसी की कचहरी पर हमला करने वाले आतंकियों के मुकदमे वापस लेने का प्रयास किया था। जिस पर कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था कि आप इनके मुकदमे वापस लेने की बात कह रहे हैं और कल इन्हें पद्म पुरस्कार से नवाजेंगे।”

उन्होंने कहा कि अयोध्या में जहां एक ओर रामलला विराजमान हो गए हैं। वहीं, दूसरी ओर बड़े-बड़े माफिया की ‘राम नाम सत्य’ हो रही है। इंडिया गठबंधन पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि इनके मेनिफेस्टो में अल्पसंख्यकों को खाने-पीने की पूरी स्वतंत्रता देने की बात कही गई है। यह जनता को नहीं बता रहे हैं कि ऐसा कौन सा खान-पान है जो बहुसंख्यक समाज नापसंद करता है। बहुसंख्यक समाज गोमाता की पूजा करता है और वह गोकशी को बर्दाश्त नहीं कर सकता है।

Continue Reading

Trending