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नेश्ले ने बाजार से मैगी नूडल्स को हटाया

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नई दिल्ली| नेश्ले इंडिया ने शुक्रवार को कहा कि यह देश के बाजार से मैगी नूडल्स को हटा रहा है, लेकिन इसने साथ ही कहा कि यह सुरक्षित है और यह जल्द ही बाजार में वापस आएगा। कंपनी शुक्रवार सुबह बयान जारी कर कहा, “मैगी नूडल्स पूरी तरह सुरक्षित है और पिछले 30 सालों से भारत में विश्वसनीय रहा है। हमारे उपभोक्ताओं का विश्वास और हमारे उत्पाद की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है।”

इसके मुताबिक, “दुर्भाग्यवश, हालिया गतिविधि और उत्पाद को लेकर चिंता ने उपभोक्ताओं के मन में भ्रम का माहौल तैयार किया है, इस वजह से हमने उत्पाद के सुरक्षित रहने के बावजूद इसे बाजार से हटा लिया। नेश्ले ने कहा, “हम वादा करते हैं कि जैसे ही मौजूदा स्थिति ठीक होती है, विश्वसनीय मैगी जल्द बाजार में लौटेगी।” गुजरात, दिल्ली और जम्मू एवं कश्मीर सरकार ने अगले 15 से 30 दिन के लिए मैगी पर रोक लगा दी है और जबकि कई अन्य ने जांच की मांग की है। लोगों की चिंताओं को देखते हुए बिग बाजार और वालमार्ट ने अपने स्टोर से मैगी नूडल्स हटा दिए हैं।

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जानिए कौन हैं वो चार लोग, जिन्हें पीएम मोदी ने नामांकन के लिए अपना प्रस्तावक चुना

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के काल भैरव मंदिर में दर्शन करने के बाद अपना नामांकन दाखिल कर दिया। पीएम मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार अपना नामांकन दाखिल किया है। पीएम मोदी के नामांकन में गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत 20 केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इसके अलावा 12 राज्यों के सीएम भी शामिल हुए। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान उनके साथ चार प्रस्तावक भी कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।

इनमें एक पुजारी, दो ओबीसी और एक दलित समुदाय के व्यक्ति का नाम है। दरअसल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान चार प्रस्तावक मौजूद रहे। इनमें पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री का है, जो कि पुजारी हैं। इसके बाद बैजनाथ पटेल पीएम मोदी के नामांकन के दौरान प्रस्तावक बने, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं। वहीं लालचंद कुशवाहा भी पीएम के नामांकन में प्रस्तावक के तौर पर शामिल हुए। ये भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी के प्रस्तावकों में आखिरी नाम संजय सोनकर का भी है, जो कि दलित समुदाय से हैं।

चुनाव में प्रस्तावक की भूमिका अहम होती है। ये ही वे लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, प्रस्तावक वे स्‍थानीय लोग होते हैं, जो किसी उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए अपनी ओर से प्रस्तावित करते हैं। आमतौर पर नामांकन के लिए किसी महत्वपूर्ण दल के वीआईपी कैंडिडेट के लिए पांच और आम उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों की जरूरत होती है।

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